आजकल कब्ज एक आम समस्या बन गई है, जो हर उम्र वालों को प्रभावित कर सकती है। अनियमित खान-पान, खराब जीवनशैली और फाइबर की कमी इसके मुख्य कारण हैं। कब्ज होने पर पेट में भारीपन, गैस, और मल त्याग में कठिनाई महसूस होती है, जिससे पूरा दिन असहज महसूस होता है।
अब बार-बार कॉन्स्टिपेशन की दवा लेना भी सही नहीं है। लंबे समय तक इन दवाओं का सेवन शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है और पेट को इनकी आदत पड़ सकती है। ऐसे में प्राकृतिक उपायों की मदद लेना ज्यादा बेहतर है।
प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद में कब्ज के लिए कई प्रभावी घरेलू उपचार बताए गए हैं, जिनका उपयोग सदियों से किया जा रहा है। हमने मैक्स हॉस्पिटल के सीनियर न्यूट्रीशनिस्ट सीमा सिंह से कब्ज के घरेलू उपायों के बारे में पूछा, तो उन्होंने बताया मुनक्का, त्रिफला और घी कब्ज से राहत दिला सकते हैं। ये चीजें कैसे कब्ज से छुटकारा दिलाती हैं और इन्हें कैसे लेना चाहिए, आइए आपको बताएं।
कब्ज से राहत के लिए 3 प्राकृतिक उपाय-
1. घी
घी सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाता, बल्कि यह एक बेहतरीन प्राकृतिक रेचक भी है। आयुर्वेद में घी को आंतों के लिए लूब्रिकेंट के रूप में देखा जाता है। यह आंतों को चिकनाई देता है, जिससे मल त्याग में आसानी होती है।
कैसे करें सेवन:
- सुबह खाली पेट एक चम्मच शुद्ध गाय का घी गर्म पानी में मिलाकर पिएं।
- आप इसे रात को सोने से पहले गर्म दूध में मिलाकर भी पी सकती हैं।
- इसके अतिरिक्त आप इसे ब्लैक कॉफी में डालकर भी पी सकती हैं।
क्या हैं फायदे-
- घी आंतों को स्मूथ करता है, जिससे कठोर मल आसानी से बाहर निकल जाता है।
- यह पाचन अग्नि को मजबूत करता है, जिससे भोजन का पाचन बेहतर होता है।
- घी में मौजूद फैटी एसिड्स आंतों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं।
2. मुनक्का
मुनक्का जिसे बड़ी किशमिश भी कहते हैं, कब्ज के लिए एक और प्रभावी घरेलू उपाय है। इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो पॉटी को सॉफ्ट करता है। मुनक्का में सोर्बिटोल भी होता है, जो एक प्राकृतिक रेचक के रूप में कार्य करता है।
कैसे करें सेवन:
- रात को 5-7 मुनक्का को पानी में भिगो दें।
- सुबह खाली पेट मुनक्का को पानी से निकालकर अच्छी तरह चबाकर खाएं और बचा हुआ पानी भी पी लें।
क्या हैं फायदे-
- मुनक्का में मौजूद फाइबर पॉटी को आंतों से बाहर निकालने में मदद करता है।
- यह बाउल मूवमेंट्स को उत्तेजित करता है।
- मुनक्का शरीर को ऊर्जा भी प्रदान करता है और पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
3. त्रिफला
त्रिफला कब्ज के लिए सबसे प्रसिद्ध और प्रभावी आयुर्वेदिक औषधियों में से एक है। त्रिफला पाचन तंत्र को साफ करने, विषैले पदार्थों को बाहर निकालने और बाउल मूवमेंट्स को सुधारने में मदद करता है।
कैसे करें सेवन:
- रात को सोने से पहले आधा से एक चम्मच त्रिफला चूर्ण को गर्म पानी के साथ लें।
- आप इसे सुबह खाली पेट भी ले सकते हैं, लेकिन रात को लेना ज्यादा प्रभावी माना जाता है।
क्या हैं फायदे-
- त्रिफला आंतों को डिटॉक्स करता है और मल त्याग को नियमित करता है।
- यह पाचन तंत्र को टोन करता है और पेट में गैस व सूजन को कम करता है।
- त्रिफला शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है।
पेट साफ करने के लिए ध्यान रखें ये बातें-
- दिन भर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। पानी मल को नरम रखने में मदद करता है।
- अपने भोजन में साबुत अनाज, फल, सब्जियां, और दालें शामिल करें।
- फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें। इससे बाउल मूवमेंट बढ़ती है और पेट अच्छे से साफ होता है।
- तनाव भी कब्ज का कारण हो सकता है। छोटी-छोटी बातों पर स्ट्रेस लेने से बचें और योग करें।
- अनियमित भोजन करने से बचें और अपने खाने का समय भी निर्धारित करें।
अगर आपकी कब्ज की समस्या गंभीर है, तो डॉक्टर को जरूर दिखाएं। इन उपायों को आप भी आजमाएं और अपने अनुभव हमें बताएं। हमें उम्मीद है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। इसे लाइक करें और फेसबुक पर शेयर करना न भूलें। ऐसे ही लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
Image Credit: Freepik
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