Gardening Tips: पान के पत्ते होंगे हथेली जितने बड़े, बस जड़ में करें इस सफेद पानी का इस्तेमाल

Betel Leaf Plant Care: अगर आपने अपने बगीचे में पान का बेल लगा रखा है। लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी उसकी ग्रोथ अच्छे से नहीं हो रही है, तो आप सफेद रंग का यह घोल पौधे की जड़ में डाल सकती हैं। इस घोल में कई पोषक तत्व के गुण अधिक मात्रा में मौजूद होते हैं। चलिए जानते हैं उस घोल के बारे में-  
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Hacks For Betel Leaf Plant Growth: पान के पत्तों का इस्तेमाल अममून लोग खाने और पूजा-पाठ दोनों में करते हैं। अक्सर गर्मियों के मौसम में पान के पौधा का इस्तेमाल अधिक मात्रा में करते हैं। ऐसे में इसकी खास देखभाल करने की आवश्यकता पड़ती है क्योंकि बढ़ती गर्मी के कारण पौधे की पत्तियां सूखने और मुरझाने लगती हैं। ऐसे में आमतौर पर सभी लोग इसका इलाज ढूंढते हैं और बाजार जाकर नर्सरी या माली से कारगर खाद और पोषक तत्वों के बारे में पूछते हैं। बताए गए तरीके का इस्तेमाल पौधे की ग्रोथ बढ़ाने के लिए करते हैं। इसके बाद भी अच्छा रिजल्ट देखने को नहीं मिलता है।

अगर आपकी बगिया में लगे पाने के पत्ते में कुछ खास बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है, तो इस लेख में आज हम आपको एक ऐसी चीज के बारे में बताने जा रहे हैं, जो पत्तियों की साइज को हथेली जैसा प्लांट को हरी पत्तियों से लाद सकता है। चलिए जानते हैं इसके बारे में

पान के जड़ में डालें यह सफेद पानी

How to use rice water for betel leaf plant

चावल को बनाने के लिए सबसे पहले हम सभी उसे अच्छे से धुलकर छानते हैं। बचे हुए पानी को बेकार समझ कर फेंक देते हैं। इसके अलावा चावल पकाते समय आने वाले उबाल से निकलने वाले माड़ का इस्तेमाल आप पौधे की वृद्धि के लिए कर सकती हैं। बता दें कि बेकार समझे जाने वाली ये दोनों चीजों न केवल शरीर के लिए बल्कि पेड़-पौधों के लिए जादू का काम करता है। चावल के माड़ में लाभकारी सूक्ष्मजीव पाए जाते हैं, तो मिट्टी की उर्वरता को बढ़ाने में मदद करता है। साथ ही इसमें मौजूद नाइट्रोजन, फास्फोरस, और पोटेशियम पान की पत्तियों को बड़ा और चमकदार बनाते है।

इस ट्रिक से डाले पान के पौधे में यह पानी

Rice water for paan plant growth

पान के पौधे में चावल का पानी डालते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखने से अच्छा रिजल्ट मिल सकता है। चावल पकाने के दौरान उबलने वाले पानी को एक कटोरी में निकाल लें। कुछ देर बाद, जब पानी या माड़ ठंडा हो जाए। इसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर पौधे की जड़ में डालें। ऐसा करने से पौधे को जरूरी पोषक तत्व मिलेंगे, जो जरूरी है। माड़ का इस्तेमाल महीने में 2-3 बार जरूर करें। इसके अलावा चावल धुलने के बाद वाले पानी को मिट्टी में डालें। लेकिन ध्यान रखें पानी तब डालें जब मिट्टी सूखी हो क्योंकि अधिक मात्रा में इसका उपयोग पौधे को सड़ा सकता है।

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Image credit-Freepik, Herzindagi

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