सभी घरों में घर की साफ सफाई के लिएझाड़ू का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि साफ सफाई के लिए उपयोग किए जाने वाले इस झाड़ू में मां लक्ष्मी का वास होता है। मान्यता है कि झाड़ू मां लक्ष्मी का ही स्वरूप है। झाड़ू का मुख्य काम साफ सफाई करने के लिए की जाती है। ये बात तो सभी को पता है कि जब घर से गंदगी दूर होती है तो मां लक्ष्मी घर में प्रवेश करती हैं। कई धार्मिक ग्रंथों में यह कहा गया है कि जहां साफ सफाई होती है वहां लक्ष्मी का वास होता है।
झाड़ू और मां लक्ष्मी का संबंध
झाड़ू स्वच्छता का प्रतीक है और स्वच्छता का संबंध शुक्र ग्रह से। ग्रहों में शुक्र ग्रह को धन, संपदा और संपत्ति के लिए जाना जाता है जो कि मां लक्ष्मी का ही रूप है। मां लक्ष्मी का वास उस घर और स्थान में होता है जहां साफ सफाई होती है। झाड़ू को मां लक्ष्मी के उपकरण के रूप में जाना जाता है। मां शीतला ने भी अपने एक हाथ में झाड़ू धारण की हुई हैं। जिस प्रकार किताब को पैर मारने से विद्या या मां सरस्वती का अनादर होता है वैसे ही झाड़ू के अनादर करने से मां लक्ष्मी का अनादर होता है। इसलिए ही झाड़ू को मां लक्ष्मी का रूप माना गया है।
झाड़ू खरीदते वक्त रखें इन बातों का खास ध्यान
- जब भी झाड़ू खरीदें तो ध्यान रखें कि शनिवार को ही घर में झाड़ू खरीदकर लाएं। इसके अलावा शनिवार के दिन नई झाड़ू का उपयोग करना शास्त्रों में बहुत शुभ माना गया है। साथ ही पुरानी झाड़ू को भी शनिवार के दिन बदलें।
- वास्तु के मुताबिक झाड़ू को घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। इसके अलावा झाड़ू (झाड़ू से जुड़े नियम) को कहीं भी न रखें इसे छिपा कर ही रखें ताकि ये किसी के नजर में न आए।
- कभी भी झाड़ू को किचन और अनाज रखने वाली जगह में न रखें। इससे दरिद्रता (क्या नाखून चबाने से दरिद्रता आती है)और बीमारी बढ़ती है।
- झाड़ू को फेंकना या जलाना नहीं चाहिए। इससे झाड़ू का अपमान होता है।
- यदि रात में कभी झाड़ू लगानी पड़ जाए तो इसका कचरा रात में कहीं स्टोर करके रखें। रात में हो सके तो न झाड़ू लगाएं और न ही कचरा फेकें।
- कभी भी झाड़ू खड़ा करके न रखें इसे हमेशा लिटा कर रखें।
- झाड़ू को पैर नहीं मारना चाहिए साथ ही झाड़ू लगाने के तुरंत बाद घर से बाहर नहीं जाना चाहिए। कहा जाता है कि झाड़ू से पैर लगने से मां लक्ष्मी का अनादर होता है। यदि धोखे से झाड़ू पर पैर लग जाए तो मां लक्ष्मी से क्षमा मांगनी चाहिए।
- मान्यता है कि धनतेरस के पर्व पर नई झाड़ू खरीदनी चाहिए साथ ही इसकी पूजा भी करनी चाहिए।
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Image Credit: Shutterstock and freepik
- जब भी झाड़ू खरीदें तो ध्यान रखें कि शनिवार को ही घर में झाड़ू खरीदकर लाएं। इसके अलावा शनिवार के दिन नई झाड़ू का उपयोग करना शास्त्रों में बहुत शुभ माना गया है। साथ ही पुरानी झाड़ू को भी शनिवार के दिन बदलें।
- वास्तु के मुताबिक झाड़ू को घर के दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखना चाहिए। इसके अलावा झाड़ू (झाड़ू से जुड़े नियम) को कहीं भी न रखें इसे छिपा कर ही रखें ताकि ये किसी के नजर में न आए।
- कभी भी झाड़ू को किचन और अनाज रखने वाली जगह में न रखें। इससे दरिद्रता (क्या नाखून चबाने से दरिद्रता आती है)और बीमारी बढ़ती है।
- झाड़ू को फेंकना या जलाना नहीं चाहिए। इससे झाड़ू का अपमान होता है।
- यदि रात में कभी झाड़ू लगानी पड़ जाए तो इसका कचरा रात में कहीं स्टोर करके रखें। रात में हो सके तो न झाड़ू लगाएं और न ही कचरा फेकें।
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- झाड़ू को पैर नहीं मारना चाहिए साथ ही झाड़ू लगाने के तुरंत बाद घर से बाहर नहीं जाना चाहिए। कहा जाता है कि झाड़ू से पैर लगने से मां लक्ष्मी का अनादर होता है। यदि धोखे से झाड़ू पर पैर लग जाए तो मां लक्ष्मी से क्षमा मांगनी चाहिए।
- मान्यता है कि धनतेरस के पर्व पर नई झाड़ू खरीदनी चाहिए साथ ही इसकी पूजा भी करनी चाहिए।
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