
भक्ति, प्रेम और आस्था का सबसे पावन त्योहार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी एक बार फिर से सालभर के इंतजार के बाद आ चुका है। यह दिन भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की खुशी में मनाया जाता है, जब नटखट नंदलाल ने धरती पर जन्म लेकर अधर्म का नाश और धर्म की स्थापना की थी। इस दिन को हम एक बड़े त्योहार की तरह मनाते हैं और अपने प्रियजनों को प्रेम, श्रद्धा और संस्कार से भरे संदेश भेजते हैं, ताकि सभी का मन श्रीकृष्ण की भक्ति में डूब जाए और घर-आंगन में प्रेम व आनंद का संचार हो जाए।
जन्माष्टमी 2025 के इस शुभ पर्व पर, अपने परिवार, दोस्तों और करीबियों को भेजिए ऐसे शुभकामना संदेश, कोट्स और स्टेटस, जो उनके हृदय को भी राधे-कृष्ण की भक्ति से सराबोर कर दें। आइए इस पावन दिन को शब्दों की मधुर बांसुरी से सजाएं और श्रीकृष्ण की लीलाओं को अपने जीवन में आत्मसात करें।
1- उमड़ आए अखियों में आंसू,
देखकर अपने कान्हा को
हुई खुशियों से रोशन मेरी गलियां,
मेरे घर नंदलाल आए हैं।
2- तुम आकर फिर नहीं जाना
मेरी इस सूनी दुनिया से,
कहूं हर दम मैं सब से यही,
मेरे घर लाल आए हैं।
3- काली कमली वाला मेरा यार है,
मेरे मन को मोहन तू दिलदार है।
हो गई हूं मैं दीवानी तेरी रसिया,
तू ही तो मेरा अब सरकार है।
जन्माष्टमी 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं!
4- मैं पागल तेरे प्रेम में हुई मोहना,
सार जग हंस-हंस हुआ लोटपोट
मटकी में छुपा कर रखा है तेरे लिए माखन
बस तु जल्दी से आकर उसे उसे लूट।
5- तेरी झलक पाने के लिए तरस गई थी मेरी अखिंयां,
तू ही है मरा मन बसिया,
कान्हा तेरी जन्माष्टमी पर मैं नाचूं, गाऊं खुशी के गीत,
यह जीवन तेरे नाम कर दूं और बन जाऊं तेरी मीत

1- तुझको अपना मान लिया है,
यह जीवन तेरे नाम किया है,
चित्र-विचित्र जो भी हो, मुझको बस तुमसे प्यार है
मेरे मन का मोहन तु दिलदार है।
Happy Janmashtami 2025!
2- रंगी गुब्बारों से सजा दिया है घर-आंगन,
मिशरी-मेवे का बना दिया है भोजन,
अब तू आजा मेरे द्वार
कब से कर रही हूं तेरा इंतजार।
Happy Janmashtami 2025!
3- एक बरस का पूरा हुआ इंतजार,
आया है जन्मदिन गाए मन गीत मल्हार,
अब तो दे दो हमको दर्शन कन्हैया,
नहीं तो रो पड़ेगी तेरी गोपी बारम-बार
4- हे कन्हैया! जन्म उत्सव आपका हम आज मनाएंगे,
झूमेंगे नाचेंगे हम, खुशियां मनाएंगे,
हैप्पी बर्थडे गीत गएंगे,
जन्माष्टमी पर धूम मचाएंगे।
Happy Janmashtami 2025!
5-चंदन की चौकी नहीं है मेरे घर में कान्हा,
बिछा दी साफ चटाई तेरे लिए।
नहीं हैं छप्पन भोग तुम्हे जिमाने को मेरे पास,
मगर दिल से बनाया है तुम्हारे लिए प्रशाद,
तुम हो जाओगे मेरी भक्ती से खुश कान्हा, यही है मेरी आस।

1- कान्हा तुमको नहलाएंगे,
फूलों से सजाएंगे,
नजर का काला टीका लगाएंगे,
करेंगे तम्हारा पावन श्रृंगार,
देखेंगे भक्त तुम्हें बारम-बार।
2- घर के आंगन में सजा दी है रंगों की रंगोली,
रसोई से मेवे की मिठाई की खुशबू आ रही है सुहावनी,
खुशियों के दीप जल रहे हैं, घरभर में,
झूम रहे हैं भक्त मग्न होकर आनंद में।
3- बांसुरी की मीठी तान है कान्हा,
मुरली वाला सबसे महान है कान्हा।
जन्माष्टमी पर झूम उठे संसार,
हर दिल में बस रहे हैं राधे-श्याम।
जन्माष्टमी 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं!
4- आज की रात है खास बहुत,
मुरली वाले का जन्म हुआ।
खुशियों से भर दो जीवन सारा,
जय श्री कृष्ण का नाम हुआ।
Happy Krishna Janmashtami 2025!
5- कान्हा की बांसुरी में वो जादू है,
जो हर दिल को छू जाता है।
मुरलीधर जब मुस्कुराते हैं,
भक्त झूमे, मन मुस्काता है।

1- माखन चोर आया है,
राधा का दिल चुराने।
जन्माष्टमी की इस बेला में,
भक्ति का दीप जलाने।
Happy Janmashtami 2025!
2- रंगोली बनी है तेरे नाम की,
साज सज्जा है तेरे धाम की।
ओ कान्हा! आजा मेरे आंगन में,
खुशबू हो जाए तेरे प्रेम की।
4- ना राधा बिना कृष्ण,
ना कृष्ण बिना राधा।
जन्माष्टमी पर यही सिख मिलती है,
प्रेम से बड़ा नहीं कोई साधन।
जन्माष्टमी 2025 की हार्दिक शुभकामनाएं!
5- ओ कान्हा! आज तेरे नाम का दीप जलाऊंगी,
तेरे चरणों में फूल बिछाऊंगी।
तेरे जन्मदिवस पर बस एक चाह,
हर जन्म में तेरा साथ पाऊंगी।
Happy Janmashtami 2025!
6- नटखट है, प्यारा है,
सबसे न्यारा मेरा कान्हा है।
दिल में बसा है, सांसों में बसा है,
हर जन्म में बस तुझसे वास्ता है।

1- जन्माष्टमी आई है,
मुरली की मधुर तान लाई है।
जय श्री कृष्ण का गुणगान करो,
हर कोई इस दिन को श्रीकृष्ण के नाम करो।
2- कान्हा के आने से मन हर्षाया,
भक्ति भाव से घर जगमगाया।
माखन मिश्री का लगा है भोग,
आज नंदलाल हमारे द्वार आया।
Happy Janmashtami 2025!
3- कान्हा तेरे जन्मदिन की है ये बेला,
तेरे बिना अधूरा है जीवन का मेला।
जन्माष्टमी पर तुझसे यही फरियाद है,
हर जन्म में तेरा साथ रहे बस यही आस है।

4- झूला सजाया, राधा संग बैठाया,
कान्हा का जनमोत्सव धूमधाम से मनाया।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं,
हर घर में प्रेम, सुख और सौहार्द बरसाएं।
5- जब जब धरती पर अधर्म बढ़ा,
कृष्ण ने लेकर जन्म सबको राह दिखाया।
इस जन्माष्टमी पर हम भी चलें उस मार्ग पर,
जहां सत्य, धर्म और प्रेम हो अपार।
6. राधा के दिल में कृष्णा बसते हैं
प्रेम के दिल दीप जलते हैं
जन्माष्टमी 2025 की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं!
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