हम सभी जानते हैं कि पीसीओएस एक हार्मोनल समस्या है, जिसकी वजह से महिलाओं को अनियमित पीरियड्स, वजन बढ़ना या मूड स्विंग्स आदि का सामना करना पड़ता है। लेकिन क्या आपको पता है कि पीसीओएस की वजह से आपके डाइजेशन पर भी असर पड़ सकता है। ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं, जिन्हें अक्सर कब्ज की शिकायत रहती है। उनका पेट सही तरह से साफ नहीं होता और वह पूरा दिन काफी डिस्टर्ब रहती हैं। इसके पीछे मुख्य वजह होती है पीसीओएस। जी हां, आपने सही सुना। पीसीओएस की वजह से अक्सर कब्ज की समस्या भी पैदा हो जाती है।
पीसीओएस और कब्ज का आपस में गहरा रिश्ता है, जिसके बारे में अमूमन महिलाएं अनजान ही होती हैं। दरअसल, जब किसी को पीसीओएस की समस्या होती है तो हार्मोनल गड़बड़ी से लेकर स्लो मेटाबॉलिज्म और स्ट्रेस आदि का सामना करना ही पड़ता है। ऐसे में कहीं ना कहीं पेट की सेहत पर भी असर पड़ता है। जब पाचन तंत्र सुस्त पड़ जाता है, तो इससे कब्ज आपको परेशान कर सकता है। तो चलिए आज इस लेख में सेंट्रल गवर्नमेंट हॉस्पिटल के ईएसआईसी अस्पताल की डाइटीशियन रितु पुरी आपको बता रही हैं कि कब्ज और पीसीओएस के बीच क्या कनेक्शन है।
हार्मोन असंतुलन से पेट की सेहत पर पड़ता है असर
पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की वजह से अक्सर हार्मोन का संतुलन बिगड़ जाता है। इससे कहीं ना कहीं पाचन तंत्र पर भी पड़ता है। दरअसल, पीसीओएस की वजह से प्रोजेस्टेरोन और एंड्रोजन दोनों पर असर पड़ सकता है। पीसीओएस में प्रोजेस्टेरोन का लेवल कम हो जाता है। यह हार्मोन आंतों की मसल्स की मूवमेंट को आसान बनाता है। लेकिन जब इसका लेवल कम हो जाता है तो इससे खाना सही तरह से हजम नहीं होता है और कब्ज की शिकायत होने लगती है। वहीं, एंड्रोजन के जरूरत से ज्यादा बनने पर पेट और आंतों में टाइटनेस आ जाती है। जिसकी वजह से मल त्याग करना काफी मुश्किल हो जाता है।
पीसीओएस की वजह से होती है बैड ईटिंग हैबिट्स
पीसीओएस में में अक्सर इंसुलिन रेसिस्टेंस होता है, जिसकी वजह से बार-बार शुगर और जंक फूड खाने की क्रेविंग होती है। ऐसे में जब आप जरूरत से ज्यादा जंक फूड खाती हैं तो शरीर को वह फाइबर नहीं मिल पाता है, जिसकी उसे जरूरत होती है। साथ ही साथ, जंक फूड में मौजूद अनहेल्दी फैट्स भी शरीर को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। इसकी वजह से डाइजेशन गड़बड़ा जाता है और आपको कब्ज की शिकायत हो सकती है।
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दवाओं से हो सकता है नुकसान
पीसीओएस को मैनेज करने के लिए अमूमन दवाओं का सहारा लिया जाता है। लेकिन ऐसी कुछ दवाइयां होती है, जो डाइजेशन से जुड़ी समस्या की वजह बन सकती हैं। ऐसे में जहां कुछ महिलाओं को कब्ज की शिकायत हो सकती है तो कुछ डायरिया से जूझती नजर आती हैं।
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