इमली का नाम सुनते ही जुबान में खट्टापन आ जाता है और दिल करता है कि जल्दी से कोई खट्टी चीज खा ली जाए। साउथ इंडिया में ज्यादातर रेसिपीज में इमली डाली जाती है, वहां का खाना इमली के बिना पूरा नहीं होता। वहीं, नॉर्थ इंडिया में तकरीबन हर चटनी में इमली का इस्तेमाल किया जाता है। आज हम उन्हीं में से कुछ रेसिपीज को आपके साथ शेयर करने जा रहे हैं, जिन्हेंं इमली के बिना नहीं बनाया जा सकता। तो चलिए जानते हैं भारत के कोने-कोने में बसे उन जायकों के बारे में जिनका इमली के बिना कोई औचित्य नहीं।
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करेला पराठा
दिल्ली की पराठा वाली गली कई तरह के पराठों के लिए फेमस है और इसी गली में मिलता है करेला पराठा। इस पराठे को इमली डालकर बनाया जाता है। इसके लिए करेले को इमली के पानी में मेरीनेट किया जाता है, ताकि करेले का कड़वापन कम हो जाए। फिर इसमें प्याज और मसाला डालकर पराठों के लिए भरवांन तैयार किया जाता है। इमली और सौंफ इस भरवांन को एक शानदार सुगंध और स्वाद देते हैं।
अमलाना
अमलाना एक टेस्टी राजस्थानी ड्रिक है जिसे इमली के पल्प से बनाया जाता है। इमली (इमली का पल्प कैसे स्टोर करें)के पल्प में कालीमिर्च, इलायची और काला नमक डालकर इसे चटपटा बनाया जाता है। इमली के खटास में घुला यह ड्रिक आपके मुड को फ्रेश कर सकता है। इसे पुदीने से सजाकर और ठंडा करके सर्व किया जाता है।
रसम
साउथ इंडिया में घर-घर में रसम और चावल को एक डिश के रूप में खाया जाता है। रसम दरअसल इमली (इमली पन्ना बनाने का तरीका) का पानी होता है जिसे ढेर सारे मसालों के साथ पकाया जाता है। साउथ इंडिया में खाना खाने के बाद रसम खाना मानों एक रिवाज़ सा बन गया है। रसम को आप इमली वाला सूप भी कह सकती हैं। खटास से भरपूर रसम हमारे हाजमे को भी सही करता है।
खजूर इमली की खट्टी-मीठी चटनी
खजूर इमली की खट्टी-मीठी चटनी (लहसुन और इमली की चटनी रेसिपी) अकसर नाश्ते के साथ सर्व की जाती है और तकरीबन हर तरह के चाट का हिस्सा होती है। इसे आमतौर पर घर पर ही बनाया जाता है और इसे बनाने के लिए इमली और खजूर के साथ गुड़, धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, लाल मिर्च पाउडर और नमक डाला जाता है। कई घरों में इस चटनी में तिल, अदरक और लहसुन का तड़का भी लगाया जाता है।
हैदराबादी वेज दालचा
चार तरह के दालों से बनने वाला डिश, दालचा, का मतलब होता है किसी भी सामग्री को तब तक पकाना जब तक वह पूरी तरह गल ना जाए। नाम के मुताबिक इस रेसिपी में भी दाल को पूरी तरह मसला जाता है। दालों के अलावा इसमें कद्दू, इमली, लहसुन और हरी मिर्च डाली जाती है जो इसे बेदह टेस्ट बनाता है। तीखेपन और खट्टेपन का परफेक्ट कॉम्बिनेशन है दालचा।
ब्रिंजल एण्ड कैबेज कोफ्ता करी
इस रेसिपी की खास बात यह है कि इसकी ग्रेवी और कोफ्ते दोनों बहुत अलग होते हैं। इस रेसिपी के कोफ्ते बहुत ही अलग तरह की सब्जियों को मिलाकर बनाए जाते हैं, जैसे- पत्तागोभी और बैंगन। वहीं इसकी ग्रेवी को इमली के पानी और सूखे मसाले से बनाया जाता है। इस रेसिपी के ऊपर क्रीम डालकर इसका मजा लें।
टैमरिंड राइस
साउथ इंडियन रेसिपीज में अगर आप सिर्फ इडली, डोसा के बारे में जानते हैं तो इससे आगे बढ़ें। आपको बता दें कि साउथ इंडिया में इमली के चावल बहुत पसंद किए जाते हैं। टैमरिंड राइस को रायता और पापड़ के साथ सर्व किया जाता है। ऑफिस जाने वाले लोगों की यह पसंदीदा डिश है, क्योंकि जिनके पास खाने में बहूत कुछ चीजें बनाने का समय नहीं होता, उनके लिए यह परफेक्ट लंच रेसिपी है। अगर आपको भी खाने में खट्टा पसंद है तो इमली के चावल आपके लिए परफेक्ट हैं।
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अगरआपको भी खट्टा पसंद तो इनमें से किसी भी रेसिपी को ट्राई कर सकती हैं। अगर आपको ये जानकारी अच्छी लगी तो जुड़ी रहिए हमारे साथ। इस तरह की और जानकारी पाने के लिए पढ़ती रहिए हरजिंदगी।
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