Kuno National Park Safari Booking: पिछले कुछ दिनों से हम और आप एक नेशल पार्क के बारे में बहुत कुछ सुन रहे हैं और पढ़ भी रहे हैं। जी हां, मैं बात कर रहा हूं मध्य प्रदेश में मौजूद कूनो नेशल पार्क के बारे में।
कुछ सप्ताह पहले नामीबिया से लाए गए चीते इस पार्क के सबसे बड़े आकर्षण का केंद्र रहे हैं। जब चीते भारत आए थे तो खुद देश के प्रधानमंत्री ने अपने जन्मदिन के मौके पर उन चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। इसके बाद से चीतों को देखने के लिए इस पार्क में घूमने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है।
ऐसे में कई सैलानी यह जानना चाहते हैं कि कूनो नेशनल पार्क में कैसे, कब और घूमने का टिकट क्या है? इसलिए इस लेख में हम आपको कूनो नेशनल पार्क में घूमने की पूरी जानकारी बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।
कूनो नेशनल पार्क का इतिहास
कूनो नेशनल पार्क में घूमने से पहले इतिहास के बारे में जानना बहुत ज़रूरी है। विश्व प्रसिद्ध यह पार्क मध्य प्रदेश में शियोपुर और मुरैना जिलों तक फैला हुआ है। कहा जाता है कि वाइल्ड सैंक्चुरी के तौर पर इस पार्क की स्थापना लगभग वर्ष 1981 में की गई थी।
कूनो नेशनल पार्क 2009 तक चीतों से अवगत नहीं था, लेकिन 2009 में इस सैंक्चुरी में चीतों के पुनर्वास स्थल के रूप में स्थापित किया गया। इसके बाद 2018 में इसे नेशनल पार्क में बदल दिया गया था। पिछले साल यानी 2022 में ही नामीबिया से नर-मादा चीते लाए गए, जिसके बाद यह देश का पहला चीता अभ्यारण्य बना।
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कूनो नेशनल पार्क में क्या देखें?
विश्व प्रसिद्ध कूनो नेशनल पार्क अब सिर्फ चीतों के लिए ही नहीं बल्कि अन्य कई जानवरों के लिए भारत में फेमस हो चुका है। जी हां, यहां नामीबिया चीतों को देखने के अलावा आप तेंदुआ, जंगली सूअर, भेड़िया, सियार, हिरण, नीलगाय, चिंकारा, बड़े-बड़े सींग वाले मृग और सांभर आदि जानवर के साथ-साथ अन्य कई विलुप्त जानवर को भी देख सकते हैं। (कंचनजंगा नेशनल पार्क)
कूनो नेशनल पार्क सिर्फ जानवरों के लिए ही फेमस नहीं है, बल्कि यह पार्क कई किस्म के विलुप्त पेड़-पौधे और जड़ी-बूटियों के लिए फेमस है। इसके अलवा यह हरे-भरे घर के मैदान के लिए जाना जाता है।
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कूनो नेशनल पार्क में घूमने का समय और टिकट
कूनो नेशनल पार्क में घूमना काफी आसान है। कहा जाता है कि कूनो में जंगल सफारी दिन में लगभग दो बार होती है। एक बार सुबह यानी 6 बजे से लेकर 9 बजे के आसपास और शाम शाम 4 बजे से लेकर 6 बजे तक।
कूनो नेशनल पार्क के लिए टिकट लेना चाहते हैं तो आप पार्क के अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर भी टिकट ले सकते हैं। इसके अलावा पार्क के पास पहुंचकर भी जंगल सफारी के लिए टिकट बुक करवा सकते हैं। जंगली सफारी के लिए प्रति व्यक्ति लगभग 800 रुपये और सर्विस फी लगभग 30-40 रुपये लगते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस पार्क में होम स्टे भी है, जहां आप ठहर सकते हैं। होम स्टे का चार्ज लगभग 2000 रुपये के आसपास होता है।
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कूनो नेशनल पार्क कैसे पहुंचें?
कूनो नेशनल पार्क पहुंचना बहुत आसान है। यहां आप देश के किसी भी कोने से आसानी से पहुंच सकते हैं और जंगल सफारी का आनंद उठा सकते हैं।
- हवाई मार्ग-इस पार्क तक पहुंचने के लिए नजदीकी हवाई अड्डा ग्वालियर है। यहां से आप टैक्सी या कैब लेकर कूनो नेशनल पार्क पार्क पहुंच सकते हैं। (रणथंभौर नेशनल पार्क)
- ट्रेन- अगर आप ट्रेन से यहां पहुंचना चाहते हैं तो आप ग्वालियर, सवाई माधोपुर, कोटा या झांसी रेलवे स्टेशन पहुंचकर लोकल टैक्सी और कैब लेकर जा सकते हैं।
- सड़क मार्क- कूनो नेशनल पार्क सड़क मार्क से भी पहुंच सकते हैं। इसके लिए मध्य प्रदेश के किसी भी शहर से आप सीधे मुरैना जिले पहुंच सकते हैं।
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