हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि को अत्यंत शुभ और महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन उन लोगों के लिए खास होता है जो किसी भी तरह के ग्रह दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं। मान्यता है कि अमावस्या पर किए गए उपाय ग्रह दोषों को शांत करने में सहायक होते हैं।
इस दिन लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए श्राद्ध कर्म भी करते हैं। ऐसा माना जाता है कि अमावस्या पर किया गया श्राद्ध पितरों को संतुष्टि प्रदान करता है और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति में मदद करता है।
हरियाली अमावस्या विशेष रूप से किसी भी नए कार्य को शुरू करने के लिए बेहद उत्तम दिन मानी जाती है। इस दिन दान-पुण्य करने का भी विशेष महत्व है, जिससे अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
हरियाली अमावस्या के दिन नीम के पेड़ की पूजा का विशेष विधान है। आइए ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं कि इस दिन नीम के पेड़ की पूजा किस विधि से करने पर शुभ परिणाम प्राप्त हो सकते हैं।
नीम के पेड़ की पूजा के लिए सामग्री क्या है?
हरियाली अमावस्या के दिन नीम के पेड़ की पूजा के लिए सामग्री के बारे में विस्तार से जानें।
- जल का लोटा
- चमेली का तेल
- दीपक
- धूप
- कुंकुम
- अक्षत
- नैवेद्य
- कच्चा सूत
- चंदन
- कलश
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नीम के पेड़ की पूजा का महत्व क्या है?
हरियाली अमावस्या के दिन आप नीम के पेड़ की पूजा ब्रह्म मुहूर्त और संध्या के समय कर सकते हैं। इसलिए आप अपने हिसाब से पूजा कर सकते हैं।
- इस दिन पूजा करने से पहले सबसे पहले पेड़ को गंगाजल से शुद्धि करें।
- उसके बाद नीम के पेड़ को जल से स्नान कराएं।
- नीम के पेड़ के तने पर कुमकुम का तिलक लगाएं।
- उसके बाद चमेली के तेल का दीपक जलाएं और धूपबत्ती
- नीम के पेड़ के नीचे बैठकर आप मंगलदेव की पूजा भी कर सकते हैं।
- नीम के पेड़ को कच्चे सूत से लपेटें और 11 बार परिक्रमा लगाएं।
- उसके बाद फूल और मिठाई अर्पित करें।
- आखिर में नीम के पेड़ की आरती करें।
- इस दिन किसी जरूरतमंद व्यक्ति को दान अवश्य करें। इससे पूजा पूर्ण मानी जाती है।
नीम के पेड़ की पूजा का महत्व क्या है?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नीम के पेड़ में देवताओं का वास होता है। इसलिए, नीम की पूजा करने से ग्रह दोष शांत होता है और जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं। शास्त्रों के अनुसार, नीम की पूजा करने से शनि दोष भी शांत होता है। शनि देव को नीम के पेड़ बहुत प्रिय हैं। नीम के पेड़ में नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करने की शक्ति होती है। इसकी पूजा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और वातावरण शुद्ध होता है। नीम की पूजा करने से धन लाभ होता है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। नीम का पेड़ सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। इसकी पूजा करने से मन शांत होता है और तनाव कम होता है। वहीं हरियाली अमावस्या के दिन नीम के पेड़ की पूजा करने से पितृदोष से भी छुटकारा मिल जाता है।
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Image Credit- HerZindagi
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