जिस तरह घर की हर एक चीज के लिए वास्तु का महत्व है, उसी प्रकार से किसी भी पूजा के लिए भी वास्तु नियमों का पालन जरूरी माना जाता है। खासतौर पर जब करवा चौथ की पूजा की बात हो तब इसके लिए सही दिशा और स्थान जरूर है जिससे दाम्पत्य जीवन में खुशहाली बनी रहे। ऐसी मान्यता है कि यदि आप करवा चौथ की पूजा में वास्तु का ध्यान रखेंगी तो आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होने के साथ पति को जीवन में सफलता भी मिलेगी।
अगर आप यहां बताए कुछ वास्तु नियमों का पालन करवा चौथ की पूजा में करेंगी तो पति को दीर्घायु के साथ करियर में सफलता भी मिल सकती है। आइए ज्योतिर्विद पं रमेश भोजराज द्विवेदी जी से जानें कि करवा चौथ में आपको वास्तु से जुड़ी किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
जिस कमरे में पूजा करें वहां सफाई होनी चाहिए
करवा चौथ की पूजा वास्तु के अनुसार ऐसी जगह पर ही करें जहां साफ सफाई हो। पूजा वाले स्थान के आस-पास बाथरूम या टॉयलेट नहीं होना चाहिए। यहां तक कि सरगी देते और लेते समय भी आपको साफ़ स्थान ही चुनना चाहिए।
इसे जरूर पढ़ें: करवा चौथ की बधाई के लिए भेजें ये शुभकामनाएं और संदेश
करवा चौथ पूजा में दिशा का रखें ध्यान
वास्तु के अनुसार सरगी कभी भी दक्षिण पूर्व दिशा की ओर बैठकर नहीं खानी चाहिए इससे आपके पति के जीवन में नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं। करवा चौथ के दिन पूजा करते समय और और कथा सुनते समय मुख उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा में होना चाहिए । ऐसा करने से पति को दीर्घायु मिलती है और व्रत का फल दोगुना मिलता है। वास्तु की मानें तो करवा चौथ की कथा सुनने के बाद पति के साथ उत्तर पूर्व दिशा में एक बार घूमें। इससे आपके जीवन में सौहार्द बना रहेगा।
भूलकर भी इस दिशा में न करें पूजा
जब भी आप करवा चौथ की पूजा करें तो वास्तु के अनुसार सही दिशा ही चुनें। कभी भी दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके पूजा न करें। चांद को देखकर अर्घ्य दें तो आपका मुख उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए। यदि आप गलत दिशा में पूजा करती हैं तो पति को नौकरी में समस्याएं झेलनी पड़ सकती हैं।
वास्तु के अनुसार सजाएं पूजा की थाली
करवा चौथ पूजा में आपको पूजा थाली भी वास्तु अनुसार ही सजानी चाहिए। इसमें सभी सामग्रियां लाल रंग की रखें और नारंगी सिन्दूर का इस्तेमाल करें। करवा चौथ की थाली में ऐसा दीपक रखें जो पहले उपयोग में ना लाया गया हो। उसी दीपक से पति की आरती उतारें और थाली को घड़ी की सही दिशा में घुमाते हुए आरती करें।
Recommended Video
सही दिशा में करें सोलह श्रृंगार
जब आप करवा चौथ के लिए तैयार हो रही हैं तो सोलह श्रृंगार करते समय भी दिशा का ध्यान रखना जरूरी है। कभी भी दक्षिण दिशा की तरफ मुंह करके श्रृंगार न करें। ख़ासतौर पर सिन्दूर लगाते समय आपको इस दिशा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
इसे जरूर पढ़ें:Karwa Chauth Wishes 2022: करवा चौथ की बधाई के लिए भेजें ये शुभकामनाएं और संदेश
वास्तु के अनुसार चुनें चूड़ियां
करवा चौथ की पूजा के समय चूड़ियों के लिए भी वास्तु नियमों का पालन करें। भूलकर भी पूजा के समय मेटल या प्लास्टिक की चूड़ियां न पहनें। सुहागिन महिलाओं के लिए कांच की चूड़ियां सबसे अच्छी मानी जाती हैं। पूजा के समय कभी भी काली चूड़ियां या कपड़े न पहनें।
करवा चौथ के दिन यदि आप यहां बताई वास्तु टिप्स को अपनाते हुए पूजा करेंगी तो आपके पति को दीर्घायु के साथ जीवन में सफलता भी मिलेगी। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें व इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ।
Image Credit: freepik.com