मां और बच्चों का रिलेशन बहुत अनोखा होता है। जहां मां बच्चों की ख़ुशी के लिए कोई भी सेक्रिफाइस करने को तैयार रहती है। वहीं बच्चे भी अपनी मां को सपोर्ट करते नज़र आते हैं। लेकिन किसी हद तक बच्चों का मां का के प्रति पॉजिटिव एटीट्यूड उसकी परवरिश की देन होती है। कुछ रिसर्च बताती हैं कि जिन बच्चों का अपनी मां के साथ पॉजिटिव बांड होता है वो बच्चे अपनी युवास्था में भी अच्छे निर्णय लेने में सक्षम होते हैं। मां के साथ अच्छे रिलेशन को जीने वाले ज़्यादातर बच्चे वॉयलेंस और एब्यूसिव बिहेवियर से दूर हो जाते है। अगर आप एक टीनएज बच्चे की मां हैं तो आपका जानना जरूरी हो जाता है कि किस तरह आपकी परवरिश आपके बच्चे को इफेक्ट कर सकती है।
इसे भी पढ़ें: अगर बच्चे को बनाना है सोशली एक्टिव, बस इन छोटी-छोटी बातों पर दें ध्यान
हम मानते है कि बच्चे जैसा माहौल घर में देखते हैं वैसा ही वो अपने जीवन में अपनाते भी हैं। लेकिन कुछ नयी रिसर्च बताती हैं कि जिन बच्चों का अपनी मां के साथ स्ट्रांग रिलेशनशिप होता है वो बच्चे अपनी मां की फीलिंग्स की क़द्र करते हैं। अगर उनकी मां और उनके पापा के बीच किन्ही बातों को लेकर झगडे होते हैं या उनके पापा एब्यूसिव बिहेव करते हैं तो ऐसे बच्चे इन गलत बातों को अपने जीवन में नहीं अपनाते। मां के साथ स्ट्रांग रिलेशन में होने के कारण उनको मां की भावनाओं की बेहतर समझ होती है। जिनको वो ध्यान में रखते हुए वो फ्यूचर में एब्यूसिव बिहेव नहीं अपनाते।
बच्चे ज्यादातर अपने माता-पिता को कॉपी करते हैं। टीनएज के साथ बच्चों में उनके जैसा व्यवहार दिखायी पड़ने लगता है। लेकिन जो बच्चे मां के स्नेह के साथ पलते हैं वहां उनका जुड़ाव मां के प्रति बना रहता है। कुछ बच्चों के फादर ड्रिंक करते हैं और अपनी वाईफ के साथ अनफेयर बिहेव करते हैं। ऐसी स्तिथि में रहने के बाद ये बच्चे घर के बाहर प्यार तलाशते हैं। टीनएज में किसी के प्रति आकर्षित हो जाते हैं। लेकिन अपनी मां से मिलने वाले प्यार और रिस्पेक्ट की वजह से न तो कोई डेटिंग वॉयलंस करते हैं न ही इसका शिकार होते हैं।
इसे भी पढ़ें: Parenting Tips:इन आसान टिप्स की मदद से करें सिंगल चाइल्ड की बेहतरीन परवरिश
कुछ रिसर्च बताती हैं कि बच्चे अपने पेरेंट्स के रिलेशन के अनुसार अपने और अपने परिवार के बारे में एक सोच विकसित कर लेते हैं। अगर बच्चे के फादर उसके साथ बदतमीज़ी से पेश आते हैं तो बच्चा उनको अपना दुश्मन मानने लगता है और खुद से भी नफरत करने लगता है। लेकिन जब बच्चे को ऐसे माहौल के बीच मां से पॉजिटिविटी मिलती है तो वह खुद को सुरक्षित महसूस करने लगता और जीवन के प्रति उसमें पॉजिटिव थिंकिंग पैदा होती है। बच्चों को बनाना है इमोशनली स्ट्रॉन्ग, इन बातों पर करें जरा गौर इस प्रकार मां से मिलने वाले प्यार के कारण बच्चों की एब्यूसिव रिलेशनशिप अपनाने की संभावना कम हो जाती है।
Image Credit:(@parenting,desinema,pieandbovril)
यह विडियो भी देखें
Herzindagi video
हमारा उद्देश्य अपने आर्टिकल्स और सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से सही, सुरक्षित और विशेषज्ञ द्वारा वेरिफाइड जानकारी प्रदान करना है। यहां बताए गए उपाय, सलाह और बातें केवल सामान्य जानकारी के लिए हैं। किसी भी तरह के हेल्थ, ब्यूटी, लाइफ हैक्स या ज्योतिष से जुड़े सुझावों को आजमाने से पहले कृपया अपने विशेषज्ञ से परामर्श लें। किसी प्रतिक्रिया या शिकायत के लिए, compliant_gro@jagrannewmedia.com पर हमसे संपर्क करें।