जब भी बात वेट लॉस की होती है तो हम सभी यही मानते हैं कि जिम में घंटों वर्कआउट करना और कैलोरी डेफिसिएट में खाना ही असली हथियार है। यकीनन इनसे आपको काफी फायदा मिलता है। लेकिन कई बार जिम में पसीना बहाकर या फिर मेंटेनेंस कैलोरी से कम खाकर भी वजन कम नहीं होता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि कहीं ना कहीं हम तनावग्रस्त होते हैं। अपने वजन को लेकर बहुत अधिक सोचना या फिर अपनी पसंदीदा फूड आइटम्स को छोड़ने से मन के अंदर एक द्वंद्व चल रहा होता है। ऐसे में कहीं ना कहीं हार्मोन का संतुलन गड़बड़ा जाता है और हमारा वजन कम ही नहीं होता।
ऐसे में मेडिटेशन करना काफी अच्छा माना जाता है। मेडिटेशन से ना केवल मन शांत होता है, बल्कि वजन कम करना भी काफी आसान हो जाता है। इससे वेट लॉस को लेकर मानसिक दबाव कम होता है और खाने के साथ भी एक अच्छा रिश्ता बनता है, क्योंकि हम माइंडफुल तरीके से खाना शुरू कर देते हैं। मेडिटेशन नींद की क्वालिटी को बेहतर बनाता है और हार्मोन संतुलन में भी सहायक होता है, जिससे वजन कम करना काफी आसान हो जाता है। तो चलिए आज इस लेख में ब्लॉसम योगा के फाउंडर और योगविशेषज्ञ जितेन्द्र कौशिक आपको बता रहे हैं कि मेडिटेशन से आपको वजन कम करने में किस तरह मदद मिल सकती है-
कम होता है तनाव
आज के समय में हर कोई किसी ना किसी तरह के तनाव से गुजर रहा है। किसी के पास काम का दबाव है तो कोई रोजमर्रा की भागदौड़ से परेशान है। जब तनाव बहुत अधिक बढ़ जाता है तो शरीर में कोर्टिसोल लेवल बढ़ जाता है। इस तनाव हार्मोन से शरीर में फैट, खासकर पेट के आसपास काफी बढ़ जाता है। तनाव की वजह से आपकी मिठाई, चिप्स, तली हुई चीजें खाने की इच्छा काफी बढ़ जाती है। लेकिन जब आप मेडिटेशन करते हैं तो इससे दिमाग शांत हो जाता है और कोर्टिसोल लेवल कम हो जाता है। जब कोर्टिसोल लेवल कम होता है तो इससे पेट के आसपास फैट भी कम जमा होता है।
करने लगते हैं माइंडफुल ईटिंग
जब आप मेडिटेशन करते हैं तो इससे आपका खाने के साथ भी रिश्ता सुधरता है। मेडिटेशन आपको माइंडफुलनेस तरीके से खाना सिखाता है। दरअसल, जब मेडिटेशन करते हैं तो आपका फोकस बेहतर होता है। ये आदत सीधे हमारी खाने की आदतों में भी काम आती है। इससे आप यह समझ पाते हैं कि आपको वास्तव में भूख लगी है या फिर बस आप बोर हो रहे हैं और इसलिए कुछ खाना चाहते हैं या फिर क्रेविंग्स की वजह से खाना चाहते हैं। साथ ही, आप यह भी समझ पाते हैं कि कब आपका पेट भरने लगा है। जब आप माइंडफुलनेस तरीके से खाते हैं तो ऐसे में आप जरूरत से ज्यादा खाने से बच जाते हैं।
यह है एक्सपर्ट की राय
आती है बेहतर नींद
यह तो हम सभी जानते हैं कि नींद और वेट लॉस का आपस में सीधा कनेक्शन है। जब आप क्वालिटी स्लीप नहीं लेते तो इससे ना केवल भूख ज्यादा लगती है, बल्कि शरीर थकान महसूस करता है। साथ ही साथ, वर्कआउट करना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन मेडिटेशन करने से स्लीप क्वालिटी इंप्रूव होती है, क्योंकि इससे नर्वस सिस्टम को आराम मिलता है। अच्छी नींद से मेटाबॉलिज़्म भी बूस्ट होता है और वजन कम करना आसान हो पाता है।
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मिताली जैन
Image Credit- freepik
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