सर्दियों में हर कोई हिल स्टेशन घूमना पसंद करता है, क्योंकि यहां के खूबसूरत नजारे और ठंडी हवाओं को हर कोई इंजॉय करना पसंद करता है। वैसे तो हिमाचल या उत्तराखंड दिल्ली से पहुंचना आसान है, लेकिन बेहतर होगा कि आप कश्मीर को एक्सप्लोर करें।
हिमालय की गोद में बसे जम्मू-कश्मीर को भारत का जन्नत माना जाता है, जिसकी हसीन वादियों की खूबसूरती दुनिया भर में फेमस है। यहां बसी हर जगह की अपनी खासियत है, जिसे एक बार एक्सप्लोर जरूर करना चाहिए। हालांकि, जम्मू- कश्मीर की हर जगह जाना आसान नहीं है, लेकिन कभी आपका प्लान बने तो एक बार पहलगाम को जरूर एक्सप्लोर करें।
पहलगाम में बर्फ से ढके पहाड़, घास के मैदान, झील-झरने और दूध की तरह बहती नदी, पहलगाम की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करते हैं। बर्फबारी के समय इस जगह की खूबसूरती चरम पर होती है। इसलिए बर्फबारी के दौरान यहां सबसे अधिक सैलानी पहुंचते हैं।
बेताब वैली
पहलगाम में बेताब वैली मौजूद है, जिसे हजन वैलीके नाम से भी जाना जाता है। यह जगह पहलगाम से लगभग 15 किमी दूर है, जहां कई फिल्मों को शूट किया जा चुका है। कहा जाता है कि यहां 1983 में बेताब फिल्म की शूटिंग की गई थी, जिसमें सनी देओल और अमृता सिंह मुख्य भूमिका में थे।
यह जगह इतनी पॉपुलर हुई कि फिल्म के नाम पर इसका नाम रख दिया गया। अगर आप पहलगाम जा रहे हैं, तो इस जगह को जरूर एक्सप्लोर करें। यहां आप अरु वैली, ममलेश्वर मंदिर, शेषनाग झील आदि जगहों को देखने का प्लान बना सकते हैं।
इसे जरूर पढ़ें-जनवरी में यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो मात्र 3000 में यहां घूमने का बनाएं प्लान
चंदनवाड़ी
यह वैली पहलगाम के बाहरी छोर पर स्थित है, यहां बेहद मनमोहक घाटी है। यह पहलगाम से करीब 15 किमी की दूरी पर मौजूद है। यहां आपको झील-झरने और मनमोहक बर्फ से ढके पहाड़ मिलेंगे। यहां काफी लोग अपना हनीमून प्लान करते हैं।
हालांकि, चंदनवाड़ी की खूबसूरती तो पूरे जम्मू कश्मीर में फेमस है। साथ ही, इसका धार्मिक महत्व भी है। कहा जाता है कि यह एक ऐसा पर्यटन स्थल है, जहां से अमरनाथ यात्रा शुरू होती है। इसलिए चंदनवाड़ी सैलानियों के लिए भी बहुत खास है।
ममलेश्वर मंदिर
जब भी आप पहलगाम जाएं, तो धार्मिक जगह को एक्सप्लोर करना न भूलें। वैसे तो यहां बहुत से धार्मिक स्थल मौजूद हैं, लेकिन बेहतर होगा कि आपममलेश्वर मंदिर के दर्शन करें। बता दें कि यह मंदिर 12वीं शताब्दी में बनाया गया है। बता दें कि यहां भगवान शिव की पूजा की जाती है। यह मंदिर कोलाहोई ग्लेशियर से निकलने वाली एक जलधारा के पास स्थित है, जो ममल गांव में स्थित है।
यहां से पहलगाम लगभग 1 किलोमीटर दूर है। कहा जाता है कि इतिहास के अनुसार, मूल मंदिर का निर्माण चौथी शताब्दी में हुआ था। राजा जयसिम्हा ने 12वीं शताब्दी के दौरान ममलका गांव में इस मंदिर का पुनर्निर्माण किया था।
अरु वैली
वैसे तो कश्मीर की हर जगह बेस्ट है, लेकिन अगर आप ट्रेकिंग का शौक रखते हैं तो एक बार अरु वैली जरूर जाएं। यहां आपको कई सारे ऑप्शन मिलेंगे, जिसे अपनी बजट के हिसाब से सेलेक्ट कर सकते हैं। (पिकनिक में जा रहे हैं, तो किचन के ये जरूरी सामान रखना न भूलें)
ट्रेकिंग करते वक्त आप पहाड़ों के बीच से निकलेंगे, तो यहां का व्यू आपको बेहद खूबसूरत लगेगा। इसके अलावा, आप इसके किनारे पिकनिक मना सकते हैं और अपने पार्टनर के साथ घंटों शांति से बैठ सकते हैं। इसके अलावा, आप अरु वैली में मछली भी पकड़ सकते हैं।
ट्रेकिंग के लिए बेस्ट है बर्फ महोत्सव
अगर आपको बर्फ और ट्रेकिंग ज्यादा पसंद है, तो आप यहां हर साल होने वाले महोत्सव में हिस्सा भी ले सकते हैं। बता दें कि यहां पर हर साल बर्फ महोत्सव आयोजित किया जाता है। यहां पर आप स्कीइंग, घुड़सवार और स्पेलिंग जैसे एडवेंचर चीजें कर सकते हैं।
इसे जरूर पढ़ें-आइसलैंड का खतरनाक ब्लैक सैंड बीच, जहां का नाम सुनते ही घबरा जाते हैं लोग, जानें क्यों
पहलगाम कैसे पहुंचें?
पहलगाम जाने के लिए आपको सबसे पहले श्रीनगर जाना होगा। फिर यहां तक आप आराम से आ जाएंगे। यहां आने के लिए आप ट्रेन, बस या फिर फ्लाइट आराम से ले सकते हैं। श्रीनगर आने के बाद आपको टैक्सी की मदद से पहलगाम पहुंचना होगा। यहां से पहलगाम लगभग 100 किलोमीटर दूर है, जिसे सड़क मार्ग से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
इन खेलों में हिस्सा लेने पर्यटक दूर-दूर से आते हैं, अगर चाहें तो आप भी पार्टिसिपेट कर सकते हैं। इन जगहों पर आप एक बार जरूर जाएं।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से। अपने विचार हमें आर्टिकल के ऊपर कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
Image Credit- (@Freepik)
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों