हममें से कुछ लोगों के पैरों, खासतौर से एड़ियों पर ड्राइनेस रहती है। इससे त्वचा सख्त हो जाती है और एड़ियों पर दरारें दिखने लगती हैं। ड्राइनेस के साथ एड़ियों के आसपास की जगह मोटी हो जाती है और जब त्वचा पर दबाव पड़ता है वह फटने लगती हैं। कई सारे फैक्टर्स इसका कारण बनते हैं, जिसमें मोटापा, खुली हील वाले फुटवियर्स, ड्राई स्किन आदि शामिल हैं।
पैरों में होने वाला फ्रिक्शन इसे ज्यादा कठिन बनाता, इसलिए त्वचा को साफ रखने और मॉइश्चराइज करने के अलावा सही जूते और जुराब चुनना जरूरी है। मॉइश्चराइजर आपकी त्वचा को मुलायम करता है और नमी को सील करने में मदद करता है। अतिरिक्त वजन कम करने से भी आपकी एड़ी पर दबाव कम हो सकता है और क्रैकिंग कम हो सकती है।
इस आर्टिकल में हम आपको ऐसे कुछ तरीके भी बताने वाले हैं, जिनकी मदद से आप अपने पैरों को मुलायम बनाने में मदद कर सकेंगी।
पैरों को बहुत देर तक गीला न रखें
अपने पैरों को बहुत देर तक पानी में भीगने न दें। हो सके तो उन्हें 5-10 मिनट से ज्यादा पानी में न भिगोएं। बहुत देर तक पानी के संपर्क में रहने से त्वचा रूखी हो सकती है और इसी से एड़ियां फटने लगती हैं। अगर आप पेडीक्योर भी कर रही हैं, तो भी पैरों को अत्यधिक पानी में डुबोकर नहीं रखना चाहिए। इसके अलावा पैरों को अच्छी तरह साफ और सुखाना बहुत जरूरी है।
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नेचुरल क्लींजर का करें इस्तेमाल
अपने पैरों को साफ करने के लिए एक सौम्य और फ्रेगरेंस-फ्री वाले क्लींजर का इस्तेमाल करना चाहिए। खुशबू वाले प्रोडक्ट्स त्वचा में इरिटेशन पैदा कर सकते हैं। वहीं फ्रेगरेंस-फ्री वाले क्लींजर आपके पैरों के नेचुरल ऑयल्स को बरकरार रखने में मदद करते हैं। यह त्वचा को रूखी भी नहीं होने देते हैं।
धीरे से स्क्रब करें पैर
अपने पैरों को सोखने के बाद, लूफा या फुट स्क्रबर से एड़ियों से डेड स्किन सेल्स निकालें। हालांकि ध्यान दें कि पैरों को बहुत ज्यादा न स्क्रब करें। इससे दरारों में दर्द बढ़ सकता है। अपने पैरों में जेंटल प्रेशर का उपयोग करें। इसके अलावा ध्यान रखें कि लूफा को धोकर जरूर सुखाएं।
नारियल का तेल या वैसलीन लगाएं
अगर आपके पैर बहुत फटते हैं, तो इसका मतलब है कि पैरों में मौजूद ग्लैंड्स अपना काम नहीं कर रही हैं जिससे नमी सील नहीं हो पाती हैं। जरूरी हैं कि आप पैरों को हमेशा मॉइश्चराइज रखें। सोने से पहले अपने पैरों को साफ करें और प्लेन पेट्रोलियम जेली या नारियल का तेल लगाएं। इसके बाद जुराब पहनकर उन्हें रातभर ऐसे ही रहने दें।
अपने पैरों को सुरक्षित रखें
नंगे पैर बिल्कुल भी न रहें। अपने पैरों को सुरक्षित रखें। दोपहर में क्रैक्ड हील्स पर मॉइश्चराइजर लगाएं और लाइट सॉक्स पहने रहें। इसके अलावा आप बैंडेज लगाकर एक प्रोटेक्टिव बैरियर तैयार करें, इससे दर्द कम होगा और घाव भी भरेगा। इससे दरारों में कीटाणु भी प्रवेश करने से बचेंगे।
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सही जूते पहनें
क्रैक्ड हील्स के लिए सही जूते पहनना भी बहुत जरूरी है। यदि आपकी एड़ी ड्राई और फटी हुई है, तो खुली एड़ी वाले जूते पहनने से बचें। अगर आपके जूते नीचे से घिसे हुए हैं या सही तरह से फिट नहीं होते तो भी आपको ऐसे जूते नहीं पहनने चाहिए। आपको नरम और कुशन वाले जूते पहनने चाहिए, जिनसे एड़ियों पर दबाव नहीं पड़ता है।
कभी-कभी, फटी हुई एड़ी का कारण मधुमेह जैसी मेडिकल कंडीशन भी हो सकती है। अगर आपकी एड़ियों में दरारें गंभीर हैं और उनमें दर्द भी हो रहा है बोर्ड-सर्टिफाइड त्वचा विशेषज्ञ से बात करें।
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Image Credit: Freepik
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