फाल्गुन माह का आखिरी प्रदोष व्रत और मार्च महीने का पहला प्रदोष व्रत 11 मार्च, दिन मंगलवार को पड़ रहा है। मंगलवार के दिन पड़ने के कारण यह प्रदोष व्रत भौम प्रदोष व्रत कहलाएगा। फाल्गुन माह के आखिरी प्रदोष व्रत के दिन जहां एक ओर शिव जी की पूजा का विधान है तो वहीं, दूसरी ओर इस दिन कुछ उपाय करने से भगवान शिव की कृपा पाई जा सकती है और जीवन में कई लाभ भी प्राप्त किये जा सकते हैं। आइये जानते हैं ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से फाल्गुन के आखिरी प्रदोष व्रत के उपाय।
फाल्गुन आखिरी प्रदोष व्रत के उपाय
अपने घर के सदस्यों की खुशहाली और उनकी तरक्की के लिए आज स्नान आदि के बाद सबसे पहले शिव मंदिर जाएं और शिवलिंग पर शुद्ध जल अर्पित करें। फिर धूप, दीप आदि से भगवान शिव की पूजा करें। यदि संभव हो तो शाम को भी स्नान करके साफ कपड़े पहनकर शिव मंदिर जाएं।
यदि दोबारा स्नान करना संभव नहीं हो, तो केवल हाथ-पैर धोकर, साफ-सुथरे कपड़े पहनकर मंदिर में जाएं और वहां भगवान शिव की पूजा करें। अगर दोनों समय मंदिर जाकर पूजा करना आपके लिए कठिन है, तो केवल शाम को शिव मंदिर में जाकर पूजा करें।
अच्छे स्वास्थ्य और बेहतर जीवन के लिए आज स्नान आदि से निवृत्त होकर अपने घर के पास स्थित किसी शिव मंदिर में जाएं। वहां शुद्ध जल में कुछ बूंद दूध और गंगाजल मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें। साथ ही भगवान से अपने अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाल जीवन के लिए प्रार्थना करें।
यदि किसी कारणवश आपके पसंदीदा विवाह में लंबे समय से अड़चने आ रही हैं, तो उन अड़चनों से मुक्ति पाने के लिए आज के दिन स्नान आदि से निवृत्त होकर शिव जी को प्रणाम करें। फिर उनके सामने आसन बिछाकर बैठ जाएं और शिव जी का मंत्र 11 बार जप करें।
यदि आप सरकारी नौकरी में कार्यरत हैं और लंबे समय से प्रमोशन रुका हुआ है, तो जल्दी प्रमोशन पाने के लिए आज प्रदोष व्रत के दिन सवा किलो साबुत चावल लें। इनमें से कुछ चावल शिव मंदिर में चढ़ाएं और बाकी चावलों को किसी जरूरतमंद को दान करें।
यदि आप अपने दांपत्य जीवन को सुखी बनाना चाहते हैं, तो आज स्नान आदि से निवृत्त होकर शिव मंदिर जाएं। वहां शुद्ध जल में कुछ बूंद गाय का दूध मिलाकर शिवलिंग पर अर्पित करें। फिर शिव मंत्र 'ॐ नम: शिवाय' का 21 बार जप करें।
मानसिक शांति प्राप्त करने और अपनी सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए आज के दिन भगवान शिव की मूर्ति या तस्वीर के सामने आसन बिछाकर बैठें। मूर्ति स्थापना और आसन बिछाते समय यह ध्यान रखें कि आपका मुंह पूर्व दिशा की ओर हो और भगवान की प्रतिमा ठीक आपके सामने हो।
जब सब कुछ व्यवस्थित हो जाए, तो गहरी सांस लेकर 'ॐ' शब्द का तेज आवाज में 11 बार उच्चारण करें। यदि आप शत्रुओं को परास्त करना चाहते हैं और मुकदमे में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो आज के दिन शिव मंदिर जाएं और शिवलिंग पर धतूरा चढ़ाएं।
यह भी पढ़ें: Phalgun Last Pradosh Vrat 2025 Date: कब है फाल्गुन का आखिरी प्रदोष व्रत? जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
यदि आप अपने मनचाहे जीवनसाथी को पाना चाहते हैं या आपकी शादी हो चुकी है, लेकिन उसमें प्यार की कमी महसूस हो रही है, तो आज के दिन शिवलिंग पर जल में थोड़ा सा केसर और कुछ फूल डालकर चढ़ाएं। इससे प्यार और सामंजस्य बढ़ेगा।
अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें कमेंट बॉक्स में बता सकते हैं और अपना फीडबैक भी शेयर कर सकते हैं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
HerZindagi ऐप के साथ पाएं हेल्थ, फिटनेस और ब्यूटी से जुड़ी हर जानकारी, सीधे आपके फोन पर! आज ही डाउनलोड करें और बनाएं अपनी जिंदगी को और बेहतर!
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों