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difference between bhog and prasad hindi

भोग और प्रसाद में क्या है अंतर?

शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि जब भी भगवान को भोग लगाया जाता है तो हमेशा उनके भोग में तुलसी का पत्ता डालना चाहिए। इसके अलावा, भोग लगाते समय घंटी भी बजानी चाहिए। 
Editorial
Updated:- 2024-05-03, 18:44 IST

Bhog Aur Prasad Mein Kya Hai Antar: जब भी बात भगवान के भोजन से जुड़ी आती है तो हम दो शब्द सबसे ज्यादा सुनते हैं, या तो भोग या तो प्रसाद। हालांकि यह बहुत कम लोग जानते हैं कि भोग और प्रसाद में अंतर होता है। लोग इन दोनों चीजों को एक ही मानते हैं। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं कि आखिर क्या होता है भोग और प्रसाद में अंतर। 

भोग और प्रसाद कैसे हैं अलग-अलग?

जब हम भगवान के सामने किसी भी खाद्य पदार्थ को अर्पित करते हैं तो उसे भोग कहा जाता है। जबकि भगवान को लगाया गया भोग जब हम खाते हैं या ग्रहण करते हैं तो उसे प्रसाद कहते हैं। 

bhog aur prasad mein kya hai antar

शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि जब भी भगवान को भोग लगाया जाता है तो हमेशा उनके भोग में तुलसी का पत्ता डालना चाहिए। इसके अलावा, भोग लगाते समय घंटी भी बजानी चाहिए।

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वहीं, जब भगवान को भोग लगाने के बाद उसे उसारते हैं यानी कि भोग को वापस लेते हैं तब भी घंटी बजाकर या हाथ से ताली बजाकर ही भोग उसारना चाहिए। यही उचित विधि मानी गई है। 

भोग लगाने और प्रसाद उसारने के और भी कई नियम हैं। उदाहरण के तौर पर, भोग लगाते समय जितने भी चीजें खाने की थाली में हैं सभी मिज तुलसी दल डालना चाहिए न कि किसी एक में।

वहीं, जब उस भोग को ग्रहण करते हैं तब सबसे पहले तुलसी के पत्तों को निकालकर पानी से सटक लें। ऐसा इसलिए क्योंकि तुलसी को चबाया नहीं जाता है। इसके बाद आप भोग ग्रहण कर सकते हैं। 

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इसके अलावा, जब भी भगवान को भोग लगाते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि भगवान को लगाया गया भोग जब आप खुद पाएं तब भी उसे अकेले में ही खाना चाहिए, किसी के सामने नहीं। 

bhog aur prasad mein kya hota hai antar hindi

इसके पीछे का कारण यह माना जाता है कि भगवान के आगे से उसारे हुए भोग में उनकी शक्ति मौजूद होती है। वह शक्ति भोजन के माध्यम से शरीर के अंदर जाती है और शुभ प्रभाव दिखाती है।

 

आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से यह जान सकते हैं कि आखिर कैसे भोग और प्रसाद अलग-अलग होते हैं और क्या है इनके बीच का अंतर। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।   

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