कस्टम ड्यूटी एक किस्म का टैक्स होता है जो किसी देश में आयात किए जाने वाले सामान पर लगाया जाता है। जब कोई देश किसी दूसरे देश से सोना या चांदी मंगाता है, तो उस पर कस्टम ड्यूटी लगती है। यह ड्यूटी सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है और आयात किए गए सामान की कीमत में शामिल हो जाती है। कस्टम ड्यूटी का मकसद घरेलू उद्योगों की सुरक्षा करना, सरकारी राजस्व बढ़ाना और व्यापार संतुलन बनाए रखना होता है। सोना और चांदी जैसे कीमती धातुओं पर भी कस्टम ड्यूटी लागू होती है।
कस्टम ड्यूटी कम होने पर आयात बढ़ता है, जिससे बाजार में सोना और चांदी की आपूर्ति बढ़ जाती है। बढ़ी हुई आपूर्ति से कीमतों पर दबाव कम होता है और उपभोक्ताओं को सस्ती दरों पर ये धातुएं उपलब्ध हो जाती हैं। सोना और चांदी की कीमतों में कमी होने से उनकी मांग बढ़ती है। लोग निवेश के तौर पर, गहनों के रूप में, और अन्य उपयोगों के लिए अधिक सोना और चांदी खरीदने के लिए प्रेरित होते हैं। सोने-चांदी के सस्ते होने से सर्राफा बाजार को बढ़ावा मिलता है और इससे रोजगार के अवसर भी बढ़ते हैं। सोना-चांदी की कीमतों में वृद्धि मुद्रास्फीति को बढ़ावा देती है। कस्टम ड्यूटी कम करके मुद्रास्फीति को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है।
कस्टम ड्यूटी क्या होती है और इसके घटने से सोना-चांदी सस्ता क्यों होगा?
1. कस्टम ड्यूटी
कस्टम ड्यूटी (सीमा शुल्क) एक किस्म की टैक्स होती है, जो आयातित सामानों यानी Imported goods पर लगाया जाता है। इसका मकसद आयातित सामानों की कीमत बढ़ाना और घरेलू उत्पादकों को प्रोत्साहित करना होता है।
2. कस्टम ड्यूटी में कटौती
हाल ही में, केंद्र सरकार ने सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी में कटौती की घोषणा की है। सोने और चांदी पर सीमा शुल्क घटाकर 6 फीसदी कर दिया गया है। जबकि पहले यह 15 फीसदी था।
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3. कस्टम ड्यूटी घटने से सोना-चांदी सस्ता
कस्टम ड्यूटी में कटौती के कारण सोने और चांदी की कीमतें कम होंगी। यह आयातित सोने और चांदी को सस्ता बनाएगा, जिससे इनकी मांग बढ़ सकती है। इसके परिणामस्वरूप, सोने और चांदी की कीमतें और कम हो सकती हैं।
4. सरकार का मकसद
सरकार का मकसद सोने और चांदी के आयात को बढ़ावा देना और घरेलू मूल्य संवर्धन को प्रोत्साहित करना है। इसके अलावा, यह कदम सोने और चांदी के आभूषणों की घरेलू मांग को भी बढ़ा सकता है।
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उदाहरण के लिए
कस्टम ड्यूटी को सोने-चांदी पर लगने वाला एक प्रकार का टैक्स समझ सकते हैं। जब यह टैक्स कम हो जाता है, तो सोना-चांदी सस्ता हो जाता है, क्योंकि अब उस पर कम टैक्स देना होगा। मान लीजिए कि पहले सोने की 10 ग्राम की छड़ पर 100 रुपये का कस्टम ड्यूटी लगता था। अब अगर सरकार ने कस्टम ड्यूटी घटाकर 50 रुपये कर दी, तो अब आपको सोने की 10 ग्राम की छड़ 50 रुपये सस्ती मिलेगी।
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