Guru Chandal Yog Ka Dush Prabhav: 30 मई, दिन गुरुवार को महा नवमी के साथ ही चैत्र नवरात्रि का समापन हो जाएगा। ज्योतिष गणना के अनुसार, चूंकि इस साल नवरात्रि पंचक काल में शुरू हुई थी, ऐसे में नवरात्रि के 1 महीने बाद गुरु चांडाल योग का निर्माण होने जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र में इस योग को बहुत घातक माना जाता है। इसी कड़ी में ज्योतिष एक्सपर्ट डॉ राधाकांत वत्स से आइये जानते हैं गुरु चंडाल योग के बारे में विस्तार से और साथ ही यह भी जानेंगे कि इस साल इस योग का दुष्प्रभाव किन राशियों पर देखने को मिलेगा।
कब होगा गुरु चांडाल योग का निर्माण
नवरात्रि समाप्त होने के 1 महीने बाद गुरु चांडाल योग का निर्माण होगा। दो ग्रहों की युति के प्रभाव से गुरु चांडाल योग मेष राशि में बनने जा रहा है। ज्योतिष गणना के अनुसार, गुरु ग्रह (नौकरी के लिए गुरु ग्रह के मंत्र) 22 अप्रैल, दिन शनिवार को मेष राशि में गोचर करेंगे वहां छाया ग्रह राहु पहले से ही विराजमान हैं। जब किसी राशि में गुरु के साथ राहु की युति होती है तब गुरु चांडाल योग का निर्माण होता है।
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सूर्य ग्रह भी 4 अप्रैल 2023 को मीन राशि से निकलकर मेष राशि में गोचर करेंगे। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस गुरु चांडाल योग का प्रभाव सभी राशियों पर आवश्यक तौर पर देखने को मिलेगा ही मिलेगा। जहां कुछ राशियों पर इसका प्रभाव थोड़ा सामान्य रहने वाला होगा और तो वहीं कुछ राशियों के जातकों को इसके बुरे प्रभाव के कारण खासी मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा।
किन राशियों पर होगा गुरु चांडाल योग का प्रभाव
मेष राशि, मिथुन राशि और धनि राशि पर सबसे अधिक गुरु चांडाल योग का प्रभाव देखने को मिलेगा। जहां एक ओर मेष राशि को इसके प्रभाव के कारण आर्थिक संकटों और विचलित मन की परेशानी से जूझना पड़ेगा तो वहीं, मिथुन राशि को अशुभ समाचार और नौकरी में विपत्तियों का सामना करना पड़ेगा। इसके अलावा, धनु राशि के लोगों को इस योग के दौरान अज्ञात भय सताएगा।
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गुरु चांडाल योग से बचने के उपाय
गुरु चंडाल योग का प्रभाव कम करने के लिए माथे पर हल्दी या केसर का तिलक लगाएं। पीले वस्त्र धारण करें और पीली वस्तुओं का दान (हिन्दू धर्म के पांच महादान) करें। अपने इष्ट के मंत्रों का जाप करें और उनका ध्यान कर हर विपत्ति से रक्षा करने की प्रार्थना करें। अपने गुरुओं का आशीर्वाद लें और उनकी सेवा करें। राहु के मंत्रों का जाप करना भी उत्तम रहेगा। साथ ही, हनुमान जी आराधना करें, इससे राहु का बुरा प्रभाव खत्म होगा।
तो ऐसा होगा इन राशियों पर इस योग का दुष्प्रभाव। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
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