पूजन के समय किसी भी भगवान को फूल चढ़ाने का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि देवी और देवताओं को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा तरीका उनकी पसंद के फूल चढ़ाना है। यही वजह है कि हम पूजन के दौरान ईश्वर को अलग-अलग फूल चढ़ाते हैं और मनोकामनाओं की पूर्ति की प्रार्थना करते हैं।
ऐसा माना जाता है कि फूल अपनी पंखुड़ियों से अंतरिक्ष में स्थित दैवी सूक्ष्म कणों को आकर्षित करते हैं और वातावरण को आध्यात्मिकता से भर देते हैं। विशेष फूलों में किसी एक देवताओं के तत्त्व को आकर्षित करने की क्षमता होती है। यूं कहा जाए कि फूल के रंग और सुगंध में देवता के सिद्धांतों को आकर्षित करने की शक्ति होती है और इससे भक्तों को विशेष लाभ होता है।
जब कोई समर्पण और भक्ति की भावना से देवता को ताजे फूल चढ़ाता है, तो यह व्यक्ति में सकारात्मक ऊर्जा या सात्विक ऊर्जा को बढ़ाने में मदद करता है। अगर आप भगवान गणपति को प्रसन्न करना चाहते हैं तो आपको उनके पूजन के दौरान कुछ विशेष फूलों को चढ़ाने की सलाह दी जाती है। आइए ज्योतिषाचार्य डॉ आरती दहिया से जानें उन फूलों के बारे में।
गुड़हल का फूल
यह एक बारहमासी पौधा माना जाता है जिसका इस्तेमाल मुख्य रूप से पूजन में करना फलदायी होता है। यह किसी भी घर में आसानी से मिल जाता है। लेकिन शायद ही आप में से कोई ये बात जानता होगा कि यदि गणपति पूजन में इस फूल का इस्तेमाल किया जाता है तो आपकी मनोकामनाओं की पूर्ति के अच्छे योग बनते हैं।
लाल फूलों वाली गुड़हल की किस्म आमतौर पर भगवान गणेश को चढ़ाई जाती है, वास्तव में, गुड़हल को भगवान गणेश का सबसे पसंदीदा फूल माना जाता है। इस फूल को आप किसी त्योहार विशेष के बिना भी नियमित रूप से गणपति को समर्पित कर सकती हैं।
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गेंदा का फूल
गेंदे के फूल मुख्य रूप से गणपति को चढ़ाने से उनकी कृपा दृष्टि बनी रहती है। ऐसा माना जाता है कि यदि आप गणपति पूजन में गेंदा का फूल या इस फूल से बनी माला चढ़ाती हैं तो पुरानी बीमारियों से छुटकारा पाने और अच्छी सेहत का आशीष पाने में मदद मिलती है। इस फूल का उपयोग किसी भी उत्सव विशेष में नहीं बल्कि घर को सजाने में भी किया जाता है। जब भी आप गणपति पूजन करें इस फूल का इस्तेमाल जरूर करें।
कुमुदिनी का फूल
कुमुदिनी एक ऐसा फूल होता है जिसका इस्तेमाल सभी तरह के पूजा पाठ में विशेष रूप से किया जाता है। मुख्य रूप से गणपति पूजन में इस फूल का इस्तेमाल करने से घर की सुख समृद्धि बनी रहती है। इस फूल को पूजन के लिए बेहद शुभ माना जाता है और इससे आपकी मनोकामनाओं को पूर्ति हो सकती है।
कदम्ब के फूल
ये फूल छोटे पीले गुच्छों में पाए जाते हैं और ये मुख्य रूप से देवी पार्वती से जुड़े होते हैं। चूंकि गणपति माता पार्वती के पुत्र हैं इसलिए यदि आप इन फूलों का गुच्छा गणपति को चढ़ाती हैं तो ये विशेष रूप से आपके लिए फलदायी हो सकता है।
मुख्य रूप से बुधवार के दिन इस फूल को गणपति पर जरूर चढ़ाएं और उनकी विशेष कृपा पाएं। इस फूल को चढ़ाने से व्यक्ति बहुत ही प्रतिभाशाली और कुशल बनता है।
पारिजात या हरसिंगार
पारिजात के फूल को पूजा के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि ये फूल बहुत ही पवित्र होता है और इसे चढाने से पूजा का विशेष फल प्राप्त होता है। ये फूल जिस घर में खिलता है उस घर में समृद्धि आती है। यह फूल भगवान् शिव और माता पार्वती का भी पसंदीदा फूल है। इसी वजह से यदि हम ये फूल गणपति के पूजन में चढ़ाते हैं तो विशेष फलों की प्राप्ति होती है।
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दूर्वा घास
फूलों के साथ गणपति को दूर्वा घास चढ़ाने का भी विशेष महत्व है। दूर्वा घास पूजन की सबसे महत्वपूर्ण सामग्री है जो भगवान गणेश की पूजा में प्रमुख स्थान रखती है। इसे चढ़ाए बिना गणपति का कोई भी अनुष्ठान पूरा नहीं माना जाता है। भगवान गणेश को घास का ब्लेड या दूर्वा चढ़ाने से भौतिक और आध्यात्मिक रूप से सभी अच्छी चीजों का आशीर्वाद मिलता है।
यदि आप गणपति को यहां बताए फूल चढ़ाते हैं तो उनकी विशेष कृपा दृष्टि प्राप्त होती है। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर शेयर और लाइक जरूर करें। इसी तरह और भी आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से। अपने विचार हमें कमेंट बॉक्स में जरूर भेजें।
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