बॉडी और फेस पर मौजूद अनचाहे बालों को हटाने के लिए आज के समय में कई तकनीक मौजूद हैं। रेजर से लेकर लेजर तकनीक को बाल हटाने की प्रक्रिया में कम दर्दनाक माना जाता है, लेकिन फिर भी वैक्सिंग एक ऐसी तकनीक है, जिसका इस्तेमाल लंबे समय से किया जा रहा है। अगर आप दो से तीन सप्ताह तक खुद को हेयर फ्री रखना चाहती हैं तो यकीनन वैक्सिंग करवाना एक अच्छा ऑप्शन है। हालांकि अधिकतर लड़कियां जब भी वैक्सिंग करवाने के बारे में सोचती हैं तो उस दौरान होने वाले दर्द या फिर बाद की परेशानियों के किस्से सुनकर डर जाती हैं और अपने प्लॉन को अक्सर पोस्टपोन कर देती हैं। हो सकता है कि आपने भी वैक्सिंग को लेकर काफी कुछ सुना हो, जिसके कारण आप अनजाने में ही उससे जुड़े कुछ मिथकों पर भरोसा करने लगी हों। तो चलिए आज इस लेख में हम कुछ ऐसे ही पॉपुलर वैक्सिंग मिथ्स और उनकी वास्तविक सच्चाई के बारे में बता रहे हैं-
सच्चाई- यह वैक्सिंग को लेकर एक बेहद ही कॉमन मिथ है। चूंकि वैक्सिंग में बालों को रूट्स से निकाला जाता है, इसलिए जाहिर तौर पर इसमें शेविंग करने से ज्यादा दर्द होता है। हालांकि यह कहना कि इस प्रक्रिया में होने वाला दर्द असहनशील होता है, तो यह गलत है। अगर इसे जल्दी से और कुशलतापूर्वक किया जाता है, तो यह उतना दर्दनाक नहीं होता है। इसके अलावा वैक्सिंग के दौरान होने वाला दर्द इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप इसे कब करवा रही हैं। मसलन, पीरियड्स से ठीक पहले या उस दौरान स्किन अधिक सेंसेटिव होती है और अगर ऐसे में वैक्सिंग करवाई जाए तो आपको अधिक दर्द का अनुभव होगा।
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सच्चाई- कुछ महिलाएं बालों की अच्छी ग्रोथ होने के बाद ही वैक्सिंग करवाने का प्लॉन करती हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि लम्बे बालों में वैक्सिंग करवाना ही उचित है। हालांकि यह सच नहीं है। आपकी स्किन के बाल ना तो बहुत अधिक बड़े होने चाहिए और ना ही बिल्कुल छोटे। ऐसा इसलिए है, अगर आपकी स्किन के बाल बहुत छोटे होंगे, तो वैक्स की पकड़ उन पर नहीं होगीं। जिसके कारण जड़ से बाल नहीं निकल पाएंगे। वहीं अगर बाल बहुत लंबे होंगे तो वैक्सिंग करवाते समय आपको बहुत अधिक दर्द होगा।
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सच्चाई- गर्भधारण करने के बाद महिलाएं अपने गर्भस्थ शिशु को लेकर अधिक सतर्क हो जाती हैं और सुनी सुनाई बातों पर विश्वास करने लगती हैं। कुछ महिलाओं का मानना होता है कि इस दौरान वैक्सिंग नहीं करवानी चाहिए, क्योंकि इससे बच्चे पर असर पड़ेगा। जबकि ऐसा नहीं है। आप प्रेग्नेंसी में भी वैक्सिंग करवा सकती हैं। हालांकि इस दौरान हार्मोनलउतार-चढ़ाव के कारण आपकी स्किन को अधिक हाइपर सेंसेटिव होती है, यह ठीक वैसा ही है, जैसा कि आपके पीरियड के आसपास वैक्स करवाती है।
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सच्चाई- कुछ महिलाएं यह भी सोचती हैं कि वैक्सिंग के दौरान चूंकि स्किन को स्ट्रेच किया जाता है, जिसके कारण यह सैगिंग हो सकती है या फिर आपको रिंकल्स की समस्या हो सकती हैं। हालांकि यह भी पूरी तरह से एक मिथ है। एक अच्छा वैक्सिंग थेरेपिस्ट हमेशा वैक्स या स्ट्रिप को हटाते समय आपकी त्वचा को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचने देता। इसलिए अगर आप चाहती हैं कि वैक्सिंग करने से आपकी स्किन को किसी तरह का नुकसान ना हो तो ऐसे में आप हमेशा अच्छे पार्लर से ही वैक्सिंग करवाएं।
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