अक्सर महिलाएं अपनी सेहत बनाने के लिए नई-नई चीजों के बारे में पढ़ती हैं और जानकारियां लेती हैं। अपनी सेहत अच्छी बनाए रखने के लिए घर पर फल और सब्जियों से दोहरा फायदा पा सकती हैं। अब आप सोच रही होंगी कि यह कैसे संभव हो सकता है। फल और सब्जियां हमें हेल्दी रखने में यूं भी मददगार होते हैं, एक दिलचस्प बात यह है कि इनके छिलके और पत्तियां भी फायदे से भरपूर हैं। डायटीशियन हेलेन बॉन्ड का कहना है कि विटामिन सी, फाइबर जैसे न्युट्रिएंट्स छिलकों में छिपे होते हैं। अगर आप इन्हें हटा दें तो इससे मिलने वाले फायदों से आप महरूम रह सकते हैं।' आइए जानें ऐसे कुछ फल और सब्जियों के बारे में, जिनसे आपको मिल सकते हैं इस तरह के ढेर सारे हेल्थ बेनिफिट-
स्ट्रॉबेरी
टेस्टी टेस्टी स्ट्रॉबेरी जब आप खाएं तो उसकी पत्तियां हरगिज ना फेंकें। स्ट्रॉबेरी की पत्तियों को आप गर्म पानी में भिगोकर उससे अपने लिए हर्बल टी बनाएं। ये पत्तियां एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होती हैं। चेक जर्नल ऑफ फूड साइंसेस की एक स्टडी में कहा गया कि स्ट्रॉबेरी की पत्तियों में व्हाइट वाइन और फ्रूट ड्रिंक्स के बराबर एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। एंटी ऑक्सिडेंट हमारे शरीर से फ्री रेडिकल्स खत्म करते हैं, जो हमारे शरीर में खुद-ब-खुद बनते रहते हैं। इन फ्री रेडिकल्स से कैंसर और हार्ट डिजीज होने का खतरा होता है।
प्याज
कागज जैसा पतला प्याज का छिलका आप खा नहीं सकतीं। लेकिन इसे आप स्टॉक्स में एड कर सकती हैं, जिससे आपको स्वाद और पोषक तत्व दोनों मिल जाते हैं। रिसर्चर्स ने बताया कि क्वरसेटिन प्याज की ऊपरी परत में 48 फीसदी होता है और इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटी हिस्टेमाइन प्रॉपर्टी होती हैं। बुखार के लक्षणों में भी इसे राहत देने वाला माना गया है। हाइपरटेंशन की स्थिति में भी यह मदद करता है। यह भी पाया गया कि इसके इस्तेमाल से ओवरवेट लोगों में ब्लड प्रेशर कम हो गया।
पत्तागोभी
अक्सर महिलाएं पत्तागोभी की सब्जी या सलाद बनाते हुए इसकी बाहरी लेयर को हटा देती हैं। इन पत्तियां में केरोटिनॉइड्स की मात्रा अंदर की पत्तियों से 50 ज्यादा होती है। यह तत्व आंखों के लिए अच्छा होता है।
गाजर के छिलके
गाने खाने से आंखों की रौशनी तेज होती है यह तो हम सब जानते हैं. पर आपको यह जान कर हैरानी होगी कि गाजर का छिलका खाने से न केवल आंखों की रोशनी में सुधार होता है, बल्कि कैंसर का खतरा भी कम होता है. गाजर के छिलके में विटामिन बी-6, सी और ए, मैग्नीशियम व पोटैशिमय के साथ-साथ फाइटो-न्यूट्रिएंट्स भी पाया जाता है, जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने नहीं देता. इसके अलावा इसमें बीटा कैरोटिन की मात्रा होती है, जो त्वचा पर हुए धूप के असर को कम करता है.
सेब
सेब को लेकर एक बेहद मशहूर कहावत है, 'एपल ए डे, कीप्स डॉक्टर अवे'. ऐसा इसलिए है क्योंकि सेब में भरपूर मात्रा में मिनरल और विटामिन मिलते हैं. पर आपको शायद यह नहीं मालूम होगा कि सेब के छिलके में भी प्रचूर मात्रा में पोषक तत्व होते हैं. सेब के छिलके में एक ऐसा फाइबर होता है, जो शरीर के खराब कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर को कम करता है. हालांकि सेब को छिलका सहित खाने से पहले उसे अच्छी तरह साफ कर लेना चाहिए, ताकि अगर उस पर वैक्स लगा हो तो वह साफ हो जाए.
आलू
आलू के छिलके भी खाने के काम आ सकते हैं। हालांकि, पुराने जमाने में सब्जी में आलू छिलके समेत इस्तेमाल होता था, पर खाते वक्त छिलका उतार दिया जाता था। आप भी अगर ऐसा करती हैं तो जान लीजिए कि आलू के छिलकों में आलू से ज्यादा पोषक तत्व होते हैं। इसमें कैल्शियम, विटामिन बी कॉम्पलेक्स, विटामिन सी, आयरन जैसे तत्व होते हैं। इससे विटामिन 'ए' की जरूरत पूरी होती है यानी आंखों की रोशनी अच्छी है। साथ ही प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है।
कीवी फ्रूट
मुलायम से छिलके वाले कीवी को ज्यादातर छिलका उतारकर ही खाया जाता है। लेकिन अगर आप इसका पूरा फायदा उठाना चाहती हैं तो इसे छिलके सहित खा जाएं। इसका छिलका पूरी तरह से खाने योग्य होता है। इससे विटामिन ई का इनटेक बढ़ता है और एक तिहाई तक कोलेट का स्तर भी बढ़ जाता है। साथ ही इससे फाइबर के स्तर में भी 50 फीसदी इजाफा हो जाता है।
केला
केले के छिलक हम कूड़ा समझकर कूड़ेदान में फेंक देते हैं पर ये केले के छिलके विटामिन 'ए' और लुटीन तत्व, जो कि आंखों में मोतियाबिंद होने से रोकता है और आंखों की रोशनी भी बढ़ाता है, से भरपूर होते हैं। इसके अलावा इसमें एंटी-ऑक्सिडेंटस, विटामिन-बी और विटामिन-बी-6 की मात्रा भरपूर होती है।
बैंगन
बैंगन के छिलके भी पौष्टिक तत्वों खूब होते हैं। इसमें पाया जाने वाला नैसोनिन एंटीऑक्सिडेंट दिमाग और नर्वस सिस्टम में होने वाले कैंसर से बचाता है। इसे खाने से महिलाएं लंबे समय तक जवां दिखाई देती हैं। बैंगन के छिलके में मौजूद फाइबर डाइजेशन में मदद करता है।
पाइनेप्पल
अक्सर पाइनेप्पल खाते हुए इसका बीच का हिस्सा हटा दिया जाता है। इस हिस्से को फेंके नहीं, बल्कि इसे छोटे-छोटे हिस्सों में काट लें और फ्रूट सेलेड में इस्तेमाल करें। यह हिस्सा ब्रोमेलेन से भरपूर होता है और यह डाइजेशन में मदद करता है। इसे देखते हुए आप भरपेट खाना खाने के बाद पाइनेप्पल को बीच वाले हिस्से के साथ काटकर खा सकती हैं।
खीरे के छिलके
खीरा भी अक्सर छिलका उतार कर खाया जाता है, लेकिन अगर छिलके समेत खीरा खाया जाए तो इससे शरीर में कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम, पोटैशियम, विटामिन 'ए' और विटामिन 'के' की कमी पूरी की जा सकती है। खीरे के छिलके में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स भी भरपूर होते हैं।
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