
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि राशियों में अक्सर किसी न किसी योग का निर्माण होता है जिसका शुभ या अशुभ प्रभाव राशियों पर देखने को मिलता है। वहीं, कई बार अशुभ योग भी शुभ परिणाम दे जाते हैं और शुभ योग भी अशुभता प्रदान करते हैं। असल में ये सब निर्धारित होता है ग्रहों की स्थिति पर। ऐसा ही एक योग बनने जा रहा है जिसका नाम है रूचक योग। यह बहुत दुर्लभ योग है और इसके बारे में बहुत कम ही किसी को पता होता है। वृंदावन के ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने हमें बताया कि रूचक योग का निर्माण होना कई शुभ-अशुभ असर दिखाता है राशियों पर। ऐसे में आइये जानते हैं कि क्या होता है रूचक योग, कब होगा इसका निर्माण और किन राशियों पर दिखेगा इसका असर?
रूचक राजयोग ज्योतिष में वर्णित पंच महापुरुष योगों में से एक अत्यंत शुभ और शक्तिशाली योग है। यह योग मंगल ग्रह द्वारा निर्मित होता है और यह जिस भी जातक की कुंडली में बनता है उसे मंगल ग्रह से संबंधित सभी शुभ फल प्रदान करता है।

मंगल शक्ति, ऊर्जा, साहस, पराक्रम, नेतृत्व क्षमता और भूमि का कारक ग्रह माना जाता है। इसलिए, यह योग व्यक्ति को साहसी, निडर, उच्च पदों पर आसीन, संपत्तिवान और अपने क्षेत्र में एक प्रभावशाली व्यक्ति बनाता है।
यह नाम, यश, और भौतिक सुख-सुविधाओं की प्राप्ति कराता है। इस योग के प्रभाव से व्यक्ति सेना, पुलिस, खेल या प्रशासन जैसे क्षेत्रों में ऊंचाई हासिल करता है। यह एक ऐसा योग है जो व्यक्ति को 'नायक' की तरह बनाता है।
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चूंकि रूचक राजयोग मंगल ग्रह के गोचर पर निर्भर करता है, ऐसे में इसका निर्माण समय-समय पर होता रहता है। अगला बड़ा और स्पष्ट रूचक राजयोग गोचर संभवतः जनवरी 2026 के आस-पास बन सकता है।
जब मंगल ग्रह मकर राशि में प्रवेश करेंगे और वहां वह अपनी उच्च राशि में स्थित होगा। यह गोचर समय अलग-अलग राशियों की कुंडलियों के लिए अलग-अलग केन्द्र भावों में पड़ेगा जिससे कई राशियों के लिए इस योग का निर्माण होगा।
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मेष राशि: पहले भाव या दसवें भाव में मंगल का गोचर आपके स्वास्थ्य, व्यक्तित्व, करियर और मान-सम्मान को बढ़ावा देगा।

कर्क राशि: आपके दसवें या सातवें भाव में मंगल का गोचर कार्यक्षेत्र में सफलता, पदोन्नति और साझेदारी में लाभ दे सकता है।
मकर राशि: आपके लिए मंगल उच्च है। चौथे या दसवें भाव में योग बनने पर यह आपको भूमि, भवन और करियर में बड़ी सफलता दिलाएगा।
वृश्चिक राशि: चौथे, सातवें या दसवें भाव में मंगल का गोचर भौतिक सुख, वैवाहिक जीवन की ऊर्जा और कार्यक्षेत्र में नेतृत्व क्षमता देगा।
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