अगरबत्ती का उपयोग हमारे घरों में रोजाना होता है, चाहे भगवान की आरती के लिए हो या घर को सुगंधित करने के लिए। अगरबत्ती का इस्तेमाल अब पूजा-पाठ के अलावा मच्छर भगाने के लिए भी होता है। भगवान के मंदिर को सुगंधित करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इस अगरबत्ती को आप बाजार से खरीदने के बजाए घर पर भी बना सकते हैं। सभी चीजों का नाम उनके काम और गुण को देखते हुए रखा जाता है न सिर्फ इंसानों का नाम रखा जाता है बल्कि और भी दूसरे वस्तु का नाम रखा जाता है। ऐसे में आज हम आपको अगरबत्ती का नाम कैसे पड़ा इसके बारे में बताएंगे। अगरबत्ती के नाम पड़ने के पीछे एक खास वजह है, इसका ऐसे ही नहीं रखा गया है। अगरबत्ती का उपयोग पूजा पाठ में आज से नहीं बल्कि सालों पहले से किया जा रहा है। पहले इसका नाम और बनाने की प्रक्रिया थोड़ा अलग था, लेकिन बाद में इसमें परिवर्तन कर अगरबत्ती का नाम बदला गया।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, पूजा-पाठ के दौरान सुगंधित द्रव्य जैसे धूप, अगरबत्ती, पुष्प, इत्र का उपयोग किया जाता है। पूजा-पाठ के दौरान जितनी साफ-सफाई की आवश्यकता होती है, उतना ही महक या सुगंध की भी जरूरत होती है। सुगंधित वातावरण से आस पास माहोल मनमोहक होता है साथ ही पूजा पाठ में मन लगने के साथ-साथ सुगंधित माहौल बना रहता है।
पूजा पाठ के दौरान दिप के साथ धूप या अगरबत्ती (घर पर अगरबत्ती कैसे बनाएं) से आरती करने से देवी देवता प्रसन्न होते हैं। जिस प्रकार हम गंदी बदबू वाले स्थान में नहीं रह सकते हैं, वैसे ही देवी-देवताओं को भी बदबू वाले स्थान में नहीं रखना चाहिए। देवी-देवताओं को जिस स्थान में रखा गया है वह क्षेत्र यदि सुगंधित है तो यह भगवान को बहुत अच्छा लगता है। पूजा-पाठ के दौरान यदि आप धूप और अगरबत्ती जलाते हैं तो देवी-देवता आपकी पूजा अर्चना से जल्द प्रसन्न होते हैं और आपकी कामना को जल्दी पूरा करते हैं। पूजा-पाठ के दौरान आपको नियमित रूप से अगरबत्ती जरूर जलानी चाहिए।
इसे भी पढ़ें: ईश्वर का आशीर्वाद और अच्छी सेहत चाहती हैं तो घर में रोज जलाएं अगरबत्ती
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार पुराने समय में जब अगरबत्ती का आविष्कार नहीं हुआ था और बाजार में अगरबत्ती चलन में नहीं था तब अगरु नामक वनस्पति का इस्तेमाल किया जाता था। अगरु एक ऐसी वनस्पति है, जिसे जलाने से बहुत ही मनमोहक सुगंध आती है। धीरे-धीरे अगरु वनस्पति का स्वरूप थोड़ा अलग हुआ और इसे अगरु वनस्पति से अगरबत्ती कहा जाने लगा। अगरु वनस्पति से ही अगरबत्ती का आविष्कार हुआ और तेजी से यह प्रचलन में आया।
इसे भी पढ़ें: कंडे और इन चीजों से मिलाकर बनाएं होममेड धूप, आस्था के साथ होगी बचत
अगर हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़े रहें हर जिंदगी से।
Image Credit: Freepik
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।