In Mandiron Mein Nahi Ja Sakte Purush: भारत में कई ऐसे मंदिर हैं जो अपने आप में बहुत खास हैं और साथ ही रहस्यमयी भी। वहीं, कुछ मंदिरों से जुड़ी प्रथा भी बहुत हैरत भरी है। जहां कई मंदिरों में महिलाओं का जाना मना है तो वहीं कुछ मंदिरों में पुरुषों का प्रवेश निषेध है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां पुरुषों को जाने के लिए सख्त मनाही है। साथ ही, ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से ऐसी प्रथा के पीछे का कारण भी जानेंगे।
चक्कूलाथूकावु मंदिर, केरल
केरल में मौजूद यह चक्कूलाथूकावु मंदिर माता भगवती का मंदिर है। इस मंदिर में पुरुषों का आना निषेध माना जाता है। दरअसल, हर वर्ष दिसंबर के महीने में पड़े वाले पहले शुक्रवार (शुक्रवार के उपाय) को यहां धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
इस कार्यक्रम के दौरान मंदिर के पुजारी 10 दिन से उपवास कर रही महिलाओं के चरण धोते हैं और उनकी पूजा करते हैं। इस दौरान पुरुषों का आना वर्जित होता है। केवल महिलाएं ही मंदिर में मां के दर्शनों के लिए जा सकती हैं।
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ब्रह्रााजी का मंदिर, राजस्थान
राजस्थान के पुष्कर में एक मात्र ब्रह्मा जी का मंदिर स्थापित है। इस मंदिर की खासियत यह है कि पुरुष देवता होने के बाद भी यहां पुरुषों के आने पर पाबंदी है। इसके पीछे का कारण है देवी सरस्वती का श्राप। श्राप के अनुसार, एक बार जब ब्रह्मा जी ने माता सरस्वती के साथ यज्ञ का संकल्प लेते हुए हवन आरंभ किया तब माता सरस्वती वहां समय पर पहुंच न सकीं।
जिसके बाद ब्रह्मा जी (कैसे हुई थी ब्रह्मा की उत्पत्ति) ने पत्नी के स्थान पर देवी गायत्री को बैठाकर यज्ञ संपन्न किया। तबजब माता सरस्वती वहां पहुंचती तब अपने स्थान पर किसी अन्य को बैठा देख वह क्रोधित हो गईं और उन्होंने यह श्राप दिया कि इस घटना के बाद कोई भी विवाहित पुरुष इस मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेगा। यह प्रथा आज भी इस मंदिर में निभाई जाती है।
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कुमारी अम्मन मंदिर, कन्याकुमारी
दक्षिण भारत के इस मंदिर में भी पुरुषों का जाना निषेध है जिसके पीछे का कारण है पुरुषों का विवाहित होना। याने कि इस मंदिर में मात्र ब्रह्मचर्य का पालन करने वाले पुरुष ही जा सकते हैं जिन्होंने विवाहिक सुख को अपनाया न हो।
माना जाता है कि इस मंदिर का गर्भ गृह वही स्थान है जहां माता पार्वती ने शिव जी को पाने के लिए कठोर तपस्या की थी। ऐसे में इस स्थान पर मात्र वही पुरुष जा सकते हैं जो विवाहित न हो ताकि माता पार्वती के तपोस्थल की पवित्रता भंग न हो।
तो ये हैं वो मंदिर जहां नहीं जा सकते पुरुष और यह था उसके पीछे का कारण। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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