‘आखिर नाम में क्या रखा है’ यह कहावत हमारे समाज में बेहद प्रचलित है। इसके बावजूद लोग नामों को लेकर अक्सर संजीदा नजर आते हैं, चाहे फिर वो लोगों के नाम हों य फिर शहरों के । बीते समय में उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने राज्य के कई शहरों के नाम बदले हैं, ऐसे में ये नए नाम चर्चा का विषय बने हैं।
हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, इससे पहले भी भारत के कई प्रसिद्ध शहरों के नाम समय-समय पर बदले जा चुके हैं। इनमें से कुछ शहर ऐसे भी रहे हैं, जिनके नाम एक बार से ज्यादा बदले गए हैं। तो देर किस बात की आइए जानते हैं, इन शहरों के पुराने और नए नामों के बारे में-
कानपुर -
उत्तर प्रदेश का कानपुर शहर किसी परिचय का मोहताज नहीं। लेकिन इसके बदलते नाम हमेशा सुर्खियों में रहे हैं, बता दें पुराने समय से लेकर अभी तक कानपुर का नाम कुल 21 बार बदला जा चुका है। इतिहासकारों की मानें तो कानपुर का सबसे पहला नाम ‘कान्हपुर’, जिस शहर की स्थापना हिंदू सिंह चंदेल ने की थी।
कुछ लोगों का यह भी मानना है कि महाभारत के शक्तिशाली कर्ण के नाम पर इस शहर को कर्णपुर भी कहा जाता था। इसके अलावा कानपुर का नाम खानपुर, कॉनपोर भी रखा गया, उस दौरान इस शहर की स्पेलिंग में भी कई बदलाव हुए। आखिरकार आजादी के बाद साल 1948 में इस शहर का नाम कानपुर पड़ा, तब से लेकर आज तक लोग इस शहर को कानपुर के नाम से ही जानते हैं।
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प्रयागराज
साल 2018 में इलाहाबाद शहर को अपना सालों पुराना नाम दोबारा वापस मिल गया। बता दें कि सालों पहले मुगल शासक सम्राट अकबर ने इस शहर का नाम बदलकर इलाहाबस रख दिया था, हालांकि, समय के साथ इस शहर को इलाहाबाद के नाम से जाना जाने लगा। इस नाम का मतलब था ‘एक ऐसी जगह जहां अल्लाह का वास हो’ कुछ समय बाद अंग्रेजी में इस शहर के नाम की स्पेलिंग में अल्लाहाबाद हो गई। बता दें कि इतिहास में इस शहर को प्रयागराज या प्रयाग के नाम से जाना जाता था, लेकिन समय के साथ इसके नामों में कई फेरबदल हुए। लेकिन आखिर में प्रयागराज को उसका प्राचीन नाम मिल गया।
तिरुवनंतपुरम-
केरल राज्य की राजधानी तिरुवनंतपुरम का नाम भी समय के साथ कई बार बदला जा चुका है। वैसे तो हिंदी भाषा में इस शहर का नाम तिरुवनंतपुरम ही था, लेकिन अंग्रेजी में इस शहर को त्रिवंद्रम के नाम से जाना जाता था। लेकिन साल 1991 में केरल की सरकार ने इस शहर का नाम दोबारा तिरुवनंतपुरम रखने का फैसला किया। बता दें कि इस शहर का नाम भगवान अनंत के नाम पर रखा गया है, लेकिन यह माना जाता है कि प्राचीन समय में इस शहर का नाम त्रिवंद्रम ही था।
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मुंबई-
सपनों का शहर कहे जाने वाले मुंबई का नाम भी कई बार बदला जा चुका है। बता दें कि सालों पहले इस शहर को मुंबा देवी के नाम से जाना जाता था, मुंबई नाम शहर की प्राचीन मुंबा देवी के नाम पर पड़ा था। लेकिन औरंगजेब के शासन के दौरान इस शहर को बंबई के नाम से पुकारा जाने लगा, जिसे अंग्रेजी में बॉम्बे कहा जाता था। हालांकि साल 1995 में भाजपा और शिवसेना ने मिलकर इस शहर का नाम मुंबई रखा। तब से लेकर अभी तक इस शहर को मुंबई के नाम से ही जाना जाता है।
पणजी-
गोवा की राजधानी पणजी का नाम भी समय-समय पर कई बार बदला गया। पणजी शब्द का अर्थ होता है ‘वह भूमि जहां बाढ़ कभी नहीं होती’। बता दें कि शुरुआत में पुर्तगालियों ने इस शहर का नाम पंजिम रखा था, जिसे कोंकणी भाषा में पोणजिम कहा जाता था। कुछ सालों बाद इस शहर का नाम नोवा गोवा रखा गया, जिसका मतलब न्यू गोवा था। लेकिन साल 1961 में इस शहर का नाम बदलकर पणजी पड़ गया।
तो ये थे कुछ ऐसे शहर जिनके नाम कई बार बदले जा चुके हैं। आपको हमारा यह आर्टिकल अगर पसंद आया हो तो इसे लाइक और शेयर करें, साथ ही ऐसी जानकारियों के लिए जुड़े रहें हरजिंदगी के साथ।
Image Credit- wikipedia
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