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    आखिर क्यों अपने ही चाचा ससुर का श्री कृष्ण ने क्रोध में कर दिया था वध

    श्री कृष्ण द्वारा कई असुरों का अंत हुआ है लेकिन अपनी ही चाचा ससुर के वध के पीछे का कारन बहुत हैरानी भरा है। आइये जानते हैं इस रोचक कथा के बारे में।
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    • Gaveshna Sharma
    • Editorial
    Updated at - 2023-01-31,11:11 IST
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    Shri Krishna Ke Chacha Sasur Ki Vadh Katha: श्री कृष्ण ने अपने जीवनकाल में कई असुरों और दानवों का वध किया है। यहां तक कि धर्म की स्थापना के लिए वह अपने परिजनों का वध करने से भी पीछे नहीं हटे। ऐसी ही एक कथा है कृष्ण और उनके चाचा ससुर की। ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आज हम आपको इस दिलचस्प कथा के बारे में बताने जा रहे हैं। 

    • श्री कृष्ण की 8 पटरानियां थीं जिनमें से एक सत्यभामा भी थीं। सत्यभामा के पिता सत्राजित के छोटे भाई थे शतधन्वा। शतधन्वा के एक अपराध ने उन्हें श्री कृष्ण (श्री कृष्ण आकर्षण मंत्र) के क्रोध का भागी बना दिया था। 
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    • दरअसल, श्री कृष्ण से पानी पुत्री सत्यभामा का विवाह (श्री कृष्ण के विवाह का सत्य) करा कर सत्राजित ने श्री कृष्ण को स्यमंतक मणि भेंट स्वरूप देनी चाही लेकिन श्री कृष्ण ने उस मणि को सत्यभामा जी के पिता के पास ही रहने दिया। 
    • जब श्री कृष्ण का विवाह सत्यभामा से हुआ तब अन्य यादव सत्राजित जी से नाराज हो गए जिसका कारण थी वो दिव्य मणि। तब सभी यादवों ने मिलकर सत्राजित जी को सबक सिखाने के लिए उनके छोटे भाई शतधन्वा का सहारा लिया।
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    • सभी यादवों ने शतधन्वा को मणि की चोरी के लिए उकसाया। शतधन्वा ने मणि के लालच में भाई की हत्या की ओर मणि लेकर वहां से भाग निकले। जब यह बात श्री कृष्ण तक पहुंची तब कृष्ण ने शतधन्वा को दंड देने की योजना बनाई। 
    • शतधन्वा ने कृष्ण की प्रतिज्ञा सुन कई यादव राजाओं से सहायता मांगी लेकिन सबने हाथ खड़े कर दिए और कृष्ण से युद्ध करने में असहमति जताई जिसके बाद शतधन्वा के पास और कोई रास्ता न था। 
    • शतधन्वा ने अक्रूर जी से सहायता ली और उन्हें सारा वृत्तांत सुनाया। अक्रूर जी ने शतधन्वा को उनके अपराध का बोध कराते हुए श्री कृष्ण की शरण में जानें को कहा लेकिन मृत्यु के भय से शतधन्वा ने भागना उचित समझा।
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    • छिपने के लिए शतधन्वा ने मिथिलापुरी की तरफ अपना रुख किया लेकिन श्री कृष्ण ने उसे रास्ते में ही धर दबोचा। श्री कृष्ण ने शतधन्वा को उसके सभी किये गए पाप कर्मों का स्मरण कराया और अपने सुदर्शन चक्र से उसका वध कर दिया। 

    तो इस कारण से किया था श्री कृष्ण ने अपने चाचा ससुर का वध। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।

    Image Credit: Freepik, Pinterest

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