अगर आप पर भी आपका मकान मालिक चलाता है हुक्म तो ना डरें लीगल एक्शन लेने से

घर से दूर शहर में रह रही अकेली लड़कियों को काफी परेशानी होती है। इन परेशानी का सबसे बड़ा कारण है मकान मालिक। अगर आपको भी आपका मकान मालिक परेशान करता है तो कानूनी सहायता लेने में ना झिझकें। 

what to do when house owners or society bother Big

दूर गांव से शहर में आई अकेली लड़की को किराये में घर ढूंढने में काफी मुश्किल होती है। एक तो सुरक्षा की चिंता ऊपर से अकेले घर से दूर रहना। इसमें अगर मकान मालिक अच्छा नहीं होता तो काफी मुश्किलें होती हैं। मुंबई में तो अकेली लड़कियों को घर ढूंढने में काफी मुश्किल होती है। वहां तो अकेली लड़कियों को घर दिया ही नहीं जाता। वहां या तो शादी-शुदा जोड़ों को या फैमिली को ही घर मिलता है। ऐसे में अगर लड़की मुस्लिम हो तो और भी अधिक परेशानी हो जाती है। ऐसे में वहां लड़कियां पीजी में रहती हैं।

लेकिन जिन लड़कियों को पीजी में रहने में दिक्कत होती है उनका क्या?

मतलब की तृप्ति को पीजी में रहना बिल्कुल पसंद नहीं है। यह कभी कॉलेज के हॉस्टल में भी नहीं रही। इसे भीड़-भाड़ और बहुत सारे लोगों को साथ रहना पसंद नहीं। इसलिए तृप्ति दिल्ली में अकेले रहती है। तृप्ति की तरह और भी कई लड़कियां होंगी जिन्हें पीजी में रहना पसंद नहीं होता है। ऐसे में वे अकेले फ्लैट लेकर रहती हैं जहां मकान मालिक लड़कियों को अकेले देखकर कई बार परेशान भी करते हैं।

जबकि यह गलत है।

इस गलत चीज को केवल आप रोक सकती हैं। दिल्ली हाई कोर्ट की वरिष्ठ वकील मोनिका अरोड़ा बता रही हैं कि "बाहर रहने वाली अकेली लड़कियों को अक्सर मकान मालिक अकेला देखकर काफी परेशान करते हैं। ऐसे में लड़कियां कुछ कर नहीं पाती हैं और तनाव में आ जाती हैं।"

Read More:इस तरीके से दिव्यांका ने किया एकता कपूर का बचाव

what to do when house owners or society bother inside

ले सकती हैं कानून की मदद

मोनिका अरोड़ा कहती हैं कि "शहर में अकेली लड़कियों को रहने में काफी दिक्कत होती है। पहले तो उन्हें जल्दी सही घर नहीं मिलता और अगर मिल भी जाता है तो मकान मालिक या सोसायटी की तरफ़ से उन पर कई बंदिशें लगा दी जाती हैं। अक्सर मकान मालिक या सोसायटी का सेक्रेटरी किराए पर रहने वाले लोगों को दोयम दर्जे का समझते हैं। स्टूंडेंट्स के साथ तो कई सारी दिक्कतें होती हैं। वे घर में पार्टी नहीं कर सकती हैं। उनके घर लड़के नहीं आ सकते। तेज आवाज़ में गानें नहीं सुन सकतीं। वगैरह-वगैरह... ऐसी ही कई शर्तें मकान मालिक अकेली लड़कियों के सामने रख देते हैं और हर छोटी-छोटी बात पर उन्हें निकालने की धमकी देते हैं। जबकि यह गलत है। ऐसा होने पर हर लड़की को कानून की हेल्प लेनी चाहिए।"

Read More:महिला सशक्तिकरण की मिसाल इंडिया का पहला women बैंड

what to do when house owners or society bother inside

कहीं भी रहने का मूल अधिकार

मोनिका कहती हैं कि "कहीं भी रहने का अधिकार हमारा मूल अधिकार है। इस पर कोई उंगली नहीं उठा सकता। अगर कोई आपको घर नहीं देता तो यह उसकी पर्सनल च्वॉयस है। लेकिन अगर किसी ने आपको किराये पर घर दे दिया है तो वह उस घर में हक नहीं जमा सकता और आप पर टोका-टाकी नहीं कर सकता। अगर ऐसा होता है तो हर वह लड़की अपने मकान मालिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर सकती है।"

HzLogo

HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!

GET APP