Mineral water: भारत के वाटरमैन राजेंद्र सिंह का मानना है कि जल तीसरे विश्व युद्ध का मुख्य कारण हो सकता है। वहीं, संयुक्त राष्ट्र संघ के मुताबिक जलवायु परिवर्तन और पानी के लिए बढ़ती मानवीय मांगों के कारण आए बदलावों को देखते हुए, विवाद तब तक बढ़ेंगे जब तक कि विज्ञान-आधारित वाटर डिप्लोमेसी के जरिये से जल संसाधनों का प्रबंधन नहीं किया जाता है। इस बीच पानी के साथ साथ साफ यानी मिनरल वाटर की मांग दुनिया भर में बढ़ रही है।
वहीं, आज के दौर में पैक बोतल के पानी का चलन आम हो चुका है। स्कूल, कॉलेज, ऑफिस की कैंटीन हो या फिर ट्रेन का सफर, लोग अपनी प्यास बुझाने के लिए अक्सर पैक बोतल की मिनरल वाटर का इस्तेमाल करते हैं। मिनरल वाटर का बाजार काफी बड़ा हो चुका है, कोरोना के बाद से लोगों के आदतों में स्वच्छता का महत्व देखा जा सकता है।
मार्केट में मिनरल वाटर के नाम पर दूषित पानी बेचने का बाजार भी धड़ल्ले से चल रहा है। जिसकी वजह से हमारे स्वास्थ्य पर इसका गहरा असर पड़ सकता है, दूषित पानी पीने से कई तरह के गंभीर बीमारी हो सकती है। जैसे पाचन की समस्या, उल्टी और दस्त का हो जाना। ऐसे में सवाल उठता है कि असली और नकली पैक्ड मिनरल वाटर की पहचान कैसे करें?
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मिनरल बोतल की प्रामाणिकता जांचने के 5 आसान तरीके
भारत में मिनरल वाटर की बोतलों में मिलावट की खबरें अक्सर सुनने को मिलती हैं। इसलिए, यह जरूरी है कि आप मिनरल वाटर खरीदते समय इसकी प्रमाणिकता की जांच करें। इन 5 आसान तरीकों से आप मिनरल वाटर की बोतल की प्रमाणिकता की जांच कर सकते हैं:
ISI मार्क देखें:
सबसे पहले, बोतल पर ISI मार्क देखें। ISI (भारतीय मानक संस्थान) का मार्क होता है, यह तय करता है कि पानी की क्वालिटी और सेफ्टी स्टैंडर्ड को पूरा करता है। अगर बोतल पर ISI मार्क नहीं है, तो इसे न खरीदें।
भारतीय मानक संस्थान के Bis Care एप पर ऐसे जांच करें
- ऐप डाउनलोड करें
- verify licence details विकल्प पर जाएं
- CM/L no दर्ज करें
- यहां निर्माता का नाम
- कंपनी का पता, जिला और राज्य
- ISI नंबर और वैलिडिटी की जांच करें

FSSAI लाइसेंस नंबर जांचें:
बोतल पर FSSAI (खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण) लाइसेंस नंबर देखें। यह लाइसेंस नंबर यह तय करता है कि निर्माता ने सभी जरूरत के मानदंडों को पूरा किया है। आप FSSAI की वेबसाइट पर लाइसेंस नंबर की वैधता की जांच कर सकते हैं।
बोतल और कैप की जांच करें:
बोतल और कैप को ध्यान से देखें। बोतल पर कोई खरोंच, छेद या रिसाव नहीं होना चाहिए। कैप भी सील होनी चाहिए और उस पर किसी तरह की छेड़छाड़ के कोई चिन्ह नहीं होने चाहिए। अगर बोतल या कैप पर कोई खराबी है, तो इसे न खरीदें।
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एक्सपायरी डेट की जांच करें:
बोतल पर एक्सपायरी डेट देखें। एक्सपायरी डेट के बाद पानी पीने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, यह तय करें कि एक्सपायरी डेट न हुई हो।
पानी का स्वाद और रंग देखें:
- मिनरल वाटर का टेस्ट और रंग साफ होना चाहिए। अगर पानी में कोई अजीब गंध या टेस्ट है या अगर रंग में बदलाव है, तो इसे न पिएं।
- कोशिश करें कि प्रतिष्ठित ब्रांडों से ही मिनरल वाटर खरीदें। बोतल को सीधे धूप से दूर रखें। खोली हुई बोतल को जल्द ही पी लें।
- अगर आपको बोतल की प्रामाणिकता के बारे में कोई संदेह है, तो उसे न खरीदें और संबंधित अधिकारियों को सूचित करें।
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Image credit: Freepik/ Bis care app
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