अगर आप काफी लंबे टाइम से बनारस घूमने का मन बना रही हैं लेकिन किसी वजह से आप इस शहर को करीब से देखने नहीं जा पा रही हैं तो ये साल खत्म होने से पहले बनारस जरूर घूम आएं। दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक बनारस जिसे वाराणसी भी कहा जाता है, किसी परिचय का मोहताज नहीं है।
बॉलीवुड की कई सुरपहिट फिल्में और गानों में आपने बनारस शहर का जिक्र जरूर सुना होगा। यहां की टेढ़ी-मेढ़ी गलियां, गंगा घाट और वहां की आरती, चाय और चाट-पकौड़े इन सबके किस्से आप तक पहुंच चुके होंगे। बनारस के पान की तारीफ तो आपने सुनी ही होगी।
हिंदू मान्यता में बनारस पवित्र स्थान माना जाता है। मरने के बाद लोग प्रियजनों के अंतिम संस्कार के लिए यहां आते हैं। एक तरफ जीवन की अंतिम यात्रा और दूसरी ओर जिंदगी का उत्साह, यही है बनारस की खासियत लेकिन क्या आप जानती हैं हम आपको क्यों ये साल खत्म होने से पहले बनारस घूमने के लिए बोल रहे हैं। दरअसल अक्टूबर, सितंबर, दिसंबर इन तीन महीनों में बनारस घूमने का अलग ही मजा है और अगर ये तीन महीने मिस कर देती हैं तो एक बार फिर आपको अपना प्रोग्राम अगले साल के लिए टालना पड़ेगा।
इन दिनों खास दिखता है बनारस
बनारस में दुर्गा पूजा से लेकर दशहरा और दिवाली बड़ी धूम-धाम से मनाई जाती है। यहां का नजारा इन दिनों बहुत ही अलग होता है। गंगा घाटो पर लोगों की खास भीड़ रहती है। अगर आप बनारस जाएं तो असि घाट जरूर जाएं। इस घाट पर आकर बेजान लोग भी बड़े-बड़े ख्वाब देखने लगते हैं। वहीं कुछ लोग जिनके ख्वाब बड़े होते हैं वो सब कुछ भूलकर इसकी मनमोहक छवि में रंग जाना चाहते हैं। यहां रोज सुबह-शाम गंगा आरती और रात तक लोगों की चौपाल लगी रहती है।
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आप दशाश्वमेध घाट भी घूम सकती है इसे शिव भक्तों का ठिकाना भी कहा जाता है। वैसे बनारस में घाटों की कमी नहीं है और इस बारी तो आप क्रूज़ के जरिए बनारस घाट घूम सकती हैं।
इन खास टिप्स से बनाएं अपने सफर को सुहाना
अगर आप बनारस घूमने जा रही हैं तो आप यहां पहुंचकर आसपास सारनाथ, गया. नवाबों के शहर लखनऊ और अयोध्या भी जा सकती हैं।
गुलकंद पान खाना ना भूलना
खई के पान बनारस वाला, खुल जाए बंद अक्ल का ताला’ इस गाने के बोल बनारस के पान की खासियत बताने के लिए काफी है। बनारस का नाम जुबां पर आते ही सबसे पहले ‘बनारसी पान’ की तस्वीर सामने आ जाती हैं। विदेशी टूरिस्ट भी एक बार इसका स्वाद जरूर चखते हैं। ‘गुलकंद वाला पान’ हर किसी की पहली पसंद है। यहां आप किसी भी कोने से गुलकंद पान खा सकती हैं।
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यहां की लस्सी पीना ना भूलना
बनारसी लस्सी भी यहां की पहचान है। बनारस का ‘पहलवान लस्सी’ वाला बहुत फेमस है। इंडिया घूमने आए विदेशी इसका स्वाद जरूर चखते हैं। बनारस में एक जगह है ‘चौक’ इस इलाके की कचौड़ी गली में ‘ब्लू लस्सी’ के नाम से एक दुकान है। यहां आपको सेब, केला, अनार, आम और रबड़ी समेत हर फ्लेवर की लस्सी मिल जाएगी।
यहां की पूड़ी-सब्जी और जलेबी खाना ना भूलना
कद्दू की सब्जी-पूड़ी और साथ में गरमागरम जलेबी बनारस की पहचान है। लंका पर स्थित ‘चाची की दुकान’ पूड़ी-सब्जी के लिए मशहूर है। इसका स्वाद चखने के लिए लोग सुबह से ही दुकान पर जमा हो जाते हैं।
तो फिर देर किस बात की इस साल अपनी फैमली के साथ घूम आइएं बनारस की गलियां।