Vrindavan Temple: भागदौड़ भरी जिंदगी से दूर कुछ पल सुकून से जीने के लिए हम सभी वीकेंड या छुट्टी पर कहीं न कहीं घूमने का प्लान बना लेते हैं। कुछ लोग पहाड़ वाली जगह पर तो कुछ लोग मंदिर जाना पसंद करते हैं। उत्तर प्रदेश के वृंदावन में स्थित बांके बिहारी, इस्कॉन और प्रेम दर्शन के दर्शन करने के लिए दुनिया भर से हजारों लोग रोजाना यहां आते हैं। लेकिन आपको बता दें कि इस नगरी में ठाकुर के ऐसे प्राचीन मंदिर स्थित है, जिसके बारे में अधिकतर लोग अनजान हैं। बता दें कि इन मंदिर में ठाकुर जी के अलग-अलग स्वरूप के दर्शन होते हैं, जिसे देखने के बाद आप मंत्रमुग्ध हो जाएंगे। अगर आप भगवान कृष्ण की नगरी दर्शन के लिए जाने के लिए प्लान कर रही हैं, लेकिन आपको पास ज्यादा समय नहीं है, तो यहां पर स्थित ठाकुर जी दर्शन जरूर करें। इस लेख में हम आपको उन प्राचीन मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां मुरलीधर के अलग-अलग रूप विद्यमान है।
अगर आप वृंदावन दर्शन के लिए जा रहे हैं, तो साल 1542 में स्थापित राधा दामोदर मंदिर जरूर जाएं। इस मंदिर में कृष्ण को उनकी पत्नी राधा के साथ दामोदर के रूप में पूजा जाता है। यह वृंदावन के मुख्य सात गोस्वामी मंदिरों में से एक है। बता दें कि यह मंदिर गौड़ीय वैष्णव परंपरा से संबंधित है और इसकी स्थापना जीव गोस्वामी ने की थी। इस मंदिर के परिसर में रूप गोस्वामी , जीव गोस्वामी और कृष्णदास कविराज सहित कई गौड़ीय संतों की समाधियां भी हैं।
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वृंदावन में स्थित श्री रंगनाथ जी का मंदिर भगवान विष्णु के रंगनाथ स्वरूप को समर्पित है, जो दक्षिण भारत के श्रीरंगम के रंगनाथस्वामी मंदिर का रूप है। मंदिर का निर्माण साल 1851 हुआ था, जो द्रविड़, राजपूत और मुगल वास्तुकला शैलियों का एक मिश्रण है। बता दें कि वैकुंठ एकादशी के दिन यहां पर वैकुंठ द्वार खोले जाते हैं, जो कि साल में केवल एक बार ही खुलता है। यह मंदिर चुंगी चौराहे के पास स्थित है।
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श्री राधा मदन मोहन मंदिर वृंदावन के सबसे पुराने और अत्यधिक पूजनीय मंदिरों में से एक है। इस मंदिर के पीठासीन देवता मदन मोहन हैं, जो भगवान कृष्ण का एक रूप हैं, जो मंदिर की केंद्रीय वेदी में अपनी पत्नी देवी राधा और ललिता गोपी के साथ दोनों ओर मौजूद हैं। मंदिर वृंदावन के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है, जिसमें मौजूदा मुगल वास्तुकला के साथ-साथ भारतीय मंदिर वास्तुकला की कलिंग नागर शैली का भी वास्तुशिल्प प्रभाव है।
वृंदावन में स्थित लाल बाबू मंदिर के दर्शन जरूर करें। लाल बाबू मंदिर वृंदावन में स्थित एक प्रसिद्ध मंदिर है, जो बंगाल के जमींदार कृष्ण चंद्र द्वारा स्थापित किया गया था। इस मंदिर की स्थापना 1810 में ब्रिटिश शासनकाल के दौरान हुआ था।
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