Time Zone Facts: आखिर क्यों हर देश में होता है अलग समय? जानिए कैसे तय होता है दुनिया का टाइम

Interesting Facts about Time Zone: भारत और यूएस के टाइम में करीब 10:30 घंटे का अंतर होता है। इसी तरह दुनिया में हर जगह का अपना अलग टाइम जोन होता है। चलिए जानते हैं कि आखिर कैसे तय होता है दुनिया का टाइम।
Interesting Facts about Time Zone

Why Time Changes in Every Country: क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर यूएस-फ्रांस और अन्य देशों में समय शाम तो उसी समय भारत में सुबह में क्यों रहती है। किसी देश में दिन पहले तो किसी देश में बाद में क्यों शुरू होता है? अगर ऐसा कोई भी सवाल आपके मन में है तो इसका एकमात्र जवाब टाइम जोन है। दरअसल, दुनिया को अलग-अलग टाइम जोन में बांटा गया है। हर देश अपनी भौगोलिक स्थिति के हिसाब से समय निर्धारित करता है। इसी क्रम में आइए जानते हैं कि टाइम जोन कैसे तय किए जाते हैं और दुनिया में समय का निर्धारण कैसे होता है।

टाइम जोन क्या होता है?

how to measure time in the world

टाइम जोन एक भौगोलिक क्षेत्र होता है, जहां एक समान मानक समय अपनाया जाता है। पृथ्वी को 24 समय क्षेत्रों में बांटा गया है, जिनमें से प्रत्येक लगभग 15 डिग्री देशांतर को कवर करता है। हर टाइम जोन, ग्रीनविच मीन टाइम या यूनिवर्सल कोऑर्डिनेटेड टाइम से अपने अंतर के आधार पर तय किया जाता है।

दुनिया का समय कैसे तय किया जाता है?

  • दुनिया में समय को ग्रीनविच मीन टाइम या यूटीसी के आधार पर तय किया जाता है। ग्रीनविच, लंदन को प्राइम मेरिडियन यानी 0 डिग्री देशांतर माना जाता है। इसी के आधार पर अन्य टाइम जोन निर्धारित किए जाते हैं।
  • हर 15 डिग्री देशांतर पर एक नया टाइम जोन होता है।
  • पूर्व की ओर जाने पर समय बढ़ता है और पश्चिम की ओर जाने पर समय घटता है।
  • भारत का मानक समय UTC+5:30 है, जो ग्रीनविच मीन टाइम से साढ़े पांच घंटे आगे है।

कैसे हुई टाइम जोन की शुरुआत?

Time Zone related facts

समय को लेकर बनी इस समस्या को हल करने का श्रेय सर सैनफोर्ड फ्लेमिंग (Sir Sandford Fleming) को जाता है। साल 1884 में वाशिंगटन में 'इंटरनेशनल प्राइम मेरिडियन कॉन्फ्रेंस' आयोजित हुई। इसमें तय किया गया कि दुनिया के समय की गणना ग्रीनविच को 0 डिग्री मेरिडियन मानकर की जाएगी।

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हर देश में अलग समय क्यों होता है?

Time Zone in the world

पृथ्वी का गोलाकार आकार- पृथ्वी गोल है और यह अपनी धुरी पर 24 घंटे में एक पूरा चक्कर लगाती है। इसी कारण अलग-अलग स्थानों पर सूर्योदय और सूर्यास्त का समय अलग-अलग होता है।

देशांतर रेखाएं और समय का अंतर- पृथ्वी पर कुल 360 डिग्री देशांतर हैं, जिन्हें 24 भागों में बांटा गया है। प्रत्येक 15 डिग्री का अंतर 1 घंटे के समय अंतराल के बराबर होता है।

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देशों के विशेष निर्णय- कुछ देश अपने पूरे क्षेत्र में एक ही टाइम जोन रखते हैं, भले ही वह कई टाइम जोन में आता हो। जैसे कि चीन में पूरे देश में एक ही समय (UTC+8) चलता है, जबकि अमेरिका में 6 अलग-अलग टाइम जोन हैं।

डेलाइट सेविंग टाइम- कुछ देश गर्मियों में समय को एक घंटा आगे बढ़ा देते हैं, जिससे दिन की रोशनी का अधिक उपयोग किया जा सके। यह प्रणाली कई यूरोपीय और अमेरिकी देशों में अपनाई जाती है।

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Image credit- Freepik


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