Yamraj Rahasya: हिन्दू धर्म में यमराज को मृत्यु का देवता माना जाता है। यमराज व्यक्ति की आत्मा को उसके कर्म अनुसार मृत्यु के बाद उपर्युक्त स्थान प्रदान करते हैं। यानी कि अगर किसी व्यक्ति ने अच्छे कर्म किये हैं तो उसकी आत्मा को स्वर्ग में स्थान प्राप्त होगा वहीं, अगर किसी व्यक्ति ने बुरे कर्म किये हैं तो उसकी आत्मा को नर्क की प्रताड़ना भोगनी पड़ेगी। यमराज न सिर्फ व्यक्ति को मृत्यु देते हैं बल्कि मृत्यु के बाद की यात्रा भी वही तय करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिरकार यमराज मृत्यु के देवता कैसे बने।
हमारे ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आपको बता दें कि यमराज को मृत्यु का देवता बनने से पहले खुद मरना पड़ा था। पृथ्वी पर मृत्यु का चक्र भोगने के बाद ही यमराज को मृत्यु के देवता का पद प्राप्त हुआ था। तो चलिए जानते हैं यमराज से जुड़े इस दिलचस्प किस्से के बारे में।
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तो ये थी यमराज के मृत्यु देव बनने की रोचक कथा। अगर आपको यह स्टोरी अच्छी लगी हो तो इसे फेसबुक पर जरूर शेयर करें और इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हरजिन्दगी के साथ। आपका इस बारे में क्या ख्याल है? हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं।
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