गर्भावस्था में एक स्त्री के शरीर में कई बदलाव आते हैं, जो सिर्फ उसके भीतर तक ही सीमित नहीं होते, बल्कि कई बार यह बदलाव बाहर भी दिखाई देते हैं। उदाहरण के तौर पर, अधिकतर महिलाओं को गर्भावस्था में मुंहासों की समस्या का सामना करना पड़ता है। यह समस्या गर्भावस्था की पहली और दूसरी तिमाही के दौरान बेहद आम है। इस दौरान एण्ड्रोजन नामक हार्मोन में वृद्धि से अधिक सीबम का उत्पादन होता है, जो छिद्रों को रोक सकता है और बैक्टीरिया, सूजन और ब्रेकआउट को जन्म दे सकता है। जिन महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान अधिक ब्रेकआउट्स होते हैं, उन्हें गर्भावस्था के मुंहासों की संभावना अधिक होती है। हालांकि, गर्भावस्था और प्रसवोत्तर मुँहासे आमतौर पर अस्थायी होते हैं। लेकिन फिर भी अगर आप इन पिम्पल्स से निजात पाना चाहती हैं तो किसी तरह का ट्रीटमेंट करवाने या फिर बाजार में मिलने वाली क्रीम्स का सहारा लेने की जगह आप इन आसान पांच तरीकों को अपना सकती हैं-
सेब का सिरका
एक पार्ट रॉ और अनफ़िल्टर्ड एप्पल साइडर विनेगर लेकर उसमें तीन भाग डिस्टिल्ड वाटर में मिलाएँ। यह एक ऐसा टोनर बनाएगा जो प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले एंजाइम और अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड से भरपूर होता है। अब एक कॉटन बॉल लेकर उसे इस मिश्रण में डिप करें और अपनी स्किन पर अप्लाई करें ताकि यह अच्छी तरह अब्जॉर्ब हो जाए।
जरूरी टिप- कभी भी सेब के सिरके को सीधे स्किन पर अप्लाई ना करें। इस्तेमाल से पहले इसे डिस्टिल्ड वाटर में डायलूट जरूर करें। अनडायलूट सिरक बहुत एसिडिक होता है और जलन पैदा कर सकता है। इसके अलावा, अगर आपको इसके इस्तेमाल से बहुत अधिक रूखापन महसूस हो रहा है तो इस उपचार को तुरंत बंद कर दें।
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बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा आपकी त्वचा पर तेल को ड्राई करके हीलिंग को बढ़ावा देता है। आप इसे ब्रेकआउट के लिए स्पॉट ट्रीटमेंट के रूप में इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। लेकिन इसे व्यापक रूप से इस्तेमाल करने से बचें, क्योंकि यह आपकी स्किन को इरिटेट कर सकता है। 1 बड़ा चम्मच बेकिंग सोडा लेकर उसमें 1 बड़ा चम्मच पानी मिलाकर नेचुरल स्पॉट ट्रीटमेंट बनाएं। अब आप इसे केवल पिम्पल्स पर अप्लाई करें, न कि पूरे शरीर या चेहरे पर। जब यह सूख जाए तो इसे धो दें।
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खट्टे फल
खट्टे फल जैसे नींबू आदि में अल्फा हाइड्रॉक्सी एसिड पाया जाता है। जब आप से अपनी स्किन पर अप्लाई करती हैं तो डेड स्किन सेल्स को हटाने के साथ-साथ पोर्स को अनक्लॉग भी करता है। इसके इस्तेमाल के लिए आप नींबू निचोड़कर उसका रस निकालें। अब एक कॉटन बॉल की मदद से उसे सीधे पिम्पल्स के उपर लगाएं और 10 मिनट तब सूखने़ दें। आखिरी में ठंडे पानी की मदद से स्किन को साफ करें।
नारियल का तेल
नारियल के तेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं। यह त्वचा को सूदिंग इफेक्ट देता है और बहुत आसानी से अवशोषित हो जाता है। इसलिए गर्भावस्था में मुंहासों से छुटकारा पाने के लिए आप सोने से पहले एक मॉइस्चराइज़र लगाने के बजाय वर्जिन कोकोनट ऑयल स्किन पर अप्लाई करें। (Health Tips: सिर्फ 1 चम्मच शहद इन 20 बीमारियों को करता है दूर)
शहद
शहद में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। यह आपकी त्वचा को सूदिंग इफेक्ट देता है। इसके लिए आप सबसे पहले अपने फेस को गुनगुने पानी से साफ करें। अब शहद को सीधा स्किन पर अप्लाई करें और करीबन आधे घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दें। आखिरी में गुनगुने पानी से स्किन को साफ करें।
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हल्दी का लें सहारा
हल्दी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक है और एक कॉम्प्लेक्शन बढ़ाने वाला एजेंट भी है। यह उस संक्रमण का इलाज करता है, जिसके कारण आपको मुंहासों की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके इस्तेमाल के लिए आधा चम्मच हल्दी लेकर उसमें पानी मिलाकर एक पेस्ट तैयार करें। इसे मुंहासों पर लगाएं और एक-दो घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ दें। आप चाहें तो इसे रातभर के लिए भी इसे ऐसे ही रहने दे सकती हैं। उसके बाद चेहरे को क्लीन कर लें। इस उपाय को हर दिन अपनाएं। आपको कुछ ही दिनों में अंतर नजर आने लगेगा।
जरूरी टिप- हल्दी का पेस्ट आपके कपड़ों पर लग सकता है और उसमें दाग रह सकते हैं। इसलिए अगर हो सके तो इस उपाय को अपनाते समय आप पुराने कपड़े पहनें।
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