herzindagi
image

कहीं आपकी बेटी भी तो नहीं रहती खोई-खोई सी? हो सकते हैं ये कारण, मां ऐसे कर सकती हैं अपनी बिटिया की काउंसलिंग

अगर आपकी बेटी भी घर में खोई-खोई सी रहती हैं, तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। ऐसा भी हो सकता है कि वो किसी बड़े डिप्रेशन का शिकार हो रही हों। आइए हम आपको इसके संकेत और बिटिया को इससे बाहर लाने के लिए क्या करना होगा, यह भी जानेंगे।
Editorial
Updated:- 2024-12-21, 19:06 IST

अक्सर घरों में पेरेंट्स इतने व्यस्त होते हैं कि उनका ध्यान बेटियों पर थोड़ा कम जाता है। इस चक्कर में कई बार बेटी की परेशानियां भी नजर नहीं आती है। करियर या किसी और कारण से बेटियों के जीवन में दिक्कतें चल रही होती हैं, जिसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल होता है। 

हर बच्चा अलग होता है और उसकी समस्याएं भी अलग हो सकती हैं। इसलिए अपनी बेटी की समस्याओं को समझने के लिए धैर्य और समझदारी से काम लें। अगर आपको लगता है कि आपकी बेटी को किसी पेशेवर की मदद की जरूरत है, तो बिना किसी देरी के एक मनोचिकित्सक से संपर्क कर सकते हैं, कयोंकि घर में उसका खोया-खोया सा रहना मां के लिए बहुत चिंता का विषय होता है। 

कई बार छोटी-छोटी बातें भी बेटी के मन पर गहरा असर डाल सकती हैं। आइए जानते हैं कि बेटी के खोए-खोए रहने के क्या कारण हो सकते हैं और आप अपनी बेटी की काउंसलिंग कैसे कर सकती हैं।

इसे भी पढ़ें- ऑफिस और घर के कामों के बीच बच्चों के साथ बिताने का नहीं मिल पा रहा टाइम, तो ऐसे दें उन्हें अपना समय

बेटी के खोए-खोए रहने के हो सकते हैं ये कारण

mother daughter bond (1)

बेटिपरीक्षाओं का तनाव, अच्छे नंबर लाने का दबाव, दोस्तों के साथ तुलना आदि। दोस्तों के दबाव में आना, सोशल मीडिया का अत्यधिक इस्तेमाल, बॉडी इमेज इश्यूज आदि कई सारी समस्याएं जीवन में चल रही होती हैं। शारीरिक और मानसिक बदलावों से जुड़ी उलझनें भी कई बार लोगों को परेशान करती हैं। किसी से प्यार हो जाना और उससे जुड़ी समस्याएं भी जीवन में चल रही होती हैं। डिप्रेशन, एंग्जाइटी, या कोई अन्य मानसिक व स्वास्थ्य समस्याएं आदि के कारण भी आपकी बीटिया परेशान रह सकती हैं।

इसे भी पढ़ें- Instagram पर कहीं आपका बच्चा भी तो नहीं देख रहा उल्टे-सीधे कंटेंट? ऐसे छुड़ाएं आदत

बेटी की काउंसलिंग कैसे करें?

mother daughter bond details

खुला माहौल बनाएं- अपनी बेटी को ऐसा महसूस कराएं कि वह आपसे कुछ भी बिना डरे शेयर कर सकती है।

बातों को ध्यान से सुनें- बिना किसी रुकावट के अपनी बेटी की बात सुनें। उसे महसूस कराएं कि आप उसकी भावनाओं को समझती हैं। अपनी बेटी को समझने के लिए धैर्य रखें। जल्दबाजी में कोई फैसला न लें।

सवाल पूछें- धीरे-धीरे सवाल पूछकर अपनी बेटी की समस्याओं को समझने की कोशिश करें।

यह विडियो भी देखें

उदाहरण देकर समझाएं- अपनी जिंदगी के अनुभवों को साझा करके अपनी बेटी को समझाएं कि हर समस्या का समाधान होता है।

सकारात्मक बातें करें- अपनी बेटी की तारीफ करें और उसकी उपलब्धियों को मनाएं।

साथ समय बिताएं- अपनी बेटी के साथ समय बिताएं, उसकी पसंद की गतिविधियां करें।

पेशेवर की मदद लें- अगर समस्या गंभीर है तो किसी मनोचिकित्सक की मदद लें। सुनिश्चित करें कि आपकी बेटी स्वस्थ आहार ले रही है और पर्याप्त नींद ले रही है।

इसे भी पढ़ें- बोर्ड एग्जाम में अच्छे मार्क्स लाने के लिए बच्चों को जरूर सिखाएं ये बातें, पढ़ाई में लग सकता है मन

इस आर्टिकल के बारे में अपनी राय भी आप हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। साथ ही,अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे शेयर जरूर करें। इसी तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़ी रहें आपकी अपनी वेबसाइट हर जिन्दगी के साथ

Image credit- Freepik

Disclaimer

हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।