करवा चौथ एक ऐसा त्योहार है जिसका क्रेज शादीशुदा महिलाओं के साथ ही कॉलेज की लड़कियों में भी होता है। दरअसल करवा चौथ का व्रत पारंपरिक पूजा से थोड़ा अलग होता है। जिस तरह से पारंपरिक पूजा में सब कुछ परंपरा के अनुसार मंत्रोच्चारण जैसा होता है वैसा करवा चौथ में नहीं होता है। करवा चौथ में महिलाएं सुबह उठकर सबसे पहले पूजा करती हैं और फिर खाना खाती हैं। फिर वे तैयार होती हैं ( जो महिलाओं का फेवरेट काम है)। इस तरह उनका पूरा दिन कट जाता है। तीन बजे से पूजा की तैयारी शुरू हो जाती है जिसके लिए कई सारे पकवान बनाए जाते हैं। शाम छह बजे के बाद महिलाएं फिर से तैयार होना शुरू कर देती हैं। इस दिन वे नये कपड़े पहनती हैं और पूरे गहने पहनती हैं। इतने में रात के नौ बज जाते हैं और चांद निकल आता है। जिसके बाद महिलाएं खुद पूजा करती हैं और पति के साथ खाना खाती हैं।
ऐसे में महिलाओं को पता ही नहीं चलता है कि पूरा दिन कहां गुजर गया। ऐसे में कॉलेज गर्ल्स के लिए ये त्यौहार से ज्यादा एक फैशन इवेंट जैसा होता है जिसमें एथिनिक तरीके से पूरी तैयारी की जाती है। लेकिन इसे पारंपरिक एथिनिक इवेंट की तैयारी सुबह की सरगी से होती है जिसका अपना काफी महत्व है।
पहला करवा चौथ
हर साल दस प्रतिशत लड़कियों का पहला करवा चौथ होता है। ऐसे में उन्हें ज्यादा कुछ मालूम नहीं होता है। अगर आप भी इन्हीं लड़कियों में से हैं तो आज इस करवा चौथ में सुबह खाई जाने वाली सरगी के महत्व के बारे में जानिए।
सरगी में दो चीजें होती हैं जरूरी
सरगी केवल सुबह खा लेने का नाम नहीं है। बल्कि इसमें दो चीजों का होना जरूरी होता है। ये दो चीज हैं-
- बाया
- पोइया
सास उपहार में देती हैं सरगी
बहु को उपहार में सास सरगी देती है। सरगी में मिली चीजों को सुबह खाकर करवा चौथ का व्रत रखा जाता है। इसमें मठरी, मेवे, फल, मिठाई आदि चीजें शामिल रहती हैं। पारंपरिक तौर तरीकों में इस सामान को मिट्टी के बर्तन में रखकर दिया जाता है। इसके अलावा इसमें बाया और पोइया भी शामिल होता है।
मायके से आता है बाया
ये वो सामान हैं जो करवाचौथ के मौके पर लड़की के मायके से उसके ससुराल आता है। इसमें मिठाइयां, मेवे, कपड़े, बर्तन, चावल आदि शामिल रहते हैं। यह सामान आमतौर पर करवा चौथ की कथा होने से पहले लड़की के घर पहुंचाया जाता है।
पोइया के बारे में जानें
करवाचौथ के व्रत के मौके पर जो सामान बहू अपनी सास को देती है, उसे पंजाब में पोइया कहा जाता है। इसमें सुहाग का सामान जैसे बिंदी, चूड़ियां, सिंदूर के अलावा मठरी, मिठाइयां, मेवे और सूट या साड़ी शामिल रहते हैं। इस सामान को लड़कियां पूजा में पूजने के बाद ही सास को देती हैं। (Read More: बॉलीवुड और टीवी की इन एक्ट्रेस का पहला करवा चौथ होगा खास)
सरगी खाते समय रखें इन बातों का ध्यान
- सरगी खाते समय केवल हेल्दी खाना खाएं और पानी ज्यादा से ज्यादा पिएं।
- व्रत खोलने के बाद अधिक भोजन नहीं करना चाहिए।
- अगर आपका कोई ट्रीटमेंट या दवाइयां चल रही हैं तो व्रत ना करें।
- व्रत में कोई एक्सरसाइज ना करें, इससे शरीर में कमजोरी आ सकती है।
इन सब बातों का ख्याल रखें और इस साल हेल्दी करवा चौथ का व्रत रखें। इन टिप्स को फॉलो करने से अगले दिन शरीर में कमजोरी नहीं होगी।
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