
तुलसी विवाह का पर्व कार्तिक मास में आता है और कार्तिक मास में तुलसी के नीचे दीया जलाना एक बहुत ही पुण्यकारी कार्य माना जाता है। तुलसी विवाह के दिन जब माता तुलसी का विवाह भगवान शालिग्राम से कराया जाता है तो इस अवसर पर दीया जलाना और भी अधिक शुभ फल देता है। दीये की रोशनी न केवल अंधकार को दूर करती है बल्कि यह शुभता, ज्ञान और देवी लक्ष्मी के आगमन का प्रतीक भी है। इस दिन तुलसी के पास दीया जलाने के अपने कुछ नियम और विशेष लाभ हैं जिनका पालन करने से घर में सुख, समृद्धि और सौभाग्य का वास होता है एवं धन-वैभव बढ़ता है। आइये जानते हैं इस बारे में वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से।
तुलसी विवाह की पूजा के दौरान, मुख्य रूप से गाय के शुद्ध घी का एक दीपक तुलसी के पौधे के पास जरूर जलाना चाहिए। यह दीपक आपकी पूजा का एक अनिवार्य हिस्सा है और इसे प्रदोष काल में जलाया जाता है जो नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर में सकारात्मकता लाता है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, 5 दीपक जलाना बहुत शुभ माना जाता है। 5 दीये पंच तत्वों पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश का प्रतिनिधित्व करते हैं और इन्हें तुलसी के पौधे के चारों ओर या मुख्य रूप से तुलसी के गमले के पास रखना चाहिए। इस संख्या में दीया जलाने से धन की देवी लक्ष्मी का घर में वास होता है और वैवाहिक जीवन में प्रेम बढ़ता है।
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आप अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार 11, 21, 51 या 108 दीये भी जला सकते हैं। अगर आप अधिक दीये जलाते हैं तो उन्हें तुलसी के गमले के पास रंगोली बनाकर व्यवस्थित कर सकते हैं। तुलसी के पास दीया जलाने के कुछ नियम भी हैं जिनका पालन आवश्यक माना गया है तभी पूजा का पूर्ण फल मिलता है।
हमेशा घी या तिल के तेल का दीपक जलाना चाहिए। सरसों के तेल का उपयोग तुलसी के पास नहीं करना चाहिए। तुलसी विवाह के दिन तुलसी के पास दीया सुबह और शाम दोनों समय जलाएं। दीया तुलसी के पौधे के ठीक सामने या तुलसी के गमले के पास किसी साफ और पवित्र स्थान पर जलाना चाहिए। भूल से भी दीया तुलसी के पीछे न रखें।

तुलसी को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है और दीया जलाना उनका स्वागत करने जैसा है। इस दिन दीया जलाने से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी दोनों प्रसन्न होते हैं जिससे घर में कभी धन-धान्य की कमी नहीं होती और दरिद्रता दूर होती है। तुलसी विवाह के दिन दीया जलाकर माता तुलसी और शालिग्राम जी से प्रार्थना करने पर विवाह में आ रही सभी बाधाएं दूर होती हैं। यह उपाय उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है जो शीघ्र विवाह या मनचाहा जीवनसाथी चाहते हैं।
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विवाहित जोड़ों के द्वारा दीया जलाने से उनके दांपत्य जीवन में प्रेम, स्थिरता और मधुरता आती है। यह पति-पत्नी के बीच के मनमुटाव को समाप्त करता है और गृहस्थ जीवन को सुखमय बनाता है। दीये की रोशनी घर के वातावरण को शुद्ध करती है और सभी तरह की नकारात्मक ऊर्जा और दोषों को नष्ट करती है। घर में सकारात्मकता और शांति का संचार होता है।
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