सर्दियां करीब आ गई हैं, लेकिन दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई इलाकों में अभी भी गर्मी का प्रकोप है और कुछ जगहों पर तो अभी तक एसी चल रहे हैं। एसी सेंट्रल हो, स्प्लिट हो या फिर विंडो हो सभी में एक वाटर आउटलेट पाइप दिया जाता है। अब सोचने वाली बात यह है कि एसी में भला वाटर आउटलेट की जरूरत पड़ती क्यों है? कूलर की तरह एसी में तो पानी डालने की जरूरत नहीं होती फिर भला यह पाइप करता क्या है?
आपको जानकर हैरानी होगी कि अगर यह पाइप नहीं हो, तो आपका एसी ना तो कूलिंग करेगा और ना ही एसी कुछ दिन बाद ऑन हो पाएगा। एसी के अंदरूनी पार्ट्स भी खराब होने लगेंगे। चलिए आज आपको एसी के इस आउटलेट पाइप की जरूरत समझाते हैं।
क्या होती है एसी की ड्रेन लाइन?
इसे एसी की कॉन्डेंसेट लाइन (Condensate line) भी कहा जाता है। यह एक पतला सा वाटर आउटलेट होता है जो एसी की इवेपोरेटर कॉइल के पास लगा होता है। इस एसी ड्रेन लाइन से पानी निकलता है। एसी का बाकी अंदरूनी हिस्सा मेटल से बना होता है, लेकिन सिर्फ यही लाइन PVC मटेरियल से बनी होती है।
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क्यों निकलता है एसी के अंदर से पानी?
दरअसल, एसी के अंदर भरा रेफ्रिजरेंट कमरे में मौजूद सादी हवा को ही रिसाइकल कर ठंडी हवा बाहर फेंकता है जिससे कमरा ठंडा हो पाता है। यह एक सीमित क्षेत्र में ही काम कर सकता है इसलिए जब भी हम कमरे में एसी चलाते हैं, तो खिड़की और दरवाजे बंद करने की सलाह दी जाती है।
अब कमरे के अंदर जो हवा होती है उसमें भरा होता है मॉइश्चर। ऐसे में जब एसी इस हवा को ठंडा कर रहा होता है, तो हवा का मॉइश्चर एसी की कूलिंग कॉइल्स में पानी की बूंदों के रूप में जम जाता है। इसे कुछ-कुछ ऐसा ही समझिए कि जब आप कोई ठंडी बोतल फ्रिज से बाहर निकालते हैं, तो हवा की नमी उस ठंडक को कंवर्ट करती है और थोड़ी देर के अंदर ही बोतल के ऊपर पानी की बूंदें दिखने लगती हैं।
ऐसा ही एसी के अंदर होता है। एसी की कॉइल्स पर जमा यह कंडेंस पानी ही वाटर आउटलेट पाइप से टपकता है। जितना पुराना और गंदा एसी होगा, यह पानी भी उतना ही ज्यादा निकलेगा। वैसे तो यह पानी प्योर होता है क्योंकि यह हवा से बना है, लेकिन एसी के अंदर मौजूद गंदगी के कारण यह शुद्ध नहीं रह जाता।
वाटर आउटलेट चोक होने पर क्या होगा एसी का?
अगर किसी वजह से पानी एसी से ठीक तरह से नहीं निकल पाता है, तो पानी कंडेंस होकर जमता रहेगा और फिर जहां से हवा निकलती है उस पैनल के जरिए एसी से बाहर आने की कोशिश करेगा। यही कारण है कि कई बार एसी के अंदरूनी हिस्से से भी पानी टपकने लगता है।
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वाटर आउटलेट पाइप की वजह से एसी चलाने पर कमरे में ह्यूमिडिटी नहीं होती है। आपने कूलर की ह्यूमिडिटी देखी होगी और अगर एसी का वाटर आउटलेट पाइप नहीं होगा, तो उसी तरह की स्थिति एसी चलाने पर भी कमरे में होने लगेगी।
यही नहीं अगर एसी का वाटर आउटलेट पाइप हट जाएगा, तो इसके कारण कॉइल पर हमेशा मॉइश्चर जमा रहेगा। ऐसे में बाहर की हवा को ठंडा करने का काम एसी नहीं कर पाएगा और वह खराब हो जाएगा।
अब तो आप समझ ही गए होंगे कि एसी में लगा यह छोटा सा पाइप कितना जरूरी है। अगर इस पाइप में से ठीक से पानी नहीं निकल रहा है, तो यह भी एक संकेत होता है कि आप अपने एसी यूनिट की सर्विसिंग करवाएं ताकि इसमें कोई बड़ी खराबी ना आए।
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Image Credit: Zelect/ Freepik
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