इंटरनेशनल टाइगर डे 2025: टाइगर प्रेमियों के लिए भारत की 5 टॉप जगहें, जहां मिलेगा जंगल सफारी का असली मजा

International Tiger Day 2025: बाघों को करीब से देखना हर किसी के लिए एक रोमांचक पल होता है। भारत में ऐसे कई प्रसिद्ध नेशनल पार्क्स हैं, जहां जंगल सफारी के दौरान बाघों के अलावा अन्य कई जानवरों को करीब से देख सकते हैं। आप भी इंटरनेशनल टाइगर डे पर इन पार्क्स के लिए निकल जाएं।
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Tiger day for jungle safari: अच्छा..! आपसे एक सवाल है कि भारत का राष्ट्रीय पशु कौन सा है? आपका उत्तर बाघ ही होगा। अच्छा..! एक और सवाल कि इंटरनेशनल बाघ दिवस कब मनाया जाता है? शायद आप एक मिनट के लिए गूगल पर सर्च करें। खैर, आपको बता दें कि हर साल 29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस (International Tiger Day) मनाया जाता है। बाघ दिवस का मुख्य उद्देश्य विश्व में बाघों की घटती संख्या के प्रति जागरूकता फैलाना है। ऐसे में इंटरनेशनल टाइगर डे के मौके पर देश में स्थित लोकप्रिय टाइगर रिजर्व की सैर पर जाना तो बनता ही है। इस आर्टिकल में हम आपको भारत के टॉप 5 टाइगर रिजर्व पार्क के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां आप जंगल सफारी का मजेदार लुत्फ उठाने पहुंच सकते हैं।

जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व (Jim corbett tiger reserve)

भारत के सबसे चर्चित और लोकप्रिय टाइगर रिजर्व की बात होती है, तो कई लोग सबसे पहले जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व का ही जिक्र करते हैं। इसे देश का सबसे पुराना नेशनल पार्क भी माना जाता है। यह उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित है। जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व को बंगाल टाइगर के संरक्षण के लिए स्थापित किया गया था। इस टाइगर रिजर्व में बंगाल टाइगर के अलावा, हाथी, तेंदुआ, भारतीय पैंगोलिन, जंगली सूअर और लंगूर आदि कई जानवरों को करीब से देखा जा सकता है।

  • टिकट-जंगल सफारी के लिए करीब 3000-5000 रुपये के बीच में टिकट होता है।
  • समय-सुबह 6 बजे से 10 बजे तक और दोपहर 2 बजे से 6 बजे तक।
  • नजदीकी रेलवे स्टेशन- काठगोदाम रेलवे स्टेशन।

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कान्हा टाइगर रिजर्व (Kanha Tiger Reserve)

Kanha Tiger Reserve

मध्य प्रदेश के बालाघाट और मंडला जिलों में फैला हुआ कान्हा टाइगर रिजर्व, राज्य के सबसे बड़े टाइगर रिजर्व में से एक है। यह पार्क करीब 940 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। कान्हा टाइगर रिजर्व को साल 1995 में नेशनल पार्क और 1973 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था। यहां जंगल सफारी के लिए देश के हर कोने से पर्यटक पहुंचते हैं। यह बाघों के अलावा, कई जानवरों का घर माना जाता है।

  • टिकट-जंगल सफारी के लिए करीब 4-5 हजार रुपये के बीच में टिकट होता है।
  • समय-सुबह 6 बजे से 9:30 बजे तक और दोपहर 2 बजे से 6 बजे तक।
  • नजदीकी रेलवे स्टेशन-जबलपुर और गोंदिया रेलवे स्टेशन है।

रणथंभौर टाइगर रिजर्व (Ranthambore tiger reserve)

Ranthambore tiger reserve

राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभौर टाइगर रिजर्व को रणथंभौर नेशनल पार्क के नाम से भी जाना जाता है। यह पूरे राजस्थान के सबसे चर्चित और लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह पार्क 1,334 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है। इस पार्क को बाघों और तेंदुओं के अलावा, कई जानवरों का घर माना जाता है। एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2002 में यहां करीब 66 बाघ थे। यहां देश के हर कोने से पर्यटक जंगल सफारी का लुत्फ उठाने पहुंचते हैं।

  • टिकट-जंगल सफारी के लिए करीब 5-6 हजार रुपये के बीच में टिकट होता है।
  • समय-सुबह 6 बजे से 10 बजे तक और दोपहर 3 बजे से 6:30 तक।
  • नजदीकी रेलवे स्टेशन-सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन है।

सुंदरबन टाइगर रिजर्व (Sundarban tiger reserve)

Sundarban tiger reserve

भारत के पूर्वी राज्य पश्चिम बंगाल में स्थित सुंदरबन टाइगर रिजर्व, देश का एक महत्वपूर्ण वन्यजीव अभयारण्य है। यह अभयारण्य सबसे अधिक रॉयल बंगाल टाइगर और मैंग्रोव वनों के लिए प्रसिद्ध है। सुंदरबन यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में भी शामिल है। कहा जाता है कि यह दुनिया का एकमात्र नदी डेल्टा है जहां बाघ पाए जाते हैं। ऐ रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 में यहां बाघों की संख्या 96 थी। सुंदरबन टाइगर रिजर्व में जंगल सफारी के लिए देश के हर कोने से पर्यटक पहुंचते हैं।

  • टिकट-भारतीय नागरिकों के लिए 60 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 500 रुपये।
  • समय-सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक।
  • नजदीकी रेलवे स्टेशन-कैनिंग रेलवे स्टेशन है।

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (Bandhavgarh Tiger Reserve)

Bandhavgarh Tiger Reserve

मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व राज्य के साथ-साथ देश का भी एक प्रसिद्ध टाइगर रिजर्व है। यह पार्क करीब 716 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है। बांधवगढ़ में करीब 60 से अधिक बाघ मौजूद है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व बाघों के अलावा, अपनी प्राकृतिक सुंदरता के साथ-साथ समृद्ध जैव विविधता के लिए भी प्रसिद्ध है। यह हर साल हजारों पर्यटक जंगल सफारी के लिए पहुंचते हैं।

  • टिकट-जंगल सफारी के लिए करीब 5-6 हजार रुपये के बीच में टिकट होता है।
  • समय-सुबह 5:30 बजे से 10 बजे तक और दोपहर 3 बजे से 6 बजे तक।
  • नजदीकी रेलवे स्टेशन-कटनी और उमरिया रेलवे स्टेशन है।

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