Natural Treatments For Menopause Symptoms: जिस तरह से हर महिला को पीरियड्स से गुजरना पड़ता है, ठीक उसी प्रकार से मेनोपॉज से भी गुजरना पड़ता है। ये ऐसा दौर होता है जब महिलाओं की ओवरी एग बनाना बंद कर देती है। इस वजह से पीरियड्स नेचुरली बंद हो जाते हैं और महिला मां बनने में असमर्थ हो जाती है। हर महिला कि मेनोपॉज की उम्र अलग-अलग होती है लेकिन अधिकतर 50 से 55 साल तक की उम्र के बीच में मेनोपॉज होता है। महिलाओं में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन का स्तर भी गिरने लगता है।
वहीं पीरियड्स बंद होने से पहले इसके लक्षण नजर आने लगते हैं। इसमें हॉट फ्लैशेज के लक्षण सबसे ज्यादा नजर आते हैं,बेचैनी, चिड़चिड़ापन, शारीरिक ऊर्जा में कमी के साथ साथ नींद भी प्राभित होती है। किसी भी महिला के लिए ये वक्त काफी चैलेंजिंग होता है। हालांकि इन लक्षणों से निपटने के लिए आप कुछ एक्सपर्ट के बताए टिप्स फॉलो कर सकते हैं। इस बारे में जानकारी दे रही हैंनर्चर आईवीएफ की गाइनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर अर्चना धवन बजाज।
मेनोपॉज के लक्षणों को कैसे करें मैनेज? (How can I treat my menopause naturally)
एंटीऑक्सीडेंट रिच फूड
एक्सपर्ट कहती हैं कि मेनोपॉज के दौरा बहुत ही ज्यादा हार्मोनल परिवर्तन होते हैं जो मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करते हैं, आप लेथार्जिक हो जाती हैं ऐसे में आपको एंटीऑक्सीडेंट रिच फूड का सेवन करना चाहिए। पत्तेदार सब्जियां,रंग वाले फल, पालक, टमाटर, अनार एंटीऑक्सीडेंट रिच फूड होते हैं इनको खाने से ये हॉट फ्लैशेज और वजाइना के सूखेपन और असुविधा से राहत देने का काम करते हैं। इनमें मौजूद पोषक तत्व वजाइना के टिशूज में जीवन शक्ति बनाए रखने में मदद करते हैं।
कैल्शियम रिच फूड
मेनोपॉज के दौरान शरीर में कैल्शियम की भारी गिरावट होती है,इससे हड्डियां कमजोर हो सकती है और फ्रैक्चर का खतरा बना रहता है। ऐसे में इन हड्डियों को मजबूती देने के लिए कैल्शियम रिच फूड जैसे दूध, दही, पनीर, इसके अलावा विटामिन डी लेवल बढ़ाने के लिए सन एक्सपोजर भी जरूरी है।
सोया फूड
एक्सपर्ट सोया या सोया प्रोडक्ट्स खाने की सलाह देती हैं क्योंकि इनमें नेचुरल एस्ट्रोजन होते हैं जो मेनोपॉज के कारण एस्ट्रोजन की कमी को रिप्लेस कर सकते हैं।
विटामिन बी 12 और ओमेगा 3
एक्सपर्ट ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन बी 12 से भरपूर फूड जैसे चिया सीड्स, अलसी , सैल्मन, टूना मछली खाने की सलाह देती हैं। ये खाद्य पदार्थ मूड सुधारे में मदद कर कर सकते हैं।
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एक्सरसाइज
महिलाओं को रेगुलर एक्सरसाइज फॉलो करना चाहिए। ये मूड स्विंग, हड्डियों को मजबूती और मेनोपॉज के कारण बढ़ते वजन को मैनेज करने में मदद कर सकता है।
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Image Credit:Freepik
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