इस एक चीज से पतझड़ के बाद हरा-भरा हो जाएगा स्टीविया का पौधा

स्टीविया का पौधा लगाने के बाद उसकी समय-समय पर देखभाल करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। अगर पौधे की सही समय पर देखभाल नहीं की जाती है, तो वह खराब होने लग जाते हैं या सूख जाते हैं।
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स्टीविया एक औषधीय पौधा है, जिसे शुगर प्लांट के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसका पौधा शुगर के मरीजों के लिए इस्तेमाल इस्तेमाल किया जाता है। यह पौधा मुख्य रूप से दक्षिण अमेरिका में पाया जाता है, लेकिन अब इसे दुनिया के कई हिस्सों में लगाया जाने लगा है।

इसमें मौजूद स्टीवियोल ग्लाइकोसाइड शुगर से 200-300 गुना मीठा होता है, लेकिन यह कैलोरी-मुक्त होता है। साथ ही, स्टीविया का सेवन पाचन को बेहतर करता है और पेट की समस्याओं को कम करता है। इसलिए कई लोग इसका पौधा घर में लगाने लगे हैं, क्योंकि इसका इसका इस्तेमाल कई तरह से किया जा सकता है।

लेकिन पौधा लगाने के बाद उसकी समय-समय पर देखभाल करना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। अगर पौधे की सही समय पर देखभाल नहीं की जाती है, तो वह खराब होने लग जाते हैं या सूख जाते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा ही होता है, तो आप नीम खली का इस्तेमाल कर सकते हैं।

नीम खली क्या है?

What is neem khali

नीम खली नीम के बीजों से तेल निकालने के बाद बचा हुआ वो हिस्सा है, जिसे जैविक खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है और मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के साथ-साथ पौधों की वृद्धि में भी मदद करता है।

नीम खली में नाइट्रोजन, फास्फोरस, और पोटेशियम जैसे प्रमुख पोषक तत्व होते हैं जो पौधों की जड़ और पत्तियों के विकास के लिए आवश्यक होते हैं।

  • नीम खली में प्राकृतिक कीटनाशक गुण होते हैं, जो स्टीविया के पौधे को कीटों और फफूंद से बचाते हैं।
  • यह 100% जैविक और पर्यावरण के अनुकूल खाद है जो मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करती है।

स्टीविया के पौधे के लिए नीम खली का उपयोग कैसे करें?

Neem khali uses in plant

मिट्टी की तैयारी में नीम खली का इस्तेमाल

स्टीविया के पौधे को अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी चाहिए। मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नीचे बताए गए स्टेप्स से नीम खली का इस्तेमाल किया जा सकता है।

  • मिट्टी को तैयार करते समय प्रति वर्ग मीटर मिट्टी में 200-250 ग्राम नीम खली मिलाएं।
  • नीम खली को मिट्टी में अच्छी तरह मिलाने के बाद मिट्टी को थोड़ी देर के लिए छोड़ दें, ताकि यह मिट्टी में अच्छी तरह से समा जाए।
  • नीम खली मिट्टी के पीएच को संतुलित करने और उसे उपजाऊ बनाने में मदद करती है।

बुवाई के समय नीम खली का इस्तेमाल

Stevia gardening tips

स्टीविया की बुवाई से पहले नीम खली को बीजों के साथ मिलाया जा सकता है। इसके लिए आपको हमारे बताए गए स्टेप्स को फॉलो करना होगा।

  • बुवाई के समय नीम खली को मिट्टी में 5-6 इंच की गहराई में मिलाएं।
  • यदि आप स्टीविया के पौधे को गमले में उगा रहे हैं, तो 100-150 ग्राम नीम खली को गमले की मिट्टी में मिलाएं।
  • नीम खली पौधे की जड़ों को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करेगी और कीटों से सुरक्षा भी करेगी।

नीम खली का नियमित इस्तेमाल

  • स्टीविया की ग्रोथ को तेज करने के लिए नियमित रूप से नीम खली का इस्तेमाल करें।
  • हर 4-6 सप्ताह में नीम खली को स्टीविया के पौधे की जड़ के पास मिट्टी में डालें।
  • हर पौधे 50-100 ग्राम नीम खली काफी होगी।
  • नीम खली धीरे-धीरे नाइट्रोजन और पोषक तत्व रिलीज करती है, जिससे पौधे को लगातार पोषण मिलता रहता है।

नीम खली इस्तेमाल करने के फायदे

Neem khali uses in stevia plant

  • स्टीविया के पौधों पर अक्सर कीड़े और फफूंद लग जाती है। अगर आपके पौधे के साथ ऐसा हुआ है, तो नीम खली का इस्तेमाल करें।
  • नीम खली में मौजूद अजादिराच्टिन नामक तत्व प्राकृतिक कीटनाशक के रूप में काम करता है और कीटों को पौधे से दूर रखता है। इससे पौधों को हानि पहुंचाने वाले कीटों और रोगों से बचाव होता है।
  • नीम खली का इस्तेमाल मिट्टी को सुधारता है। यह मिट्टी में जैविक सामग्री बढ़ाता है और मिट्टी के अच्छे बैक्टीरिया की वृद्धि को प्रोत्साहित करता है। यह मिट्टी की जलधारण क्षमता को भी बढ़ाता है, जिससे स्टीविया के पौधों को उचित नमी मिलती रहती है।
  • नीम खली धीरे-धीरे पौधों को पोषक तत्व प्रदान करती है, जिससे स्टीविया का पौधा स्वस्थ विकास कर सकता है। इसके पौधे की पत्तियां घनी और मीठी होती हैं, जो बाजार में बेहतर मूल्य पर बिक सकती हैं।

नीम खली का सही इस्तेमाल कैसे करें?

stevia plant and gardening tips

  • नीम खली का इस्तेमाल करने से पहले इसे अच्छी तरह से सुखा लें, ताकि इसकी प्रभावशीलता बनी रहे।
  • नीम खली को अन्य जैविक खादों जैसे वर्मीकम्पोस्ट या गाय के गोबर के साथ मिलाकर इस्तेमाल करना और भी अधिक प्रभावी साबित होता है।
  • नियमित पानी देते समय नीम खली धीरे-धीरे मिट्टी में घुलकर पौधे तक पोषक तत्व पहुंचाती है, इसलिए इसे ज्यादा मात्रा में एक बार में न डालें।
  • स्टीविया की फसल में गुणवत्ता और उत्पादन बढ़ाने के लिए नीम खली का नियमित और सही तरीके से इस्तेमाल करें। इससे न केवल स्टीविया की पत्तियों की मिठास और उत्पादन में सुधार होगा, बल्कि आपको एक स्वस्थ और जैविक फसल भी मिलेगी।

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Image Credit- (@Freepik and shutterstock)

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