Tulsi Vivah Puja Vidhi 2024: तुलसी विवाह के दिन इस विधि से करें शालीग्राम और तुलसी पूजन, जानें पूजा के लाभ

Tulsi Mata Puja Vidhi 2024: पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की द्वादशी तिथि के दिन तुलसी विवाह करने की मान्यता है। अब ऐसे में किस विधि से तुलसी और शालीग्राम पूजन करें। इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
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हिंदू धर्म में तुलसी विवाह को सौभाग्यशाली माना गया है। पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास की द्वादशी तिथि के दिन तुलसी और शालीग्राम पूजन का महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि अगर आपके विवाह में किसी तरह की कोई परेशानी आ रही है, तो तुलसी विवाह के दिन विधिवत रूप से करने से व्यक्ति के शीघ्र विवाह के योग बनते हैं और जातक की सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती है। इतना ही नहीं, अगर आप किसी काम को सिद्ध करना चाहते हैं, तो इस दिन उपाय भी किए जाते हैं। अब ऐसे में तुलसी विवाह के दिन शालीग्राम और तुलसी पूजन किस विधि से करें। इसके बारे में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से विस्तार से जानते हैं।

तुलसी विवाह पूजन सामग्री क्या है?

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तुलसी पूजन के लिए सामग्री के बारे में पढ़ें।

  • तुलसी का पौधा लें
  • शालिग्राम जी
  • कलश
  • नारियल
  • पूजा के लिए लकड़ी की चौकी
  • लाल रंग का वस्त्र
  • 16 श्रृंगार की सामग्री लें जैसे कि चूड़ियां, बिछिया, पायल, सिंदूर, मेहंदी, कागज, कजरा, हार, आदि।
  • आंवला, शकरकंद, सिंघाड़ा, सीताफल, अनार, मूली, अमरूद आदि
  • हल्दी की गांठ
  • कपूर, धूप, आम की लकड़ियां, चंदन ।
  • घी का दीपक

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तुलसी विवाह के दिन किस विधि से करें शालीग्राम और तुलसी पूजन?

  • देवउठनी एकादशी के दिन जो जातक तुलसी विवाह कर रहे हैं, उन्हें कन्यादान जरूर करना चाहिए और व्रत अवश्य रखें।
  • इस दिन शालिग्राम की तरफ से और तुलसी माता की तरफ से लोग एकत्रित हों।
  • तुलसी विवाह ते लिए सबसे पहले घर के आंगन में चौक सजाएं और फिर रंगोई बनाएं। उसके बाद उसपर चौकी स्थापित करें।
  • गन्ने से मंडप बनाएं । इसके बाद तुलसी के पौधे को बीच में रखें और माता का 16 श्रृंगार करें।
  • उसके बाद कलश रखें और फिर उसमें गंगाजल मिलाएं। फिर आम के पत्ते रखें और उसके ऊपर नारियल को लाल रंग के कपड़े में लपेटकर कलश पर स्थापित करें।
  • उसके बाद चौकी पर शालीग्राम जी को रखें और पूजा की सामग्री माता तुलसी और शालीग्राम जी को चढ़ाएं।
  • इसके बाद पुरुष शालिग्राम जी को अपनी गोद में उठाएं और महिला तुलसी मां को उठाएं और फिर तुलसी की 7 बार परिक्रमा लगाएं। आप इस दौरान मंगल गीत गाएं और विवाह के मंत्रों का उच्चारण करें।
  • उसके बाद दोनों को खीर और पूड़ी का भोग लगाएं। फिर आरती करें।

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शालीग्राम और तुलसी पूजन का महत्व क्या है?

Tulsi shaligram puja

शालीग्राम और तुलसी की पूजा करने से परिवार में सुख-शांति बनी रहती है। साथ ही अगर किसी जातक के विवाह में कोई परेशानी आ रही है या फिर मनचाहा वर पाने के लिए तुलसी विवाह के लिए शालीग्राम और तुलसी माता की पूजा जरूर करें।

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Image Credit- HerZindagi

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FAQ

  • तुलसी विवाह पूजन में क्या-क्या सामग्री लगती है?

    तुलसी विवाह पूजन में कलश, नारियल, लकड़ी की चौकी, लाल रंग का कपड़ा, 16 श्रृंगार, फल, हल्दी की गांठ, कपूर, धूपबत्ती, आम की लकड़ी, घी का दीपक आदि सामग्रियां लगती हैं।
  • तुलसी विवाह पूजा में किस चीज का भोग लगाएं?

    तुलसी विवाह पूजा में माता तुलसी और शालिग्राम भगवान जी को खीर और पूड़ी का भोग लगाएं।