herzindagi
gaula river origin and history

क्या आप जानते हैं गौला नदी के उद्गम स्थल और इतिहास की कहानी

अगर आप भी गौला नदी के उद्गम स्थल और इतिहास की कहानी के बारे में जानना चाहते हैं तो फिर आपको इस लेख को ज़रूर पढ़ना चाहिए।  
Editorial
Updated:- 2023-02-25, 14:00 IST

भारत का इतिहास जब भी पढ़ा जाता है कि तो कुछ चीजों का जिक्र हर बार किया जाता है। जी हां, जब भी प्राचीन भारतीय इतिहास का जिक्र होता है तो मौजूद में मौजूद फोर्ट्स और नदियों का जिक्र ज़रूर होता है। प्राचीन काल में जिस तरह नदियों के किनारे गांव बसा करते थे ठीक उसी तरह आज भी कई गांव नदियों के किनारे ही बसते हैं।

जब भी भारतीय नदियों का जिक्र होता है तो गंगा, यमुना, कावेरी, कृष्णा, गोदावरी आदि नदियों का नाम ज़रूर लिया जाता है। भारत के कई नदियों में एक नदी है गौला नदी। शायद आप गौला नदी के बारे में नहीं जानते हो, लेकिन उत्तराखंड के लिए यह बेहद खास नदी है।

इस लेख में गौला नदी के उद्गम स्थल और इससे जुड़ी अन्य कहानियों के बारे में हम आपको बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।

गौला नदी का उद्गम स्थल

gaula river origin

इस लेख में सबसे पहले यह जान लेते हैं कि गौला नदी किस स्थान से निकलती है। ऐसे में आपको बता दें कि गौला नदी उत्तराखंड राज्य के पहाड़पानी गांव से निकलती है। इस नदी के बारे में यह भी माना जाता है कि निर्माण भीडापानी, मोरनौला-शहरफाटक की ऊंची पर्वतमाला के जल स्रोतों से होता है। लालकुँआ होती हुई किच्छा (हल्द्वानी के आसपास) पहुंचकर विलीन हो जाती है।

इसे भी पढ़ें:एक ऐसी नदी जिसे छूने से कांपती है लोगों की रूह

गौला नदी की पौराणिक कथा

gaula river origin and history uttrakhand

गौला नदी को हिन्दू धर्म के काफी महत्व माना जाता है। पौराणिक कथा के अनुसार स्कंद पुराण में मानस खंड में पुष्पभद्रा नाम से गौला नदी का उल्लेख मिलता है। यह भी माना जाता है कि चित्रशिला घाट और रानीबाग में गौला नदी के तट पर कई धार्मिक काम भी होते रहते हैं। (बाणगंगा नदी का उद्गम स्थान)

गौला नदी का इतिहास

know gaula river origin and history

गौला नदी का इतिहास बेहद ही दिलचस्प है। जी हां, कहा जाता है कि गौला नदी की कोई खुद का इतिहास नहीं है, लेकिन जब भी उत्तराखंड की प्रमुख नदियों का जिक्र होता है तो गौला नदी का जिक्र ज़रूर किया जाता है।

यह विडियो भी देखें

एक अन्य मत है कि महाभारत काल में गौला नदी के किनारे ऋषि-मुनि का आश्रम हुआ करता था और नदी का पानी जीवन यापन करने के लिए इस्तेमाल करते थे। आदिकाल में यह प्राचीन नदी ऋषि-मुनियों के साथ-साथ कई गांव भी मौजूद था।

इसे भी पढ़ें:महानंदा नदी के उद्गम स्थल और इससे जुड़े रोचक तथ्यों के बारे में जानें

गौला नदी उत्तराखंड के लिए क्यों है खास?

about gaula river origin and history

गौला नदी उत्तराखंड के लिए बेहद ही खास नदी है। यह उत्तराखंड के कुमाऊ मंडल की हल्द्वानी तहसील की सबसे बड़ी नदी है। हल्द्वानी में नदी पर बैराज का निर्माण किया गया है जो सिंचाई के लिए इस्तेमाल होता है। इसके अलावा मुख्य रूप से नैनीताल जिले में बहती है और नैनीताल में सिंचाई पर पेयजल के लिए बहुत इस्तेमाल होता है।(ये हैं भारत की श्रापित नदियां)

अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।