भारत में महिलाओं का आभूषण पहनना हमारी संस्कृति का हिस्सा हो सकता है। आभूषण महिलाओं के श्रृंगार में चार चांद लगा सकता है। आभूषण में भी सोना पहनना काफी प्रचलित है। बहुत से लोग सोना पहनने के शौकीन हो सकते हैं, उनके लिए ये प्रतिष्ठा का भी कारण हो सकता है। पर क्या आप जानते हैं भारत में आभूषणों के दाम हर रोज गिरते चढ़ते रहते हैं। इसलिए कुछ लोग विदेशों से भी आभूषण लेना पसंद करते हैं। आइए आज जानते हैं कि क्या दुबई से सोना खरीदना फायदे का सौदा हो सकता है या फिर घाटे का सौदा होगा।

सोना खरीदने के क्या कारण हो सकते हैं?
- सोना एक लोकप्रिय आभूषण सामग्री है। यह अपनी चमक, स्थायित्व और मूल्य के लिए जाना जाता है।
- सोना एक मूल्यवान संपत्ति हो सकता है जो समय के साथ अपनी कीमत बनाए रखती है। इसे एक सुरक्षित निवेश भी माना जाता है।
- सोना कई संस्कृतियों और धर्मों में बेहद खास किरदार निभाता है। इसे अक्सर धन, समृद्धि और आध्यात्मिकता का प्रतीक माना जाता है।
- सोने को भारतीय वित्त मंत्रालय के द्वारा निवेश के रूप में भी उपयोग किया जाता है, जैसे कि सोने के बॉन्ड और सोने के मुद्राकरण (Sovereign Gold Bonds)।
सोने की पहचान कैसे कर सकते हैं?
- भारत में, सोने की ज्वेलरी पर भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा एक हॉलमार्क लगाया जाता है। हॉलमार्क सोने की शुद्धता की गारंटी देता है।
- एक सोने का छोटा सा टुकड़ा नाइट्रिक एसिड में डुबोया जाता है। यदि सोना शुद्ध है, तो कोई प्रतिक्रिया नहीं होगी। यदि सोने में अशुद्धियाँ हैं, तो एक प्रतिक्रिया होगी।
- एक सोने का छोटा सा टुकड़ा पानी में डुबोया जाता है। यदि सोना शुद्ध है, तो यह पानी में डूब जाएगा। यदि सोने में अशुद्धियां हैं, तो यह पानी में तैरता रहेगा।
- सोना एक गैर-चुंबकीय धातु है। यदि कोई धातु एक चुंबक द्वारा आकर्षित होती है, तो यह सोना नहीं है।
इसे भी पढ़ें: Dubai से खरीद सकते हैं सस्ता सोना, भारतीयों को मिल रही है बड़ी छूट
- सोने को हमेशा एक विश्वसनीय विक्रेता से खरीदें।
- सोने की ज्वेलरी खरीदते समय बिल मांगें। बिल में सोने की शुद्धता और भार का मेंशन होना चाहिए।
- सोने की ज्वेलरी को सावधानी से संभालें। सोना एक नरम धातु है और इसे खरोंच या डैमेज होने से बचाना चाहिए।
दुबई से सोना खरीदना फायदे का सौदा है या घाटे का सौदा, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप सोना किस शुद्धता और मात्रा में खरीद रहे हैं।
दुबई में सोने की कीमत भारत की तुलना में आमतौर पर कम होती हैं। उदाहरण के लिए, 24 कैरेट यानी एक तोला सोने का भाव भारत में लगभग 60,000 रुपये है, जबकि दुबई में यह लगभग 50,000 रुपये है। इसका मतलब है कि आप दुबई से सोना खरीदकर लगभग 10,000 रुपये प्रति ग्राम की बचत कर सकते हैं।
हालांकि, दुबई से सोना खरीदते समय, आपको मेकिंग चार्जेज और करेंसी कन्वर्जन फीस के बारे में पता होना चाहिए। मेकिंग चार्जेज सोने के आभूषणों को बनाने की लागत है और यह भारत और दुबई दोनों में समान होता है। करंसी कन्वर्जन फीस भारतीय रुपये को दुबई दिरहम में बदलने की लागत है।
अगर आप 24 कैरेट सोने की बड़ी मात्रा खरीद रहे हैं, तो दुबई से सोना खरीदना एक अच्छा सौदा हो सकता है। हालांकि, अगर आप कम मात्रा में सोना खरीद रहे हैं, तो मेकिंग चार्जेज और करेंसी कन्वर्जन फीस लाभ को कम कर सकती हैं।
यहां दुबई से सोना खरीदने के कुछ फायदे और नुकसान दिए गए हैं:
फायदे:
- सोने की कीमत भारत की तुलना में कम
- वाइड वैरायटी में मिल सकता है
- अच्छे स्तर की क्वालिटी मिल सकती है।
इसे भी पढ़ें: क्या 18 कैरट सोना है 22 कैरट से बेहतर? खरीदारी से पहले जान लें कितना खरा है आपका सोना
नुकसान:
- मेकिंग चार्जेज और करंसी कन्वर्जन फीस
- आयात प्रतिबंध यानी Import restrictions हो सकता है।
अगर आप दुबई से सोना खरीदने पर विचार कर रहे हैं, तो आपको अपने विकल्पों को सावधानी से नाप-तौल कर लेनी चाहिए। वहीं भारत में, सोने की शुद्धता को कैरेट (K) में मापा जाता है। 24 कैरेट सोना शुद्ध होता है, जबकि 9 कैरेट सोना सबसे कम शुद्ध हो सकता है। आमतौर पर, सोने की ज्वेलरी 18 कैरेट या 22 कैरेट होती है।
अगर आपको हमारी स्टोरी से जुड़े आपके कुछ भी सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना न भूलें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए हर जिंदगी से जुड़े रहें।
Image credit: Freepik
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों