तुलसी के पौधे को हिंदू धर्म में बहुत ही पवित्र माना जाता है और इसे माता लक्ष्मी का स्वरूप भी कहा जाता है। ज्योतिष में ऐसी मान्यता है कि जिस घर में भी तुलसी का पौधा सही स्थान पर लगा होता है वहां स्वयं माता लक्ष्मी विराजती हैं। कहा जाता है कि जिन घरों में तुलसी का पौधा लगा होता है, वहां लक्ष्मी का वास होता है।
सनातन धर्म में हर एक घर में तुलसी का पौधा अवश्य लगाने की सलाह दी जाती है, जिससे सुख समृद्धि बनी रहे। यह भी मान्यता है कि जो व्यक्ति, खासतौर पर जो महिला नित्य ही तुलसी का पूजन करती है, तुलसी के पौधे में जल चढ़ाती है और इस पौधे के पास दीपक प्रज्ज्वलित करती है उसका सौभाग्य सदैव बना रहता है और उसके घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
मुख्य रूप से किसी भी पूर्णिमा तिथि को विधि विधान से किया गया पूजन घर के सभी कष्टों को दूर करता है। जब बात तुलसी के पूजन की आती है तब आश्विन महीने में पड़ने वाली शरद पूर्णिमा के दिन किया गया तुलसी का पूजन विशेष रूप फलदायी माना जाता है, लेकिन इस दिन यदि आप ज्योतिष के कुछ नियमों के अनुसार पूर्ण करेंगी तो आपके घर की सुख समृद्धि बनी रहेगी। आइए ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ आरती दहिया से जानें शरद पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजन की सही विधि के बारे में।
शरद पूर्णिमा के दिन इस विधि से करें तुलसी पूजन
- शरद पूर्णिमा के दिन प्रातः काल जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- तुलसी पूजा शुरू करने से पहले जिस जगह पर आपके घर में तुलसी का पौधा मौजूद है वहां पूजन की सारी सामग्री इकट्ठी करके रख लें।
- तुलसी की पूजा के लिए आप जल का कलश, अगरबत्ती, धूपबत्ती, घी का दीपक, सिन्दूर, पुष्प, नैवेद्य आदि रखें।
- सभी सामग्रियां एक साथ रखें और तुलसी माता का ध्यान करते हुए इस पौधे में जल अर्पित करें।
- तुलसी को जल अर्पित करने का भी तरीका होता है। इसके लिए जल आपको तुलसी की जड़ में ही अर्पित करना है।
- तुलसी में जल चढ़ाने के साथ इसकी 3 बार परिक्रमा करें।
- ध्यान रखें कि हर एक परिक्रमा के बाद तुलसी की जड़ में थोड़ा सा जल भी चढ़ाएं।
- तीनों परिक्रमा पूरी होने के बाद तुलसी के पत्ते पर भी थोड़ा जल अर्पित करें।
- शरद पूर्णिमा के दिन यदि आप तुलसी में कच्चा दूध मिलाकर जल अर्पित करेंगी तो आपके घर में कभी धन की कमी नहीं हो सकती है।
- तुलसी में जल अर्पित करने और परिक्रमा के बाद आप एक आसान बिछाकर बैठ जाएं और तुलसी के मंत्रो का जाप करें।
- पौधे के पास धूप बत्ती और घी का दीपक जलाएं तथा नैवेद्य अर्पित करके तुलसी माता की आरती करें।
- शरद पूर्णिमा के दिन तुलसी की पूजा करने का मतलब है सभी देवी देवताओं की एक साथ पूजा के बराबर फल मिलना।
शरद पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजन का महत्व
ऐसा माना जाता है कि जिन घरों में हमेशा कलह क्लेश की स्थिति बनी रहती है और धन की कमी बनी रहती है, उन्हें शरद पूर्णिमा के दिन तुलसी का पूजन अवश्य करना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि तुलसी की पूजा करने से व्यक्ति को कई तरह के लाभ भी होते हैं। जिस घर में तुलसी की पूजा होती है उस घर में माता लक्ष्मी स्थिर रूप से वास करती हैं। ज्योतिष के अनुसार जिस घर में तुलसी का पौधा होता है उस घर में भगवान विष्णु का वास भी होता है। लेकिन तुलसी की पूजा के लिए कुछ नियमों का पालन करना बहुत जरूरी माना जाता है।
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तुलसी पूजन में न करें ये गलतियां
- शरद पूर्णिमा के दिन तुलसी का पूजन नियम पूर्वक करें और कुछ गलतियों से बचें जैसे आपको संध्या काल के बाद तुलसी में जल नहीं चढ़ाना है।
- दिन ढलने के बाद तुलसी का स्पर्श न करें और न ही इसकी पत्तियां तोड़ें।
- इस दिन आपको तुलसी के पौधे के पास दीपक जरूर प्रज्वलित करना चाहिए। लेकिन दीपक कभी भी जमीन पर न रखें बल्कि इसके नीचे अक्षत डालें।
- शरद पूर्णिमा के दिन तुलसी पूजन करते समय बालों को ढक लें।
ज्योतिष के अनुसार यदि आप शरद पूर्णिमा के दिन यहां बताए तरीकों से तुलसी का पूजन करती हैं. तो घर में सदैव सुख समृद्धि बनी रहती है। अगर आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो इस आर्टिकल को शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह के अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
Image Credit: wallpapercave.com
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