How To Buy Good Badminton Racket: गर्मी के मौसम में कम लेकिन सर्दियों के मौसम में बैटमिंटन खेलना बहुत से लोग पहुंचते हैं। इसके लिए कई लोग गार्डन में ही बैटमिंटन का कोर्ट बनाकर खेलने लगते हैं। कई लोग छत पर भी खेलने लगते हैं। कई बार जगह की कमी होने के चलते लोग बैडमिंटन खेलने के लिए पार्क या स्टेडियम में भी चले जाते हैं।
सर्दियों में बैडमिंटन खेलना सही तो माना जाता है, लेकिन बैडमिंटन सही नहीं हो तो और बार-बार उसके लिए पैसे खर्च करने पड़ते हैं और खेल का मज़ा भी किरकिरा हो जाता है। ऐसे में सही रैकेट का चुनाव करना या खरीदना बहुत ज़रूरी है।
इस लेख में हम आपको कुछ टिप्स एंड ट्रिक्स बताने जा रहे हैं जिन्हें फॉलो करके आप अपने लिए एक परफेक्ट बैडमिंटन खरीदा सकते हैं। इससे पैसे की बचत भी हो सकती है। आइए जानते हैं।
बैडमिंटन BWF मानक होना चाहिए
अगर बैडमिंटन खरीदने जा रहे हैं तो सबसे आपको यह देखना चाहिए कि क्या बैडमिंटन BWF (Badminton World Federation) मानक पर बना है या नहीं बना है। कई सारे बैडमिंटन BWF मानक पर नहीं बने होते हैं, इसलिए वो जल्दी ख़राब हो जाते हैं या टूट जाते हैं। BWF के अनुसार बैडमिंटन फ्रेम की अधिकतम लम्बाई लगभग 680 मिमी और बैडमिंटन की चौड़ाई लगभग 320 मिमी तक होनी चाहिए।
इसे भी पढ़ें:खरीदने वाले हैं पेन ड्राइव तो इन बातों का ज़रूर रखें ध्यान
स्ट्रिंग एरिया चेक करें
सबसे पहले आपको यह बता दें कि ये स्ट्रिंग एरिया आखिर क्या है। ये वो हिस्सा होता है जिससे खिलाड़ी शटल/कॉक को हिट करते हैं और दूसरे पाले भी भेजते हैं। BWF के अनुसार बैडमिंटन का तार मजबूत तो होना चाहिए साथ में लम्बाई और चौड़ाई पर भी ध्यान देने की ज़रूरत है। उसके अनुसार स्ट्रिंग एरिया चौड़ाई लगभग 220 मिमी और लम्बाई लगभग 280 होना चाहिए।(परफेक्ट रनिंग शूज़ खरीदने के टिप्स)
हेड और थ्रो स्पीड चेक करें
बैडमिंनट का वो हिस्सा जिसमें तारों की बुनाई होती है उसे हेड स्पेस भी बोला जाता है। अगर ज़रूरत से अधिक हेड स्पेस किसी बैडमिंटन में है तो उसे ठीक नहीं माना जाता है। इसके अलावा शटल/कॉक हीट करने पर जिस गति से दूसरे पाले में जाता है उसे थ्रो स्पीड करते हैं। अगर हल्का टच करने पर भी शटल तेजी से दूसरे पाले से जाता है तो बैडमिंटन ठीक माना जाता है।
इसे भी पढ़ें:घर के लिए प्रोजेक्टर खरीदने से पहले रखें इन बातों का ध्यान, बाद में नहीं होगा अफसोस
इन टिप्स का भी रखें ध्यान
- बैडमिंटन का हैंडल अधिक बड़ा नहीं होना चाहिए।
- बैडमिंटन का हैंडल सॉफ्ट होना चाहिए ताकि खलेने वक्त कोई दिक्कत नहीं हो।
- बैडमिंटन का वजन भी चेक करना बहुत ज़रूरी है। वजनदार बैडमिंटन सही नहीं माना जाता है।
अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। लेख के अंत में कमेंट सेक्शन में आप भी ज़रूर कमेंट करें।
Image Credit:(@freepik)
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों