जानिये आखिर क्या है? बच्चों को फ़ोन देने की सही उम्र

अगर आप भी अपने बच्चे को पर्सनल फ़ोन देने का प्लान कर रही हैं,तो ये फैक्ट्स आपके काम आ सकते हैं

correct time to allow smartphone access to your kids tips

पेरेंटिंग आज के समय का सबसे मुश्किल टास्क है। फिर चाहे आपके बच्चे की सेफ्टी की बात हो या समय समय पर उनकी जरूरत पूरी करना। बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी ने पेरेंट्स की ड्यूटीज को और टफ बनाया है क्योंकि उनको डिजिटल वर्ल्ड में अपने बच्चों का इनवॉल्वेंट सीमित करना होता है।अपने बच्चों के लिए यूसेज बाऊंड्री डिसाइड करनी होती है जिसके चलते पेरेंट्स इस कश्मकश में उलझ जाते हैं कि वो कब अपने बच्चे को पर्सनल फ़ोन रखने की इज़ाज़त दें। निश्चित रूप से आप भी उनमे से एक होंगे और एक जिम्मेदार पैरेंट होने के नाते यह एक इम्पोर्टेन्ट ड्यूटी है, कि आप अपने बच्चे को स्मार्ट फ़ोन के मेरिट-डि मेरिट बताते हुए फ़ोन के यूसेज के लिए बेहतर समझ पैदा करें।

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फ़ोन की परमिशन से पहले ग्राउंड वर्क करें- बच्चे की उम्र की जरूरत अनुसार जांच परख करें कि क्या वास्तव में उसको स्मार्टफोन की जरूरत है। और अगर है, तो फ़ोन यूसेज के स्ट्रिक्ट रूल्स डिफाइन करें ताकि बच्चा उसका मिसयूज न करे।

कम्पेयर गुड और बैड फीचर - जैसा कि हम सब जानते हैं, इंटरनेट एक महासागर है जिसमेँ से आप जैम निकालोगे या स्टोन,यह आप पर डिपेंड करता है। जैसे ही आपका बच्चा पर्सनल फ़ोन का यूज करने लगता है तो समझिये कि वह इंटरनेट के गुड और बैड फीचर्स के टच में आ चुका है। यह आपको डिसाइड करना होगा कि उसकी चॉइस किसके लिए ज्यादा है।

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ऐज ऑफ़ मैच्योरिटी- ध्यान रखिये कि अपने बच्चे को फ़ोन देने कि कोई सही और गलत ऐज नहीं होती। सभी बच्चों में अलग-अलग उम्र में मैच्योरिटी डेवलप होती है। किसी में यह 8th क्लास में डेवलॅप हो सकती है तो किसी बच्चे में 10th क्लास के बाद। जब पेरेंट्स को लगे कि उनका बच्चा रेस्पोंसिबल हो रहा है तो फ़ोन देने का डिसीजन लिया जा सकता है।

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सिचुएशन को परखें - अगर बात आपके बच्चे की सुरक्षा की है तो उसमे कोई कौताही ने बरतें। कितनी बार पेरेंट्स वर्किंग होते हैं और बच्चे की लोकेशन और सेफ्टी की सही जानकारी के लिए उसको फ़ोन प्रोवाइड करना होता है। लेकिंन फ़ोन देने से उनके प्रति आपकी सुरक्षा की जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती क्योंकि इंटरनेट वर्ल्ड में ऐसे बहुत से ऑब्जेक्ट होते हैं जिनसे आपको अपने बच्चे सुरक्षित रखना है। पैरेंटल लॉक की सहायता से आप फ़ोन के एक्सेस को कंट्रोल कर सकते हैं।स्मार्टफोन का पैटर्न लॉक इस तरह से खोल सकती हैं आप

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