वैसे तो मां वैष्णों देवी के दर्शन करने के लिए उनके दरबार में हर समय हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है लेकिन नवरात्रों के समय में यहां पैर रखने की भी जगह नहीं होती है।
ऐसा कहा जाता है कि नवरात्रों के समय में मां वैष्णों देवी के दर्शन करने से कोई भी मुराद पूरी हो जाती है शायद इसलिए इन पावन दिनों में मां के दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।
हर साल लाखों भक्त मां वैष्णों के दर्शन करते हैं और यह भारत में तिरूमला वेंकटेश्वर मंदिर के बाद दूसरा सर्वाधिक देखा जाने वाला धार्मिक तीर्थ-स्थल है। ऐसी मान्यता है कि मां वैष्णों जब भी अपने भक्त को बुलाती हैं वो किसी ना किसी तरह माता के दरबार पहुंच जाता है। हसीन वादियों में त्रिकूट पर्वत पर गुफा में विराजित माता वैष्णो देवी का स्थान हिंदुओं का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।
अगर आप भी पहली बार वैष्णों देवी की यात्रा करने का प्लान बना रही हैं तो आपको इस पवित्र स्थान से जुड़ी कुछ खास और जरूरी बातों को जान लेना चाहिए।
कैसे पहुंचे मां वैष्णों देवी के दर्शन करने
मां वैष्णो देवी की यात्रा का पहला पड़ाव जम्मू होता है। जम्मू तक आप ट्रेन, बस या फिर हवाई जहाज से पहुंच सकती हैं। जम्मू ब्राड गेज लाइन द्वारा जुड़ा है। नवरात्रों में वैष्णो देवी जाने वाले यात्रियों की संख्या में अचानक वृद्धि हो जाती है इसलिए रेलवे द्वारा हर साल श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए दिल्ली से जम्मू के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जाती हैं।
Read more: अगर जम्मू जाएं तो इस मंदिर जरूर जाएं जहां 33 करोड़ देवी-देवता करते हैं वास
यदि आप बस या टैक्सी से भी जम्मू पहुंचना चाहती हैं तो भी आपको कोई परेशानी नहीं होगी। उत्तर भारत के कई प्रमुख शहरों से जम्मू के लिए आपको आसानी से बस व टैक्सी मिल सकती है।
अगर बात की जाए वैष्णों देवी भवन की तो उसकी शुरुआत कटरा से होती है। जम्मू से कटरा की दूरी लगभग 50 किमी है। जम्मू से बस या टैक्सी द्वारा कटरा पहुंचा जा सकता है।
यहां आपको बता दें कि जम्मू रेलवे स्टेशन से कटरा के लिए बस सेवा भी उपलब्ध है जिससे 2 घंटे में आसानी से कटरा पहुंचा जा सकता है।
वैष्णों देवी यात्रा की शुरुआत
मां वैष्णों देवी यात्रा की शुरुआत कटरा से होती है, आप कटरा पहुंचने के बाद थोड़ी देर आराम करके भी वैष्णों देवी की चढ़ाई शुरू कर सकती हैं। आप पूरे दिन में कभी भी मां वैष्णों देवी की चढ़ाई शुरू कर सकती हैं।
वैष्णों देवी के भव्न तक पहुंचने के लिए आपको पर्ची कटवानी पड़ती है और वो पर्ची 6 घंटे के अंदर ही आपको फस्ट चेकिंग पॉइंट पर पर्ची दिखानी होती है। कटरा से लगभग 14 मीटर खड़ी चढ़ाई के बाद ही मां के भवन के दर्शन होते हैं। आप यहां तक घोड़े और पालकी की सहायता से भी जा सकती हैं। इसके लिए आपको 1000 और 2000 तक पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं।
Read more: मॉर्डन पालकी में बैठकर आराम से करें वैष्णों देवी की यात्रा
वैष्णों देवी के बाद भैरव दर्शन
ऐसी मान्यता है कि यदि आप पहली बार वैष्णों देवी गई हैं तो आपको भैरव मंदिर के दर्शन करने के बाद ही आपकी मुराद पूरी होगी। वैष्णों देवी के भवन से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर भैरव मंदिर स्थित है। वैसे कई भक्त जब-जब मां वैष्णों देवी के दर्शन करने आते हैं तब-तब भैरव के दर्शन करने भी जरूर जाते हैं।
Read more: पांडवों ने बनाए थे दिल्ली में भैरों नाथ के ये दो मंदिर, जहां चढ़ती है शराब
कटरा और अर्धकुवारी में भक्तों के ठहरने की व्यवस्था
कटरा में वैष्णों देवी ट्रस्ट की कई धर्मशालाएं बनी हुई हैं जहां आप रुक सकती हैं पर इसके लिए आपको पहले से ही ऑनलाइन बुकिंग करानी होगी। साथ ही इसके अर्धकुवारी पर भी काफी घर्मशालाएं बनी हुई हैं जहां आप ठहर सकती हैं। अर्धकुवारी पर मां के भवन तक पहुंचने का रास्ता आधा हो जाता है।
वैष्णों देवी के साथ-साथ घूम सकती हैं ये जगहें
कटरा और जम्मू के नजदीक कई दर्शनीय स्थल और हिल स्टेशन हैं जहां जाकर आप जम्मू की ठंडी हसीन वादियों का लुत्फ उठा सकती हैं। जम्मू में अमर महल, मंसर लेक, रघुनाथ टेंपल आदि देखने लायक स्थान हैं। जम्मू से लगभग 112 किमी की दूरी पर 'पटनी टॉप' एक प्रसिद्ध हिल स्टेशन है।
Recommended Video
कटरा के नजदीक बाबा धनसार, शिव खोरी, झज्झर कोटली, सनासर, मानतलाई आदि कई दर्शनीय स्थल हैं।
HerZindagi Video
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों