Diwali Puja Vidhi 2023: हर साल कार्तिक माह की अमावस्या के दिन दिवाली का पर्व मनाया जाता है। इस साल दिवाली 12 नवंबर, दिन रविवार को मनाई जाएगी। दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और श्री गणेश की पूजा का विधान है। दिवाली पूजा के दौरान लक्ष्मी-गणेश की पूजा से घर में पूरे साल बरकत बनी रहती है। ऐसे में ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स से आइये अजन्ते हैं दिवाली की संपूर्ण पूजा विधि के अबरे में विस्तार से।
दिवाली पूजा शुभ मुहूर्त ( Diwali Puja Shubh Muhurat 2023)
दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त 12 नवंबर की शाम 05 बजकर 39 से लेकर रात 08 बजकर 16 मिनट तक है। वहीं लक्ष्मी पूजा के लिए महानिशीथ मुहूर्त रात 11 बजकर 39 मिनट से मध्यरात्रि 12 बजकर 31 मिनट तक है। इस मुहूर्त में लक्ष्मी पूजा करने से घर गृहस्थी वालों के लिए शुभ फल की प्राप्ति होगी।
दिवाली पूजा विधि 2023 (Diwali Puja Vidhi 2023)
दिवाली के दिन सबसे पहले पूजा स्थान को साफ करें और चौकी उस स्थान पर रखें। फिर इसके बाद चौकी पर लाल या पीला कपड़ा बिछाएं। फिर चौकी के बीचों-बीच एक मुट्ठी अनाज रखें। फिर अनाज के ऊपर कलश स्थापित करें।
कलश में पानी भरें और उसमें एक सुपारी, गेंदे का फूल, एक सिक्का और कुछ चावल (चावल के उपाय) के दाने डालें। इसके बाद गोलाकार करके 5 आम के पत्ते कलशपर रखें। फिर इसके बाद मां लक्ष्मी की मूर्ति चौकी पर सीधे हाथ की तरफ रखें।
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वहीं, श्री गणेश को उल्टे हाथ की तरफ स्थापित करें। एक थाली में चावल के दानों का छोटा पहाड़ निर्मित करें। इसके अलावा, हल्दी से कमल का फूल बनायें और चवाल के पहाड़ एवं हल्दी के कमल पर कुछ सिक्के रख दें।
इसके बाद लक्ष्मी गणेश जी के सामने व्यापार, नौकरी और धन-संपदा से जुड़ी चीजें रखें। मां लक्ष्मी और श्री गणेश को तिलक करें। उनके समक्ष दीपक जलाएं और कलश को भी तिलक लगाएं। लक्ष्मी-गणेश जी को पुष्प चढ़ाएं।
इसके बाद पूजा के लिए अपनी हथेली में कुछ फूल रखें। फिर अपनी आंखें बंद करें और मां लक्ष्मी और श्री गणेश के मंत्रों का जाप करें। मां लक्ष्मी और श्री गणेश के स्तोत्र का पाठ करें। फिर हथेली में रखे फूल को चढ़ाएं।
मां लक्ष्मी और श्री गणेश को स्वच्छ वस्त्र अर्पित करें। अगर आपके पास स्वच्छ वस्त्र नहीं हैं तो कलावे को वस्त्र के रूप में चढ़ा सकते हैं। श्री गणेश और मां लक्ष्मी को माला पहनाएं। इसके बाद उनके चरणों में अक्षत चढ़ाएं।
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फिर नारियल, सुपारी, पान का पत्ता आदि मां लक्ष्मी और श्री गणेश को अर्पित करें। मां लक्ष्मी और श्री गणेश के सामने रखे सिक्कों को भी तिलक करें। पुष्प अर्पित करें और श्री गणेश एवं मां लक्ष्मी के चरणों में उन्हें रखें।
पूजा की थाली मिज घी का दीपक जलाएं और फिर घंटी बजाते हुए सिर्फ श्री गणेश की आरती करें। भूल से भी इस दिन मां लक्ष्मी की आरती न करें। नहीं मां लक्ष्मी घर में वास करने के बजाय दिवाली के दिन ही विदा हो जाएंगी।
आप भी इस लेख में दी गई जानकारी के माध्यम से दिवाली की संपूर्ण पूजा विधि के बारे में विस्तार से जान सकते हैं। अगर हमारी स्टोरीज से जुड़े आपके कुछ सवाल हैं, तो वो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिए कमेंट बॉक्स में बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको ये स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे शेयर जरूर करें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए जुड़ी रहें हरजिंदगी से।
image credit: herzindagi
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