प्रयागराज जिसे में इलाहबाद के नाम से भी जाना जाता है। मुख्य रूप से धार्मिक स्थल के रूप में प्रसिद्ध प्रयागराज गंगा, यमुना और सरस्वती इन तीनों नदियों के 'संगम का घर' है। प्रयागराज में इन नदियों के अलावा कुछ ऐसी बेहतरीन और अद्भुत जगहे हैं जिसे देखने के बाद आपकी भी नज़ारे मंत्रमुग्ध हो सकती है। जानकारी के लिए बता दें कि प्राचीन समय में इसे कौशाम्बी, बाद में इलाहाबाद और अब इसे प्रयागराज के रूप में जाना जाता है।
आज के समय में प्रयागराज उत्तर प्रदेश का एक बेहद ही लोकप्रिय पर्यटक स्थल है। यहां भारत के साथ-साथ विदेशी सैलानियों को भी अक्सर देखा जा सकता है। दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला यानि कुंभ मेला प्रयागराज में ही आयोजित होता है। आज आपको यहां की कुछ बेहतरीन जगहों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां घूमने के बाद आप भी प्रयागराज का ही हो जाना चाहेंगे।
त्रिवेणी संगम
भारत में ऐसी बहुत कम ही जगहे हैं जहां एक साथ भारत के सबसे पवित्र नदी गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम हो। प्रयागराज एक ऐसी जगह है जहां इन तीनों नदियों का मिलन बिंदु है। भारतीय पौराणिक कथाओं में भी कई बार त्रिवेणी संगम का जिक्र मिलता है। मान्यताओं के अनुसार जो भी व्यक्ति इस त्रिवेणी संगम में स्नान करता है उसके सभी दुःख दूर और सभी पापों से मुक्त हो जाता है। यहां हर शाम होने वाली आरती में भी आप शामिल हो सकते हैं। शाम के समय यहां घूमने का जो मज़ा है, शायद ही आपको प्रयागराज में देखने को मिले।
इसे भी पढ़ें: करें उत्तर प्रदेश के इन खूबसूरत स्थलों का दौरा, मिलेगा सुकून
प्रयागराज का किला
प्रयागराज यानि इलाहबाद का किला यहां देखने और घूमने के लिए सबसे बेहतरीन जगहों में से एक है। गंगा और यमुना नदी के किनारे स्थित प्रयागराज किला लगभग 1583 के आसपास में अकबर के शासनकाल के दौरान बनाया गया था। अद्भुत संरचना और बेहतरीन वास्तुकला के रूप में प्रसिद्ध यह किला दुनिया भर के हजारों पर्यटकों के लिए प्रयागराज में घूमने के लिए एक प्रमुख पर्यटक स्थल है। कहा जाता है कि इसे किले को हर बार पूर्ण रूप से कुंभ मेले के दौरान ही पर्यटकों के लिए खोला जाता है। (बनारस में घूमने के लिए)
Recommended Video
न्यू यमुना ब्रिज
हावड़ा ब्रिज का नाम आपने कई बार सुना होगा। हालांकि, हावड़ा ब्रिज का तुलना न्यू यमुना ब्रिज से नहीं किया जा सकता हैं लेकिन, खूबसूरत नज़रों के मामले में दोनों ही एक जैसे लगते हैं। यमुना नदी के ऊपर निर्मित यह ब्रिज प्रयागराज में घूमने और देखने के लिए हजारों सैलानी आते रहते हैं। इस पुल को केबलों द्वारा इसके डेक को सहारा देने वाले अद्भुत नज़ारे को देखते ही बनता है। ब्रिज पर खड़े होकर यमुना नदी के बहते प्रभाव को भी देखते ही बनता है। इसे सेल्फी पॉइंट के नाम से भी जाना जाता है।
इसे भी पढ़ें: झांसी! भारतीय इतिहास के सबसे समृद्ध और गौरवपूर्ण शहरों में से एक
ऑल सेंट्स कैथेड्रल
प्रयागराज की गलियों से होते हुए जब आप एम जी मार्ग होते हुए ऑल सेंट्स कैथेड्रल चर्च पहुंचेंगे तो शायद आप सोचेंगे कि कुछ दिन यहीं रूम लेकर रहते हैं। लगभग 19 वीं शताब्दी में निर्मित ऑल सेंट्स कैथेड्रल प्रयागराज में देखने और घूमने के लिए बेहतरीन जगहों में एक है। कहा जाता है कि यह चर्च गोथिक शैली की वास्तुकला में निर्मित है। प्रयागराज निवासियों के लिए यह एक पिकनिक जगह भी है और ईसाइयों के लिए तीर्थ स्थल भी है।
इन चारों जगहों के अलावा आप पब्लिक लाइब्रेरी, खुसरो बाग, तारामंडल और आनंद भवन जैसी खूबसूरत जगहों पर कभी भी परिवार, दोस्तों या फिर अकेले भी घूमने के लिए जा सकते हैं। यक़ीनन इन जगहों पर घूमने के बाद आप प्रयागराज का हो जाना चाहेंगे। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit:(@i.ytimg.com,www.flyingroups.com)
क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?
आपकी स्किन और शरीर आपकी ही तरह अलग है। आप तक अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी लाना हमारा प्रयास है, लेकिन फिर भी किसी भी होम रेमेडी, हैक या फिटनेस टिप को ट्राई करने से पहले आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। किसी भी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।