Himachal Pradesh Famous Devi Mandir: हिमाचल प्रदेश में आपको अनेकों देवी के प्रसिद्ध मंदिर मिल जाएंगे। यहां स्थित मंदिरों में कई शक्तिपीठ भी हैं। इसके साथ ही इन सभी मंदिरों से जुड़ा कोई न कोई रोचक इतिहास भी है। ऐसे में इनकी मान्यता और ज्यादा बढ़ जाती है। हिमाचल प्रदेश अपनी खूबसूरती और विभिन्न मंदिरों के लिए जाना जाता है। इस जगह पर आपको आस्था के साथ रहस्य का भी संगम देखने को मिलेगा। हर साल हिमाचल में हजारों पर्यटक बर्फीली वादियों और यहां के फेमस मंदिरों के दर्शन करने पहुंचते हैं।
अगर आपको भी हिमाचल प्रदेश घूमना पसंद है तो आज हम आपको वहां के एक अद्भुत और चमत्कारी मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं। यह मंदिर अपनी रहस्यमयी शक्तियों के लिए जाना जाता है। इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है। यदि आपने अबतक हिमाचल के इस प्रसिद्ध मंदिर के दर्शन नहीं किए हैं तो एक बार जरुर यहां जाइएगा। दरअसल हम जिस मंदिर की बार कर रहे हैं उसका नाम शिकारी देवी मंदिर है। आज हम आपको इस आर्टिकल में इस मंदिर से जुड़े कई रहस्य बताने जा रहे हैं। जिसको सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे और आपको यहां जाने का दिल करेगा।
कहां स्थित है शिकारी देवी का मंदिर (Shikari Mata Mandir)
प्रसिद्ध शिकारी देवी का मंदिर हिमाचल प्रदेश के मंडी में स्थित है। 11 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर अद्वितीय है। इस मंदिर की छत नहीं है। यहां माता खुले आसमान के नीचे विराजमान हैं। सराज घाटी में स्थित यह मंदिर 6-7 फीट तक बर्फ से ढका रहता है। हर साल यहां हजारों भक्त दर्शन के लिए पहुंचते हैं। मान्यता है कि शिकारी देवी अपने सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करती हैं। बर्फ से ढका रहने के कारण सर्दियों में करीब 3 महीने तक इस मंदिर के कपाट बंद रहते हैं। बताया जाता है पांडवों द्वारा अज्ञातवास में इस मंदिर का निर्माण करवाया गया था। इस मंदिर में नवदुर्गा मूर्ति, चामुंडा, कमरूनाग और परशुराम की मूर्तियां विराजमान हैं। इस मंदिर का निर्माण महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। नवरात्रि के दौरान यहां हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। इस मंदिर के कई वैज्ञानिक रहस्य भी हैं जिसके बारे में आजतक कोई भी पता नहीं लगा पाया है।
शिकारी देवी मंदिर के चमत्कारी रहस्य (interesting facts of Shikari Mata Mandir)
- इस मंदिर में कोई छत नहीं है और इसके बावजूद माता की मूर्तियों पर गिरने वाली बर्फ टिक नहीं पाती है।
- शिकारी माता मंदिर के आसपास करीब 6-7 फीट बर्फ होती हैं, लेकिन पुजारी का कहना है कि यहां स्थित मूर्तियों पर बिल्कुल बर्फ नहीं जमती है।
- बताया जाता है कई बार इस मंदिर में छत बनवाने की कोशिश की गई, लेकिन वो किसी न किसी कारणवश नहीं बन पाई।
- इस मंदिर में आपको 6 किलो मीटर की ट्रेकिंग करके जाना पड़ता है।
- मंदिर जाने का पूरा सफर काफी रोमांचकारी है। देवदार के ऊंचे पेड़ और बर्फ से ढकी वादियां मन मोह लेती हैं।
- बताया मार्कंडेय ऋषि की सालों की तपस्या से खुश होकर माता ने यहां विराजमान होने का फैसला लिया था।
- इस मंदिर में दुर्गा माता द्वारा पांडवों को कौरवों के खिलाफ युद्ध जीतने आशीर्वाद प्राप्त हुआ था।
- इस मंदिर में चढ़ने के लिए करीब 600 सीढियां हैं।
कैसी पहुंचे शिकारी देवी मंदिर
इस मंदिर में पहुंचने के लिए निकटतम बस स्टॉप भुलाह है। इसके अलावा जोगिंदर नगर रेलवे स्टेशन सबसे नजदीक है। इस मंदिर में आप सड़क मार्ग से जीप और बस दोनों से पहुंच सकते हैं। जहां आपको बस छोड़ती हैं उसके बाद आपको करीब 6 किलोमीटर का ट्रैक करके मंदिर जाना होता है।
अगर आप भी नवरात्रि में हिमाचल यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो शिकारी देवी मंदिर की इस आध्यात्मिक और रहस्यमयी यात्रा को जरूर अपनी लिस्ट में शामिल करें!
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Image Credit- jagran/shutterstock
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