गुजरात में अगर आप ऐतिहासिक और सांस्कृतिक उत्सव का मजा लेना चाहते हैं, तो माधवपुर मेला देखने जा सकते हैं। भले ही यह नाम से मेला है, लेकिन इसमें आपको धार्मिक और सांस्कृतिक का समायोजन देखने को मिलेगा। यह मेला भगवान कृष्ण और रुक्मिणी के विवाह से जुड़ा हुआ है। मेला का आयोजन इस खुशी में किया जाता है, जब रुक्मणी ने भगवान कृष्ण के साथ अरुणाचल प्रदेश से गुजरात तक की अमर यात्रा की थी। अगर आप अप्रैल में गुजरात में घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको यह मेला देखकर जरूर आना चाहिए। आज के इस आर्टिकल में हम आपको इस मेला के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
माधवपुर मेला गुजरात में कब और कहां होगा आयोजित? (Madhavpur Fair Starting Date)
यह मेला 6 से 10 अप्रैल 2025 तक आयोजित होने जा रहा है। हर साल अप्रैल में इस मेले का आयोजन धूमधाम से किया जाता है। यह मेला गुजरात के एक छोटे से सुंदर समुद्री गांव माधवपुर में आयोजित होता है। गांव के नाम से ही मेला का भी नाम रखा गया है। पोरबंदर के करीब समुद्र तट पर स्थित है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान कृष्ण ने माधवपुर में ही रुक्मणी से विवाह किया था।
माधवपुर मेला की खासियत (Madhavpur Fair Importance)
- मेला शुरू होने के बाद आप यहां भगवान श्रीकृष्ण और रुक्मिणी के विवाह की झांकी देख सकते हैं। यह एक सुंदर नजारा है, जिसे देखने के बाद इसे भुला नहीं पाएंगे। इसे देखने के लिए दूर शहरों से सैकड़ों श्रद्धालु आते हैं। गुजरात में घूमने के लिए अच्छी जगह में से एक है।
- इस मेला में अपना योगदान देने के लिए देशभर से कलाकार हिस्सा लेते हैं। इस बार भी तैयारियां जोरों - शोरों पर हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार 1,600 कलाकार मेला में सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा ले रहे हैं। इसमें 800 गुजरात से और 800 पूर्वोत्तर भारत से कलाकार हिस्सा ले रहे हैं।
- यह स्थान भगवान कृष्ण के जीवन से जुड़ा हुआ है, जिससे यह धार्मिक पर्यटन का हिस्सा बनने के लिए लोग आते हैं।
- मेला में आप पारंपरिक हस्तशिल्प की प्रदर्शनी और स्थानीय स्वादिष्ट व्यंजन का मजा भी उठा सकते हैं।
- मेला में आपको लोक नृत्य, संगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देखने का मौका मिलेगा।
कैसे पहुंचे? (How To Reach Madhavpur Fair)
- अगर आप ट्रेन से आ रहे हैं, तो आप पोरबंदर रेलवे स्टेशन के लिए टिकट ले सकते हैं। पोरबंदर से माधवपुर लगभग 58 किमी की दूरी पर है। यहां पहुंचने में आपको लगभग 1 घंटे का समय लग जाएगा।
- पोरबंदर से माधवपुर तक के लिए सीधी बस भी चलती है। इसके साथ ही आप कैब से भी जा सकते हैं। यहां तक के लिए ऑटो मिलना मुश्किल है, क्योंकि लगभग 1 घंटे का ट्रैवल है। इसलिए, कैब या बस से आप पहुंच सकते हैं।यहपरिवार के साथ घूमने के लिए अच्छी जगहमें से एक है।
अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के बारे में कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे।
आपको यह स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
image credit- freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों